

Indian Army has Free Hand : पाकिस्तान के सीजफायर उल्लंघन के बाद भारत ने भी सेना के हाथ खोले, विदेश सचिव की घोषणा!
New Delhi : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव में पहल करते हुए मध्यस्थता की और दोनों देशों को सीजफायर के लिए राजी किया। भारत ने इस पहल का स्वागत किया और सीजफायर को स्वीकारा। लेकिन, पाकिस्तान ने 3 घंटे बाद ही फिर ड्रोन हमले और फायरिंग शुरू कर दी। इन बदले हालात में भारत ने भी पाकिस्तान के सीजफायर उल्लंघन को गंभीर माना और अपनी सेना को कार्रवाई के लिए खुली छूट दी। इसकी घोषणा बकायदा’ विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने देर रात प्रेस कांफ्रेंस करके की।
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के DGMO के बीच जो पिछले कुछ दिनों से चल रही सैन्य कार्रवाई को रोकने का समझौता हुआ था, कुछ घंटों में उस समझौते का पाकिस्तान की ओर से घोर उल्लंघन हो रहा है। भारतीय सेना सीजफायर के उल्लंघन पर जवाबी कार्रवाई कर रही है, इस सीमा अतिक्रमण से निपट रही है। पाकिस्तान ने इतिहास को दोहराते हुए एक बार फिर सीजफायर का उल्लंघन किया। इस दौरान पाकिस्तान की ओर से भारतीय सीमा में बड़ी संख्या में ड्रोन भेजे गए। बीएसएफ ने पाकिस्तानी रेंजर्स की फायरिंग का पूरी ताकत से जवाब दिया।
सीजफायर वाले दिन शनिवार शाम दोनों देशों ने समझौता किया था। लेकिन, रात को पाकिस्तान ने अपने ही समझौते का उल्लंघन कर दिया। इसके बाद शनिवार रात विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान के DGMO के बीच जो पिछले कुछ दिनों से चल रही सैन्य कार्रवाई को रोकने का समझौता शनिवार शाम को हुआ था, पिछले कुछ घंटों से उस समझौते का पाकिस्तान की ओर से घोर उल्लंघन हो रहा है। भारतीय सेना जवाबी कार्रवाई कर रही है, इस सीमा अतिक्रमण से निपट रही है, यह अतिक्रमण अत्यंत निंदनीय है और पाकिस्तान इसके लिए जिम्मेदार है।
उन्होंने आगे कहा कि हमारा मानना है कि पाकिस्तान इस स्थिति को ठीक से समझे और इस अतिक्रमण को रोकने के लिए तुरंत उचित कार्रवाई करे। सेना इस स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए है और उसे किसी भी अतिक्रमण से निपटने के लिए ठोस और सख्त कदम उठाने के लिए आदेश दे दिए गए हैं।
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अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने सबसे पहले समझौते की घोषणा की
दोनों देशों के बीच शनिवार शाम पांच बजे से सीमा पर हो रही फायरिंग और सैन्य कार्रवाई को रोकने पर सहमति बनी और दोनों तरफ के सभी संबंधित अधिकारियों को समझौता लागू करने के निर्देश दे दिए गए। इसकी घोषणा सबसे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने की। ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य विवाद खत्म कराने का श्रेय भी अमेरिका को दिया और दोनों देशों को बधाई दी। लेकिन, भारत का कहना है कि समझौता भारत व पाकिस्तान के बीच सीधी वार्ता से हुआ है।
शनिवार देर शाम संघर्ष विराम तोड़ते हुए पाकिस्तानी सेना ने जम्मू, अखनूर, राजौरी और आरएस पुरा सेक्टरों में तोपखाने से गोलाबारी की। पाकिस्तान की ओर से श्रीनगर में बड़ी संख्या में ड्रोन भी आते देखे गए।
कई दिनों से तनाव चल रहा
भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले कई दिनों से तनाव चल रहा है। बीते मंगलवार-बुधवार की दरम्यानी रात पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों पर सटीक सैन्य कार्रवाई की थी। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई, जिसमें 25 भारतीयों और एक नेपाली नागरिक की मौत हो गई थी। रक्षा मंत्रालय के बयान के अनुसार, भारतीय सशस्त्र बलों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। इसके बाद से ही दोनों देशों के बीच सैन्य तनाव चल रहा है।
भारत की सख्त चेतावनी
शनिवार को भारत सरकार ने कहा था कि भविष्य में अगर देश पर कोई आतंकी हमला होता है, तो उसे ‘युद्ध की कार्रवाई’ माना जाएगा। भारत सरकार इस हमले जवाब भी ‘युद्ध की कार्रवाई’ की तरह देगी। सरकार ने स्पष्ट किया था कि आतंकी हमलों के जिम्मेदार लोगों और उनके षड्यंत्रकारियों के खिलाफ कड़ा कदम उठाया जाएगा। यह फैसला पाकिस्तान के लिए एक संदेश के रूप में देखा जा रहा है, जो कई आतंकी समूहों से जुड़ा रहा है, जो भारतीयों को निशाना बनाते हैं।