Indore claims on cleanliness again : छठी बार देश में सबसे स्वच्छ शहर होने का इंदौर का दावा   

दावा करने की आखिरी तारीख को नगर निगम ने दस्तावेज पेश किए 

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इंदौर। पांच बार देश के सबसे स्वच्छ शहर होने का गौरव हासिल करने वाला इंदौर अब छठी बार इस खिताब को जीतने की तैयारी में (Indore is now preparing to win this title for the sixth time) है। कागजी कार्रवाई पूरी हो चुकी है। नगर निगम ने इसके लिए जरूरी दस्तावेज तैयार कर भारत सरकार को भेज दिए (Prepared the necessary documents and sent them to the Government of India) हैं। जो दावे नगर निगम ने किए हैं उनकी वस्तुस्थिति देखने के लिए स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम मार्च में इंदौर आएगी।

पांच बार से नगर निगम देश का सबसे स्वच्छ शहर है। यह अपने आप में रिकॉर्ड है, जिसे तोड़ पाना बहुत मुश्किल (This is a record in itself, which is difficult to break) लग रहा है। नगर निगम यहां पर ही नहीं रूका है और अब छठी बार यह खिताब अपने नाम करना चाहता है। इसके लिए नगर निगम की टीम बीते कई महीनों से तैयारियों में जुटी हुई है। शहर की साफ-सफाई के साथ दस्तावेज तैयार करने में टीम जुटी हुई थी। इन दस्तावेजों को अंतिम रूप देने की तैयारी चल रही थी और शनिवार देर रात को ये काम पूरा हुआ। नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल सहित अन्य अधिकारियों ने इन दस्तावेजों को देखा और देर रात को ही लाखों पन्नों के इन दस्तावेजों को ऑनलाइन अपलोड किया (These documents of lakhs of pages were uploaded online) गया।

बताया जा रहा है कि बीते कई दिनों से स्मार्ट सिटी से लेकर अन्य विभाग अब तक किए गए कार्यों की रिपोर्ट तैयार करने में जुटे थे। स्मार्ट सिटी के दफ्तर में शनिवार दिनभर यह काम चला और इसे देखने निगम आयुक्त प्रतिभा पाल सहित अन्य अधिकारी भी पहुंचे। इनकी पड़ताल करने के बाद दस्तावेजों को भारत सरकार को भेजा गया।    शनिवार आखिरी तारीख थी, इस कारण नगर निगम टीम रातभर काम में जुटी रही और अपलोड करने के बाद राहत की सांस ली। इन दस्तावेजों में दर्शाए गए कामों और किए गए दावों की हकीकत देखने के लिए मार्च माह में स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम इंदौर आएगी (Cleanliness survey team will come to Indore in March).

नगर निगम का दावा यही है कि छठी बार भी इंदौर को सबसे स्वच्छ शहर का पुरस्कार मिलेगा। हालांकि, इस बार देश के दूसरे शहर भी इंदौर की तर्ज पर, इंदौर से प्रेरणा लेकर स्वच्छता को लेकर बेहतर तैयारी में जुटे हैं। इस कारण इस बार मुकाबला कड़ा रहने की उम्मीद है।