Indore Hosts Reinventing Urban Governance For Indian Cities: भारतीय शहरों के पुनर्विकास पर इंदौर में महत्वपूर्ण बैठक आयोजित

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Indore Hosts Reinventing Urban Governance For Indian Cities: भारतीय शहरों के पुनर्विकास पर इंदौर में महत्वपूर्ण बैठक आयोजित

अजय कुमार चतुर्वेदी की खास रिपोर्ट

इंदौर: केंद्र सरकार इन दिनों शहरी विकास और सक्षम प्रशासन पर मंथन के लिए देश के शहरों में जी20 के तहत U20 का आयोजन कर रहा है। इसी संदर्भ में इंदौर में आज एक दिन की बैठक आयोजित की गई। बैठक में केंद्र और राज्य सरकार के अधिकारियों ने भाग लिया। इस बैठक में 20 देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

अपने संबोधन में आवास तथा शहरी विकास मंत्रालय के संयुक्त सचिव कुणाल कुमार ने कहा कि वर्ष 2074 तक शहरी आबादी दोगुनी हो जाएगी। उन्होंने कहा कि अगले 25 सालो में शहरों की आबादी लगभग 50 करोड़ तक पहुंच जाएगी। उन्होंने कहा कि हमें शहरों का विकास भी उसी के अनुसार करना है। इसमें मूलभूत सुविधाओं का विशेष ध्यान देना होगा। कुणाल ने कहा कि आज भारत का आर्थिक विकास जिस तेजी से हो रहा है, उसी के अनुरूप शहरों का विकास भी करना जरूरी है।

मध्य प्रदेश के नगरीय विकास और विकास विभाग के प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई ने राज्य में शहरी विकास के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भविष्य में नगरों के ठोस विकास के लिए जरूरी है कि सभी गरीबों को आवास, सभी आबादी को सुरक्षित पेयजल और लोक परिवहन की सुगम उपलब्धता जरुरी है। सभी कार्यो में पारदर्शिता को सुनिश्चित करना भी जरूरी है। मंडलोई ने कहा कि बदलते समय के अनुसार शहरों और नगरीय शासन को भी तकनीक विकास विकास करना होगा।

इंदौर के सांसद शंकर लालवानी, महापौर पुष्पमित्र भार्गव ने भी अपने विचार व्यक्त किये। इस बैठक में 20 देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।