Indore Rail Project : इंदौर से जुड़े प्रोजेक्ट के लिए अब तक की सबसे ज्यादा राशि!  

इंदौर-दोहद रेलवे लाइन के लिए इस बार 440 करोड़ रुपए रखे गए!  

649

Indore Rail Project : इंदौर से जुड़े प्रोजेक्ट के लिए अब तक की सबसे ज्यादा राशि!  

Indore : इस बार के केंद्रीय बजट में रेलवे को लेकर अच्छी राशि मिली। रतलाम मंडल के प्रोजेक्ट के लिए भी इस बार भी अच्छा फंड मिला। मंडल को नई लाइन, दोहरीकरण, गेज परिवर्तन, यार्ड निर्माण जैसे कार्यों के लिए 2281 करोड़ रुपए मिले। इंदौर से जुड़े रेलवे प्रोजेक्ट के लिए भी अच्छी राशि प्राप्त हुई। इंदौर-दोहद, इंदौर-उज्जैन दोहरीकरण और महू-खंडवा-अकोला ब्रॉडगेज के लिए पिछले बजट में 1353 करोड़ मिले थे। इस बार इन तीनों प्रोजेक्ट के लिए 1325 करोड़ की राशि दी गई। पश्चिम रेलवे के सभी प्रमुख रेल प्रोजेक्ट्स के लिए बेहतर राशि मिली।

केंद्रीय बजट में इंदौर से जुड़े पांच प्रोजेक्ट पर इस बार सरकार ने नजरें इनायत की। इनके लिए कुल 1841 करोड़ रुपए की राशि आवंटित की गई। इन प्रोजेक्ट को बजट में मिली, यह अब तक की सबसे अधिक राशि है। पिछले बजट में 1353 करोड़ रुपए की राशि आवंटित की गई थी। दो वित्तीय वर्षों में 3194 करोड़ रुपए स्वीकृत हुए।

इंदौर-दाहोद नई रेल लाइन, महू-अकोला (रतलाम-खंडवा-अकोला) गेज कन्वर्जन को 700 करोड़ रुपए, इंदौर-देवास-उज्जैन दोहरीकरण को 185 करोड़ रुपए की राशि मिली। इंदौर-मनमाड़ को दो करोड़ रुपए और इंदौर-बुधनी-जबलपुर नई रेल लाइन के लिए 514 करोड़ रुपए की राशि मिली। विशेषज्ञों का कहना है कि रुपयों की कोई कमी नहीं, बल्कि तेजी से काम करने की जरूरत है।

IMG 20230204 WA0036

किस प्रोजेक्ट के लिए इतनी राशि

इंदौर-दाहोद रेल लाईन

इस बार के बजट में इस बहुप्रतीक्षित इंदौर-दोहद रेलवे लाइन के लिए 440 करोड़ रुपए की राशि मिली। पिछले साल इसके लिए 265 करोड़ की राशि मिली थी। यह प्रोजेक्ट पूरा हाेने पर इंदौर से दाहोद की दूरी 205 किलोमीटर हो जाएगी।

छोटा उदयपुर-धार रेल लाईन

इस रेल लाईन के लिए इस बार 355 करोड़ की राशि मिली है। पिछले साल इस रेल लाइन के लिए 100 करोड़ की राशि स्वीकृत की गई थी। यह लाइन पूरी होने पर इंदौर से गुजरात का सीधा कनेक्शन हो जाएगा। लंबे समय से यह मार्ग रेल विहीन है। इससे गुजरात के पोर्ट से सीधे जुड़ जाएंगे।

महू-खंडवा-अकोला रेल लाईन 

सालों से लंबित चल रहे इस रेल प्रोजेक्ट में गेज परिवर्तन होना है। इस साल रेल बजट में 700 करोड़ की राशि प्रोजेक्ट को दी है। पिछले साल 888 करोड़ रुपए स्वीकृत हुए थे। खंडवा से सनावद के बीच में काम पूरा हो चुका है। महू से सनावद के बीच में मुख्य रूप से काम होना है। लेकिन सालों से सर्वे ही चल रहा है। मीटर गेज की लाइन को इसी साल एक फरवरी से बंद कर दिया गया है। उम्मीद है इस साल काम शुरू हो जाएगा और आने वाले करीब तीन सालों के अंदर ट्रेन पटरी पर दौड़ने लगेगी।

इंदौर-उज्जैन दोहरीकरण 

इंदौर-देवास-उज्जैन के बीच 79.23 किलोमीटर रेलवे लाईन के दोहरीकरण के लिए इस साल 185 करोड़ की राशि दी गई है। इस रेल लाईन में वर्तमान में 140 प्रतिशत का लोड है। इसे ही कम करने के लिए दोहरीकरण किया जाना है। उज्जैन से देवास के बीच में काम हो गया है। यह काम पूरा होने पर वर्तमान ट्रेन टाइम पर चलेगी, नई रेल चलने की संभावना बढ़ जाएगी। काम एक साल देरी से चल रहा है।

इंदौर-मनमाड़ रेल प्रोजेक्ट 

इंदौर से महाराष्ट्र को सीधे जोड़ने वाली इस रेल परियोजना का काम धीमी गति से चल रहा है। इस बार इसे 2 करोड़ रुपए मिले है। पिछले साल रेलवे ने केवल खाता शुरू रखने के लिए 1 हजार रुपए की राशि दी थी।

इंदौर-बुधनी रेल लाइन 

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृहनगर बुधनी के लिए रेल लाईन की मांग लंबे समय से हो रही है। इस प्रोजेक्ट के लिए भी पिछले साल केवल 1 हजार की राशि दी गई थी। इस बार 514 करोड़ रुपए बजट में मिले हैं। अब उम्मीद की जा रही है जल्द ही इस प्रोजेक्ट का काम गति पकड़ेगा।