
Indore Ranks Sixth Among Fastest Growing Indian Cities: इंदौर ने विकास दर में लखनऊ, जयपुर, नागपुर जैसे शहरों को पीछे छोड़ा
वरिष्ठ पत्रकार के के झा की विशेष रिपोर्ट
इंदौर: Indore Ranks Sixth Among Fastest Growing Indian Cities: मालवा की धरती का गौरव, इंदौर, एक बार फिर देशभर में अपनी चमक बिखेर रहा है। नवीनतम जीडीपी अनुमान के अनुसार, इंदौर अब भारत के छठे सबसे तेज़ी से बढ़ते शहरों में शामिल हो गया है। वर्ष 2025 में शहर की विकास दर 7.6% दर्ज की गई है, जिसने लखनऊ, जयपुर और नागपुर जैसे शहरों को पीछे छोड़ दिया। यह उपलब्धि इंदौर की उस संतुलित प्रगति को दर्शाती है, जिसमें उद्योग, शिक्षा, नवाचार और सुशासन का अनोखा मेल देखने को मिलता है।
Indore Ranks Sixth Among Fastest Growing Indian Cities: शहर की अर्थव्यवस्था आज निर्माण, खाद्य प्रसंस्करण, आईटी सेवाओं और स्टार्टअप्स जैसे विविध क्षेत्रों में फैली हुई है। पिथमपुर–सांवेर औद्योगिक क्षेत्र में लगातार निवेश हो रहा है, जिससे हजारों युवाओं को रोजगार और नए अवसर मिल रहे हैं। शहर के उद्योगपतियों का मानना है कि सरकार की नीतिगत स्थिरता और नागरिकों की सक्रिय भागीदारी ने इस विकास को संभव बनाया है। ओपी
एक वरिष्ठ अर्थशास्त्री के अनुसार, “इंदौर का विकास जनता के प्रयासों का परिणाम है। स्वच्छता, अनुशासन और सहयोग की भावना ने इसे देश का उदाहरण बना दिया है।” आईआईटी, आईआईएम इंदौर, एसजीएसआईटी, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय सहित दो दर्जन से अधिक शैक्षणिक संस्थानों ने इंदौर को मध्य भारत की शैक्षणिक राजधानी बना दिया है। यहां की युवा पीढ़ी अब केवल नौकरी पाने तक सीमित नहीं है, बल्कि नवाचार और उद्यमशीलता को अपनाकर शहर में स्टार्टअप संस्कृति और टेक्नोलॉजी सेक्टर को नई गति दे रही है।
Indore Ranks Sixth Among Fastest Growing Indian Cities:स्मार्ट सिटी मिशन के तहत इंदौर ने शहरी विकास का नया मानक स्थापित किया है। बेहतर सड़कें, हरित परिवहन, आधुनिक कचरा प्रबंधन और डिजिटल सेवाओं ने शहर की पहचान बदल दी है। लगातार सात वर्षों तक देश का सबसे स्वच्छ शहर रहने का रिकॉर्ड इंदौर की सबसे बड़ी पहचान बन चुका है — यह सिर्फ उपलब्धि नहीं, बल्कि नागरिकों के अनुशासन और समर्पण की कहानी है।
भारत के सोयाबीन बेल्ट के केंद्र में स्थित इंदौर अब कृषि व्यवसाय और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में भी राष्ट्रीय नेतृत्व कर रहा है। सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (SOPA) के नेतृत्व में शहर में एआई, ट्रेसबिलिटी और सर्कुलर इनोवेशन जैसे आधुनिक प्रयोग हो रहे हैं, जो इंदौर को वैश्विक खाद्य अर्थव्यवस्था से जोड़ रहे हैं।
शहर की सफलता के पीछे दूरदर्शी स्थानीय नेतृत्व और नागरिकों की जिम्मेदारी की भावना है। नगर निगम से लेकर उद्योग जगत तक, सभी ने मिलकर “साफ-सुथरे और समृद्ध इंदौर” के विज़न को साकार किया है। एक प्रमुख उद्योगपति के अनुसार, “इंदौर की तरक्की किसी संयोग का परिणाम नहीं, बल्कि स्पष्ट विज़न और सामूहिक प्रयासों का नतीजा है।”
आने वाले वर्षों में लॉजिस्टिक पार्क, आईटी जोन और नई शहरी परियोजनाएं इंदौर की अर्थव्यवस्था को नई ऊँचाइयों तक ले जाएंगी। विशेषज्ञों का मानना है कि इस गति से चलते हुए इंदौर जल्द ही देश के शीर्ष पांच सबसे तेज़ी से बढ़ते शहरों में शामिल हो सकता है।
सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि “स्वच्छता, अनुशासन, नवाचार और नागरिक भागीदारी के साथ इंदौर आज भारत के विकास की धड़कन बन चुका है — एक ऐसा शहर जो सचमुच अपने नाम की तरह है: साफ़, हरित और लगातार आगे बढ़ता इंदौर।”





