Industrialists Irate Over Power Cuts : बिजली कटौती से भड़के उद्योगपति, पहुंचे बिजली कम्पनी के दफ्तर, समस्या का हल करने की दी चेतावनी!

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Industrialists Irate Over Power Cuts : बिजली कटौती से भड़के उद्योगपति, पहुंचे बिजली कम्पनी के दफ्तर, समस्या का हल करने की दी चेतावनी!

Ratlam : शहर के औद्योगिक क्षेत्र, दिलीप नगर में बिजली कटौती से परेशान होकर उद्योगपति बिजली कंपनी के दफ्तर पहुंचे और उन्होंने कम्पनी के अधिकारियों पर अपनी भड़ास निकाली कहा कि हम हर महीने 15 करोड़ रुपए से अधिक का बिजली का बिल भरते हैं फिर भी हमारे क्षेत्र में मेंटेनेंस का अभाव है। हर वर्ष बारिश से पहले हमें आश्वस्त किया जाता हैं कि अब बिजली बंद नहीं होगी और फिर बिजली कटौती प्रारम्भ कर दी जाती हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 15 दिनों से प्रतिदिन 4-5 बार बिजली सूचना दिए बंद कर दी जाती हैं 1 बार बिजली बंद होने की वजह से उद्योगों को 7-8 हजार रुपए का नुकसान उठाना पड़ता हैं।

 

हमारी समस्या का निदान क्यों नहीं किया जाता हैं। यही स्थिति रहीं तो शहर के कई उद्योग बंद होने की स्थिति में आ जाएंगे। उन्होंने बिजली कंपनी के अधिकारियों को चेताया कि सोमवार तक इस समस्या का निदान नहीं किया जाता हैं तो हम बिजली का बिल नहीं भरेंगे और आंदोलन करने को मजबूर होना पड़ेगा। इस पर विद्युत विभाग के ईई बेंजामिन फ्रैंकलिन ने सोमवार तक

बिजली की समस्या ठीक करने का आश्वासन दिया।

 

मामले में मीडिया प्रभारी संदीप सकलेचा ने बताया कि रतलाम में 200 से भी अधिक उद्योग हैं लेकिन सभी को बिजली की समस्या है जो निरंतर बढ़ती जा रही है जब अधिकारियों से पूछा गया कि समस्याओं का समाधान क्यों नहीं किया जा रहा है तो उनका स्पष्टीकरण था कि हमारे पास स्टाफ की कमी है एवं संसाधनों की कमी है पूरे रतलाम शहर में केवल 4-5 ही स्टाफ हैं। लघु उद्योग भारती अध्यक्ष अनिल सारडा ने अधिकारियों को बताया कि आपके द्वारा वर्ष भर कोई मेंटनेंस नहीं किया जाता और बारिश आते ही 15-20 दिन पहले से उद्योगपतियों को केवल आश्वासन दिया जाता हैं कि अब हमारे द्वारा मेंटनेंस किया जाएगा उन्होंने कहा कि विद्युत व्यवस्था पूरी तरह से बिगड़ चुकी है पिछले 15 दिन से 4-5 बार प्रतिदिन औद्योगिक क्षेत्रों में पावर कट हों रहा हैं और जैसे ही बारिश आने वाली होती हैं पावर कट होना शुरू हो जाता हैं इसकी मार उद्योगों को झेलना पड़ती हैं। उन्होंने कहा कि उद्योग की उत्पादन क्षमता 50 प्रतिशत ही रह गई है और लेबर पूरी लग रही हैं अगर ऐसा ही थोड़े दिन और चलता रहा तो 70 प्रतिशत उद्योग नुकसान सहन नहीं कर पाएंगे और बंद होने के कगार पर आ जाएंगे। वे बोले कि सोमवार तक समस्या का निदान नहीं किया गया तो उद्योगपति स्वत ही अपना कनेक्शन निरस्त करवा लेंगे, यदि आप उद्योगों से इतना रेवेन्यू प्राप्त करते हैं तो समय पर उन्हें बिजली की व्यवस्था और आपूर्ति क्यों नहीं करते हैं?

इस मौके पर लघु उद्योग भारती अध्यक्ष अनिल सारडा, सचिव रोहित मालपानी, कोषाध्यक्ष शैलेंद्र सुरेखा, मीडिया प्रभारी संदीप सकलेचा, उपाध्यक्ष अंचित पोरवाल एवं उद्योगपति विजय धनोतीया, भाजपा नेता राजेश रांका, मनीष मूलचंदानी, मोहित पगारिया, रौनक चोपड़ा, कुंदन सोनी, मुकेश परमार, रतन धुत सहित बड़ी संख्या में उद्योगपति मौजूद थे!

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