घायल बाघ की हुई मौत,हुआ रेस्क्यू, उम्र के अंतिम पड़ाव में था बाघ
बालाघाट: जिले के बैहर तहसील से लगे कान्हा राष्ट्रीय पार्क से लगभग 5 किमी दूर ग्राम पंचायत कोहका में रविवार की दोपहर नर बाघ को घायल अवस्था में देखा गया। देर तक नाले के किनारे बेसुध अवस्था में रहने तथा शरीर में गंभीर चोट के निशान देखने के बाद ग्रामीणों ने इसकी सूचना तत्काल वन विभाग को दी। कुछ ही घंटे बाद मौके पर कान्हा प्रबंधन,वन विभाग,वन्यप्राणी चिकित्सक तथा बैहर पुलिस की टीम पहुंच गई। घायल बाघ के विशेषज्ञों की मौजूदगी में रेस्क्यू कर उपचार करने का प्रयास किया गया। लेकिन उसकी हालात बेहद नाजुक होने के कारण सफलता नहीं मिली और बाघ की मौत हो गई।
कान्हा नेशनल पार्क की सीमा से लगे गाँव कोहका में बाघ के घायल होने की जानकारी जैसे ही ग्रामीणों को लगी, हज़ारों की तादाद में वे मौका स्थल पहुंच गए l बाघ को देखने की उत्सुकता में समय के साथ साथ भीड़ भी बढ़ गयी। जिसे काबू करने के लिए पुलिस प्रशासन की मदद लेनी पड़ी l वही घायल अवस्था में मिले बाघ की स्थिति गंभीर दिखाई दी l बाघ के शरीर में कई जगह बड़ा सा घाव भी दिखाई दिया l दिन भर के इंतज़ार के बाद बाघ के रेस्क्यू के लिए शाम को कान्हा राष्ट्रीय उद्यान मंडला और वन विभाग की टीम डाक्टरों के साथ मौके पर पहुंची। साथ में दो हाथियों को भी लाया गया। कान्हा टाइगर रिजर्व के वरिष्ठ अधिकारियो ने बताया की घायल बाघ की उम्र का ये आख़री पड़ाव था और बाघ को ऐसी स्थिति मे डॉट गन से बेहोश करना उचित नहीं था l बाघ इतना कमजोर हो गया है की वह दो कदम चलने लायक स्थिति में नहीं था और उसकी मौत हो गई।