

Innovation creates employment: डॉ राकेश पाटीदार की सार्थक पहल- किसानों की समस्या हल कर अलसी के डंठल से शुरू की आय
मंदसौर से डॉ घनश्याम बटवाल की रिपोर्ट
मंदसौर। जिले के ही कृषक ने अपने स्तर पर नवाचार करते हुए अभिनव प्रयोग किया है और इसके सुपरिणाम सामने आए हैं। जिले में ली जा रही तिलहन फसल अलसी का अच्छा रकबा है और मार्केट में मांग और दाम ठीक मिलने से किसान आकर्षित होकर अच्छी पैदावार ले रहे हैं, परन्तु अलसी फसल लेने बाद उसके डंठल खेतों में जगह घेरते हैं और मवेशियों द्वारा भी इन्हें नहीं खाया जाता। इस कारण किसानों को परेशानी थी इसका समाधान जिले के ही डॉ राकेश पाटीदार ने किया है और इसके सुपरिणाम भी मिल रहे हैं।
जिले के दलोदा क्षेत्र गांव करनाखेड़ी के रहने वाले डॉ राकेश पाटीदार वर्तमान में मंदसौर एग्रो इंडस्ट्री प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड के सीईओ हैं।
बचपन से ही इनके अंदर किसानों की समस्याओं का कैसे समाधान हो सकता है। उसको दूर करने का सपना देखा था। समाचार पत्रों में ओर रेडियो पर किसानों की जो समस्याएं प्रकाशित या प्रसारित होती है। अखबार कटिंग्स को काटकर भी रखते हैं। लगभग 7-8 वर्षों का इनके पास रिकॉर्ड है। किसानों की समस्याओं को दूर करने के लिए इन्होंने कृषि के क्षेत्र में ही पढ़ाई कि। इन्होंने एसएआईटी विदिशा से मैकेनिक में बीई किया और आगे जाकर जबलपुर से कृषि क्षेत्र में पीएचडी भी की।
इन्होंने पढ़ाई के पश्चात जावरा, सीकर, एमआईटी जैसे संस्थानों में विद्यार्थियों को पढ़ाया। लेकिन उनका सपना किसानों की समस्याओं को दूर करने का था। इसलिए उन्होंने पढ़ाई छोड़कर अपने गृह क्षेत्र में मंदसौर एग्रो इंडस्ट्री प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड एफपीओ का निर्माण किया।
डॉ पाटीदार के एफपीओ के माध्यम से 35 गांव के किसान इनसे जुड़े हुए हैं। ये अब तक जिले व बाहर के 5 हजार से अधिक किसानों को जानकारियां प्रदान कर प्रेरित ओर लाभान्वित कर चुके हैं। वे एफपीओ के माध्यम से किसानों को प्रामाणिक खाद, बीज, दवाई भी न्यूनतम मूल्यों पर उपलब्ध कराते हैं।
मूलतः किसान डॉ राकेश पाटीदार कृषि के क्षेत्र में नवाचार करते हुए उन्होंने अलसी के डंठल से रेशा उत्पादन का काम किया है।
सामान्य तौर पर किसान अलसी के डंठल को खेत में ही जला देते हैं। डंठल किसी काम में नहीं आते थे। इनको ना तो पशु खाता, नहीं किसी काम में आता था। लेकिन डॉ पाटीदार ने इसको उचित प्लेटफॉर्म देकर इसको मूल्यवान बना दिया है। इसके लिए ये किसानों को प्रेरित भी कर रहे हैं। रेशा उत्पादन के संबंध में प्रशिक्षण के लिए ये कृषि महाविद्यालय बेमेसरा छत्तीसगढ़ गए। जहां से इन्होंने शोध कार्य को समझा और उसको मंदसौर जिले में लाकर मूर्त रूप प्रदान किया।
डॉ राकेश पाटीदार ने इस प्रतिनिधि को बताया कि अलसी के डंठल से जो कपड़ा बनता है वह लिलन के कपड़े से भी बेहतर क्वालिटी का कपड़ा बनेगा। अलसी से जो रेशा बनता है वह धागा बहुत मजबूत होता है और मूल्यवान भी होता है। भारत की कई कंपनियों में इस पर ट्रायल चल रहा है। कपड़ा उद्योग में भी इसकी बहुत अधिक डिमांड है। अभी वर्तमान में यह अलसी के डंठल इकट्ठे करके गुजरात की किसी कंपनी को भेज रहे हैं। अगले वर्ष से ये स्वयं रेशा उत्पादन का काम शुरू करेंगे। इस कार्य में इनको कृषि विभाग और कृषि विज्ञान केंद्र से बहुत सहयोग मिला। इसके माध्यम से ये 15 से 20 लोगों को रोजगार प्रदान कर रहे हैं साथ ही कृषि के क्षेत्र रुचि रखने वाले अधिक से अधिक युवाओं को ये रोजगार दे सकते है। इनका कहना है कि आगे भविष्य में हम 50 लोगों को रोजगार प्रदान करेंगे। जिले में अलसी की पैदावार देखते हुए अच्छी संभावना है।
उन्होंने बताया कि वे अब तक आसपास के 10 गांव के किसानों से लगभग 40 हेक्टेयर का अलसी डंठल एकत्रित कर चुके हैं तथा गुजरात कंपनी को भेज चुके हैं। ये किसानों को डंठल का प्रति किलो उचित मूल्य भी प्रदान कर रहे हैं। जिससे किसान खुश है। क्योंकि अबतक इसके कोई दाम किसानों को नहीं मिल रहा था ।अब किसान भी इस कार्य में रुचि ले रहा है और लगभग 500 हेक्टेयर रकबे का डंठल देने के लिए किसान तैयार है। लेकिन अगले वर्ष से अब स्वयं ही रेशा का उत्पादन करेंगे। क्योंकि इस वर्ष इनके पास समय कम था। इसलिए ये स्वयं रेशा का उत्पादन नहीं कर सके। इस कार्य के लिए आधुनिक मशीन, टेक्नोलॉजी की आवश्यकता होती है। संसाधन जुटाने के लिए इनको एक वर्ष का समय और लगेगा। लेकिन आगामी वर्ष से अब यह डंठल कहीं बाहर नहीं भेजेंगे और स्वयं रेशा उत्पादन करेंगे। डॉ पाटीदार कहते है कि, हमारा जो एफपीओ है इसको मालवा का सबसे आदर्श एफपीओ बनाएंगे। अमूल की तरह मंदसौर एग्रो इंडस्ट्री प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड को भी एक आदर्श रूप प्रदान करेंगे।
जिले के छोटे से ग्राम करनाखेड़ी के प्रगतिशील किसान डॉ राकेश पाटीदार के इस नवाचार को किसानों का समर्थन तो मिल ही रहा है कृषि विभाग, प्रशासन और जनप्रतिनिधियों ने सहयोग करते हुए बधाई दी है।
कृषक राज्यसभा सांसद बंशीलाल गुर्जर, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती दुर्गा डॉ विजय पाटीदार, विधायक विपिन जैन, जनपद पंचायत अध्यक्ष बसंत शर्मा, कलेक्टर श्रीमती अदिति गर्ग, पूर्व विधायक यशपालसिंह सिसोदिया ने डॉ पाटीदार के प्रयासों की सराहना की है।