
स्कूल वाहनों की सघन जांच: 16 वाहन चालकों पर कार्रवाई, ₹14,000 का समन शुल्क वसूला
अलीराजपुर। स्कूली बच्चों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए अलीराजपुर यातायात पुलिस ने पुलिस अधीक्षक राजेश व्यास के निर्देशन में नगर क्षेत्र में विशेष चेकिंग अभियान चलाया। इस दौरान स्कूल बसों, वैनों और ऑटो रिक्शा की गहन जांच की गई। पुलिस टीम ने वाहन का वैध परमिट, फिटनेस सर्टिफिकेट, बीमा, पीयूसी, ड्राइवर का लाइसेंस, अग्निशमन यंत्र, फर्स्ट एड बॉक्स, आपातकालीन खिड़कियां, स्पीड गवर्नर, सीसीटीवी कैमरे और बच्चों की संख्या जैसे सभी जरूरी बिंदुओं पर विशेष ध्यान दिया।
अभियान में 16 वाहन चालकों को नियमों के उल्लंघन पर चालानी कार्रवाई का सामना करना पड़ा और कुल ₹14,000 का समन शुल्क वसूला गया। प्रमुख उल्लंघनों में शामिल थे:
1. एक वाहन में क्षमता से अधिक बच्चों को बैठाना।
2. एक वाहन बिना वैध बीमा के संचालन।
3. दो वाहन बिना पीयूसी प्रमाण पत्र के संचालन।
4. 12 वाहन चालकों द्वारा अन्य यातायात नियमों का उल्लंघन।

पुलिस ने पूर्व में भी वाहन चालकों को कंट्रोल रूम स्थित परेड ग्राउंड में बुलाकर यातायात नियमों की जानकारी दी थी और बच्चों की सुरक्षा को सर्वोपरि रखने की समझाइश दी थी। चालकों को निर्देशित किया गया कि वे सभी सुरक्षा उपकरण और वैध दस्तावेज हमेशा अपडेट रखें और बच्चों की आवाजाही के दौरान विशेष सतर्कता बरतें।

*देशभर में सख्ती और सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन:*
मध्य प्रदेश के अतिरिक्त अन्य दूसरे राज्यों में भी स्कूली वाहनों पर सख्त कार्रवाई हो रही है। कई जगहों पर क्षमता से अधिक बच्चों को बैठाने, परमिट, फिटनेस या बीमा न होने पर भारी जुर्माना और वाहन सीज किए जा रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के तहत स्कूल वाहनों की सुरक्षा को लेकर जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई जा रही है।
*यातायात पुलिस का संदेश:*
यातायात पुलिस ने स्पष्ट किया है कि भविष्य में भी ऐसे निरीक्षण अभियान लगातार जारी रहेंगे, ताकि बच्चों की सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित की जा सके और सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़े। अभिभावकों से भी अपील की गई है कि वे बच्चों के स्कूल वाहन की जांच अवश्य करें और किसी भी अनियमितता पर तुरंत पुलिस को सूचित करें।





