Investiture Ceremony : अंतरराष्ट्रीय विश्व मैत्री मंच के अलंकरण समारोह में हेमंत को याद किया!
Bhopal : हेमंत की कविताओं से गुजरते हुए लगता है कि उस संभावनाशील कवि की पदचाप हमारे आसपास हैं। उसकी कविताएं चिंतित करती हैं। यह विचार वरिष्ठ कवि राजेश जोशी ने भोपाल में होटल पलाश के विमर्श सभागार में हेमंत फाउंडेशन द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय विश्व मैत्री मंच के अलंकरण समारोह में व्यक्त किये। वे कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे थे।
इस मौके पर कथाकार और पत्रकार हरीश पाठक ने कहा कि सबसे दुखद है व्यक्ति का स्मृति हो जाना। हेमंत मेरी आँखों के सामने बड़ा हुआ फिर अदृश्य हो गया। वह जीवन की विसंगतियों का कवि था। वह प्रेम,करुणा और जय पराजय का कवि था। आज नहीं वह हमेशा हमारी यादों में रहेगा।
कथाकार प्रमिला वर्मा ने हेमंत की कविताओं के जरिये उसे याद किया। संयोजक संतोष श्रीवास्तव ने आयोजन के प्रयोजन पर अपनी बात रखते हुए कहा कि हम 23 साल से यह आयोजन कर रहे हैं। एक अदृश्य शक्ति ही हमें इस आयोजन के लिए प्रोत्साहित करती है। राजेश श्रीवास्तव ने इस आयोजन की महत्ता पर अपने विचार रखे।संचालन मुजफ्फर सिद्दीकी ने किया।
दो सत्रों में आयोजित इस समारोह के प्रथम सत्र में अलंकरण समारोह हुआ, जिसमें देश के विभिन्न भागों से आये रचनाकारों को पुरस्कृत किया गया। इस मौके पर कमलेश पाठक को नंदन-नंदिनी पुरस्कार से राजेश जोशी ने सम्मानित किया। कथाकार हरि भटनागर, सुषमा मुनीन्द्र, मीनाक्षी स्वामी, सरस दरबारी जैसे प्रतिष्ठित रचनाकार सम्मानित हुए। दूसरे सत्र में काव्य गोष्ठी थी जिसकी अध्यक्षता डॉ संजीव कुमार ने की। इस अवसर पर कथाकार मुकेश वर्मा, स्वाति तिवारी, हरि भटनागर, हीरालाल नगर, राजेश बादल, जगदीश कौशल सहित कला, साहित्य, संस्कृति से जुड़े कई लोग उपस्थित थे।