IPS officers in Madhya Pradesh: IG की अब तक की सबसे बड़ी कमी,1 अक्टूबर से प्रदेश में बचेंगे सिर्फ 15 IG

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भोपाल: प्रदेश पुलिस महकमा DIG की कमी से लंबे अरसे बाद उबरा था, लेकिन अब IG की कमी सामने आ चुकी है। यह कमी प्रदेश पुलिस में इस पोस्ट की अब तक की सबसे बड़ी कमी मानी जा रही है। बीस दिन बाद प्रदेश पुलिस में महज 15 IG ही बचेंगे।
प्रदेश में वर्ष 1997 से 2003 बैच तक के अफसर IG हैं। यह वह दौर था जब तत्कालीन दिग्विजय सिंह सरकार के दौरान प्रदेश पुलिस ने डायरेक्ट IPS अफसर कम संख्या में लिए थे। उस वक्त की यह संख्या अब असर दिखा रही है। उस समय पर्याप्त मात्रा में IPS अफसरों की डिमांड नहीं करने के कारण अब प्रदेश में IG रेंक के अफसरों की भारी कमी हो गई है। फिलहाल प्रदेश में 17 IG है। इनमें से दो 30 सितम्बर को रिटायर हो रहे हैं। इनके रिटायर होने के बाद IG की संख्या 15 हो जाएगी।

उस दौर में कम संख्या में मिले IPS (आईपीएस अफसर)
वर्ष 1997 में चार IPS प्रदेश को मिले थे। इनमें मकरंद देउस्कर, डी श्रीनिवास वर्मा, उमेश जोगा और सोलोमन यश के मिंज शामिल हैं। इनमें से मिंज प्रतिनियुक्ति पर हैं। जबकि वर्ष 1998 में तीन आईपीएस अफसर प्रदेश को मिले थे, इनमें विवेक शर्मा, अंशुमान यादव और साजिद फरीद साबू शामिल हैं। वहीं वर्ष 1999 में प्रदेश को राकेश गुप्ता और दीपिका सूरी बतौर आईपीएस अफसर मिले। वर्ष 2000 में सिर्फ संतोष कुमार सिंह प्रदेश को बतौर आईपीएस अफसर मिले। इसके बाद वर्ष 2001 और 2002 में प्रदेश को एक भी आईपीएस अफसर नहीं मिल सका। वर्ष 2003 में भी महज दो आईपीएस अफसर प्रदेश को मिले। इनके अलावा सात आईजी और प्रदेश में हैं। ये राज्य पुलिस सेवा से पदोन्नत होकर आईजी बने हैं।