मुमकिन है..से आगे बढ़े मोदी…
कौशल किशोर चतुर्वेदी
नरेंद्र मोदी अब प्रधानमंत्री के पद पर नौ साल पूरा कर चुके हैं। इन नौ साल में उनके कद और हैसियत में बहुत इजाफा हुआ है, यह बात उन्होंने भाजपा के कार्यकर्ता महाकुंभ में जोर-शोर से जाहिर की है। अभी तक भाजपा नेता और कार्यकर्ता ‘मोदी है तो मुमकिन है’ नारा लगाकर प्रधानमंत्री मोदी की ताकत का दम भरते थे। पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंकती पर मोदी ने नए नारे पर बार-बार जोर देकर यह बता दिया है कि अब मुमकिन है बहुत हो गया। अब मुमकिन है से आगे बढ़ो मोदी के लिए। और अब नए नारे संग मध्यप्रदेश में फिर से भाजपा सरकार बनवाने के लिए मैदान में कूद जाओ। और यह नया नारा अपने जेहन में बसा लो। इतनी बार दोहराओ कि मतदाताओं का मन विश्वास से भर जाए कि ‘हर गारंटी के पूरे होने की गारंटी है मोदी’। भाजपा सरकार के पांच सालों में ही देश के 13.5 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर आ चुके हैं। ये मोदी की गारंटी का नतीजा है। जब मोदी गारंटी देता है, भाजपा गारंटी देती है, तो वो जमीन पर उतरती है, हर व्यक्ति तक पहुंचती है। मोदी हर गारंटी के पूरे होने की गारंटी है।मोदी ने बहनों को गारंटी दी थी और नारी शक्ति वंदन अधिनियम के माध्यम से 33 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान करके उस गारंटी को पूरा कर दिया है।
तो नारे की तरह ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कांग्रेस पर हमला करने में भी पांच कदम आगे बढ़ गए हैं। नारी शक्ति वंदन अधिनियम को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा कि मैं बहनों को सावधान करना चाहता हूं कि कांग्रेस और उसके घमंडिया गठबंधन ने मजबूरी में इस विधेयक का समर्थन किया है। गठबंधन में वही लोग शामिल हैं, जिन्होंने पिछले 30 सालों में इसे पारित नहीं होने दिया। इन्होंने संसद में हंगामा किया, बिल फाड़ दिया और स्पीकर पर हमला किया। उनको इस अधिनियम का समर्थन इसलिए करना पड़ा, क्योंकि देश की माता-बहनें अब जाग गई हैं। वो इतनी सशक्त हो गई हैं कि कांग्रेस और घमंडिया गठबंधन प्रस्ताव का विरोध करने की हिम्मत नहीं कर पाए। अब कांग्रेस की हालत तो घर की न घाट की…की तर्ज पर बयां कर दी मोदी ने। बिल का विरोध करते तब तो प्रमाणित महिला विरोधी साबित थे ही, समर्थन किया तो यह साबित हो गया कि मजबूरी थी वरना जागी हुई नारी शक्ति फजीहत कर देती। तो दो कदम आगे बढ़कर हमला किया कि कांग्रेस की हालत जंग लगे लोहे के समान हो गई है। उसके पास भविष्य की सोच नहीं है और न ही भविष्य को देखने का सामर्थ्य तथा देशहित को समझने की क्षमता बची है। इसीलिए कांग्रेस को विकसित भारत के हर प्रोजेक्ट में खोट नजर आता है।
तो मोदी ने मोदी और भाजपा सरकार की उपलब्धियां गिनाईं, तो कांग्रेस सरकारों की कमियों से कार्यकर्ताओं को सराबोर कर दिया। रथ पर बैठकर कार्यकर्ताओं के बीच पहुंचकर उनका दिल भी खुश कर दिया। 2023 में मध्यप्रदेश में भाजपा को जिताने के लिए डबल इंजन की सरकार के फायदे भी गिना दिए और अगर इंजन डबल नहीं तो खामियाजों की गिनती भी करा दी। अब गारंटी पूरा करने की गारंटी मोदी हैं और भाजपा सरकार, तो मोदी का चेहरा दिखाकर डबल इंजन की तरफ मतदाताओं का मन मोहने की गारंटी देने की जिम्मेदारी कार्यकर्ताओं के हिस्से में है। मोदी भरोसा जगाकर रवाना हो गए हैं। अब कार्यकर्ताओं से दो महीने समर्पण के संग काम लेने का दारोमदार शिवराज और विष्णु दत्त शर्मा के कंधों पर है। और फिर शाह की टीम तो बाकी सब देख ही रही है मध्यप्रदेश…।