अगले साल से SPS अफसर का IPS होना और कठिन

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अगले साल से SPS अफसर का IPS होना और कठिन

भोपाल: राज्य पुलिस सेवा के अफसरों को आईपीएस अवार्ड किए जाने की प्रदेश में प्रक्रिया जहां कछुआ चाल से चल रही है, वहीं अब अगले साल राज्य पुलिस सेवा के अफसरों को आईपीएस अवार्ड होने के लिए पद भी कम मिलने वाले हैं। ऐसे में अब आईपीएस अवार्ड होना और कठिन होता जाएगा। कम पद मिलने से राज्य पुलिस सेवा के कई अफसरों की उम्मीदों पर पानी फिर जाएगा। प्रदेश में इस साल दो मई को वर्ष 2021 और 2022 की आईपीएस की वैकेंसी के विपरित एसपीएस के अफसरों की डीपीसी होना है। दो साल की वैकेंसी की डीपीसी एक साथ होना है। कुल 16 पदों पर डीपीसी होना है।

अगले साल महज तीन वैकेंसी
राज्य पुलिस सेवा के अफसरों में से अगले साल सिर्फ तीन अफसर ही आईपीएस हो सकेंगे। दरअसल इस साल वैकेंसी सिर्फ तीन पोस्ट के लिए एसपीएस अफसरों को आईपीएस अवार्ड के लिए होंगे। यानि अगले तीन ऐसे सीनियर एसएसपी अफसर जिनका रिकॉर्ड बेहतर होगा वही आईपीएस अवार्ड हो सकेंगे।

इनके रिटायर होने पर मिलेगा पद
राज्य पुलिस सेवा से आईपीएस बने तीन अफसर इस साल रिटायर हो रहे हैं। इनमें आईजी अनिल शर्मा तीस मार्च को रिटायर हो चुके हैं। वहीं डीआईजी खरगौन तिलक सिंह और कमांडेंट अनिता मालवीय भी इस साल रिटायर होंगी। इन तीनों के रिटायर होने वाले पद अगले साल राज्य पुलिस सेवा के तीन अफसरों को आईपीएस अवार्ड कर भरे जाएंगे।

कॉडर रिव्यू नहीं होता तो मिलता एक पद
वर्ष 2022 में यदि आईपीएस अफसरों का कॉडर रिव्यू नहीं होता तो राज्य पुलिस सेवा के अफसरों को आईपीएस बनने में पसीना आ जाता है। दरअसल कॉडर रिव्यू में राज्य पुलिस सेवा से आईपीएस बनने के लिए 5 पद बढ़ा दिए गए थे। इसके चलते वर्ष 2022 की वैकेंसी में इन पदों को भी शामिल कर लिया गया। जबकि राज्य पुलिस सेवा से आईपीएस बने अफसर का एक ही पद पिछले वर्ष रिक्त हुआ था। यानि यह वैकेंसी एक ही निकली थी। कॉडर रिव्यू के पांच पद मिलाकर वर्ष 2022 में 6 पदों की डीपीसी होना है।