कोविड में पिता को खोने वाले जय बारंगे ने UPSC क्रैक की
संभागीय ब्यूरो चीफ चंद्रकांत अग्रवाल की एक्सक्लूसिव खबर
इटारसी। बैतूल जिले के कोविड में पिता का निधन होने पर भी अनुकंपा नियुक्ति नहीं लेने वाले व पापा का सपना पूरा करने की इच्छाशक्ति वाले बैतूल शहर के खंजनपुर क्षेत्र में रहने वाले जय बारंगे के घर खुशियां बिखरी हुई है। क्योंकि जय का UPSC का रिजल्ट आ गया और उन्होंने उसे क्रैक कर दिखा दिया।
उन्होंने UPSC परीक्षा में 587 वीं रैंक हासिल की। बैतूल जिले से महज 25 साल की उम्र में UPSC क्लियर करने वाले वे पहले छात्र बन गए हैं।
पिता का सपना था कि जय IAS बने। 2021 में कोविड से उनके पिता शिक्षक सुभाषचंद्र बारंगे का निधन हो गया था। निधन के बाद जय ने अनुकंपा नियुक्ति नहीं ली। पारिवारिक स्थिति अच्छी होने के कारण उनकी माता ने भी अनुकंपा नियुक्त नहीं ली। 2021 में कोविड से पिता की मौत से वे थोड़ा नर्वस हो गए थे, लेकिन पिता के सपने को पूरा करने के लिए अब उनका संघर्ष, संकल्प का रूप ले चुका था। वे रोजाना 8 से 10 घंटे की पढ़ाई करते। कुछ समय कोचिंग की।
इसके बाद सेल्फ तैयारी शुरू कर दी। दोस्तों के बीच अपनी तैयारी और नोट्स शेयर किए और अपनी गलती पूछी। इससे एक मजबूत स्थिति बनी और वे आईएएस बनने के लक्ष्य को पहली कोशिश में ही हासिल करने में कामयाब हो सके।
उनके पिता शिक्षक स्व. सुभाषचंद्र बारंगे का सपना था कि उनका बेटा IAS बने। क्योंकि उनकी बहन की छोटी बेटी श्वेता पवार डिप्टी कलेक्टर और उनके बड़े भाई का बेटा अमित बारंगे डीएसपी बना था।
जय ने बैतूल से स्कूली शिक्षा पूरी की और भोपाल में बीएससी सब्जेक्ट से ग्रेजुएशन किया। मंगलवार को UPSC का रिजल्ट आने पर सबसे पहले उनके दोस्त मोनू सिंगारे ने घर जाकर बधाई दी। माता संगीता बारंगे बेटे की इस उपलब्धि को लेकर बेहद खुश थीं, तो पति सुभाषचंद्र बारंगे की याद में उनकी आंखें नम भी थीं।
जय ने यूपीएससी की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के लिए कुछ टिप्स दिए हैं। जय ने बताया कि यदि आपको यूपीएससी क्लियर करना है तो सबसे पहले आपको पूरी तरह इसमें खुद को झोंकना होगा। कम से कम इसके लिए आपको 3 साल का समय देना होगा। इस परीक्षा में सबसे ज्यादा जरूरत होती है आत्मविश्वास की। यदि आप डिसिप्लिन के साथ तैयारी करते हैं तो आपको सफलता जरूर मिलती हैं।
डिस्ट्रैक्शन के सवाल पर जय कहते हैं कि डिस्ट्रैक्शन तो सभी को होता है, लेकिन यदि आप अपना टारगेट बनाकर काम करेंगे और हमेशा फोकस रहेंगे तो कोई भी चीज आपका ध्यान नहीं भटका सकतीं। आपको बस खुद पर भरोसा रखना है। पूरी तरह मोटिवेट रहना है। जय ने बताया कि वह अपना दिन का टारगेट पूरा करने के बाद अपने परिवार, दोस्तों से बात किया करते थे।