झाबुआ पुलिस का ‘पद्म प्रयास’…

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झाबुआ पुलिस का ‘पद्म प्रयास’…

मध्यप्रदेश में जब अपराध पर चर्चा होती है, तो महिलाओं पर हो रहे अपराधों का खास जिक्र होता है। ऐसे में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के कार्यकाल में मध्यप्रदेश में अपराधों में कमी लाने और महिला सशक्तिकरण के मिशन में झाबुआ पुलिस अधीक्षक पद्म विलोचन शुक्ल के प्रयास रंग ला रहे हैं। पद्म विलोचन ने प्रदेश के इस आदिवासी जिले में पुलिस की संवेदनशीलता और बालिकाओं को सशक्त करने का सार्थक प्रयास कर एक मिसाल पेश की है। उन्होंने अपने इस प्रयास को “रक्षा सखी मित्र” नाम दिया है। संवेदनशील आईपीएस अधिकारी की सोच यही है कि झाबुआ जिले में 375 ग्राम पंचायत व 800 से अधिक गांव में सुरक्षित समाज का निर्माण करना है। इसके लिए जिले में बाल विवाह रोकने को पुलिस महकमा संकल्पित है। बच्चों को शिक्षा से जोड़े रखना लक्ष्य है। महिला के प्रति हिंसा की रोकथाम की कटिबद्धता है।व्यक्ति के अधिकारों को सुरक्षित करना, प्रशासन व समुदाय में समन्वय स्थापित करना और बालिकाओं को पढ़ाई के लिये प्रेरित करने हेतु कार्यक्रम चलाने के प्रति झाबुआ पुलिस समर्पित हो गई है।

“रक्षा सखी मित्र” योजना” के मूल में झाबुआ में महिलाओं पर अपराध के वही आंकड़े हैं, जिनका विश्लेषण कर पुलिस अधीक्षक पद्म विलोचन शुक्ल ने यह नवाचार शुरू करने का संकल्प साकार किया है। झाबुआ जिले में गुमशुदा बालिकाओं की शिक्षा की पूर्व की स्थिति का आकलन किया गया। पैरामीटर थे गुम बालिकाओं की आयु, संख्या, असाक्षर और साक्षर। साक्षरता में आकलन किया गया कि बालिका 8वीं तक, 9वीं से 12वी तक और स्नातक या अधिक शिक्षित थी। निष्कर्ष यही निकला कि असाक्षरता अपराध का शिकार हो रही आदिवासी बालिकाओं के लिए अभिशाप बन गई है। पुलिस अधीक्षक का पदभार ग्रहण करने के उपरांत महिला संबंधी अपराधों में कमी लाने, बालिकाओं की सुरक्षा और सुंदर भविष्य प्रदान करने को पद्म विलोचन प्रतिबद्ध हो गए। और इसी दिशा में आगे कदम बढ़ाते हुए समाज में महिला सशक्तिकरण एवं हिंसा मुक्त समाज के निर्माण के लिए झाबुआ जिले में 30 जून 2024 से एक महत्वाकांक्षी “रक्षा सखी मित्र” योजना शुरू की। इसके माध्यम से जागरूकता पैदा करने और सामाजिक सरोकार में संवेदनशील पुलिस की भूमिका को प्रभावी बनाने हेतु सार्थक पहल जारी है।

झाबुआ जिले में निरंतर प्रयासों के साथ, ‘‘रक्षा सखी एवं मित्र” टीम द्वारा छात्र-छात्राओं, पंच-सरपंच, पटेल-तड़वी तथा स्व-सहायता समूह की महिलाओं से निरंतर संवाद के माध्यम से समस्या के प्रति जन चेतना जागृत की जा रही है। महिलाओं के प्रति अपराध एवं बाल-विवाह के दुष्पिरणामों से अवगत किया जा रहा है। युवक-युवतियों से “रक्षा सखी एवं मित्र’’ टीम सतत संपर्क में है और समझाईश दे रही है कि आप मुसीबत में हैल्पलाईल नंबर 7049140301 डायल करें। आपके एक कॉल से पुलिस को लोकेशन का पता चल जाएगा और ‘‘हाईटेक एण्ड स्मार्ट पुलिसिंग’’ घटना स्थल पर पहुंच जाएगी। पुलिस अपराधों से निपटने को प्रतिबद्ध है, किन्तु सजगता से ही दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है। शिक्षा के साथ बालिकाएं जूडो-कराटे, मार्शल आर्ट सीख कर आत्मरक्षा कर सकती हैं। ‘‘रक्षा सखी एवं मित्र’’ योजना के माध्यम से महिला जागरूकता एवं साइबर क्राईम, नवीन अपराध अधिनियम-2023 एवं यातायात नियमों के प्रति आम जनता, ग्रमीणों एवं स्कूली बच्चों को जागरूक किया जा रहा है ।

‘‘रक्षा सखी एवं मित्र’’ अभियान की विशेष पहल, महिला अपराध की रोकथाम तो है ही, साथ में बालिकाओं में आत्मरक्षा के भाव जागृत करना है एवं सामजिक जागरूकता पैदा करना है। पुलिस अधीक्षक पद्म विलोचन के मुताबिक “हमारा ध्येय बालिकाओं और समाज के लोगों में सुरक्षा का विचार देना नहीं है बल्कि सुरक्षा का विचार जगाना है। आज खुद के लिए पढ़ेंगे तो कल देश का नाम रोशन करेंगे।’’

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तो झाबुआ पुलिस का यह परिणाममूलक मिशन जारी है। अभी तक जिला पुलिस झाबुआ द्वारा कुल 177 स्कूलों में ‘‘रक्षा सखी एवं मित्र’’ टीम द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया जाकर कुल 50,780 बालक,बालिकाओं को जागरूक किया गया। इसी प्रकार कुल 74 ग्रामों, मोहल्लों में जागरूकता अभियान चलाया जाकर कुल 3,922 ग्रामीणजनों को जागरूक किया गया, जिनमें 1852 पुरूष, 1078 महिलाएं एवं 992 बच्चे सम्मिलित हो चुके हैं, जो इस योजना से लाभन्वित हुए है। इसी कड़ी में कुल 220 ग्रामीणजनों द्वारा हेलमेट का धारण किय गया।

निश्चित तौर से झाबुआ जिला एसपी पद्म विलोचन शुक्ल के नेतृत्व में बालिकाओं को सशक्त कर अपराधों से बचाव की दिशा में ठोस कदम आगे बढ़ा रहा है। प्रदेश के दूसरे जिलों में भी झाबुआ के इस नवाचार में रंग भरा जा सकता है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में प्रदेश में पुलिस संवेदनशीलता और महिला सशक्तिकरण की यह योजना पूरे देश को नई दिशा दे सकती है। उम्मीद है कि झाबुआ पुलिस का यह ‘पद्म प्रयास’ महिला अपराध मुक्त मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव के सपने में रंग भरेगा

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