Jobat ByElection: चुनावी संग्राम का अंतिम सप्ताह, BJP की मैरेज गार्डन से और होटल से कांग्रेस की बन रही रणनीति

सोमवार को शिवराज, सिंधिया और कमलनाथ का होगा चुनावी केम्पेन

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Prithvipur Assembly

इंदौर से प्रदीप जोशी की रिपोर्ट

इंदौर: इंदौर संभाग के आदिवासी अंचल अलीराजपुर की जोबट विधानसभा सीट पर चुनावी संग्राम अब अपने चरम पर पहुंच चुका है। त्यौहारी दौर में हो रहे इस चुनाव में मतदाताओं को रिझाने का यह अंतिम सप्ताह है। इसके लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों ने सारी ताकत झोक रखी है। सोमवार को भाजपा की और से मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के आने की सूचना है, वही कांग्रेस के लिए एक बार फिर कमलनाथ मैदान संभालेंगे। वैसे दोनों ही दलों के दिग्गज नेता बीते पद्रह दिनों से मैदान में डटे है। भाजपा का शक्ति केंद्र खट्टाली रोड़ पर स्थित श्रीवास्तव मैरेज गार्डन बना हुआ है, वही साई पैलेस होटल कांग्रेस का कंट्रोल रूम है जहां से सारी रणनीति तैयार की जा रही है।

प्रचार के अंतिम पांच दिन –
तीन विधानसभा और एक लोकसभा सीट के लिए 30 अक्टोबर को मतदान होना है। प्रचार के लिए अंतिम पांच दिन शेष बचे है। कांग्रेस भाजपा दोनों ही दल ताकत दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे। प्रचार, जनसंपर्क के अलावा आरोप प्रत्यारोप के दौर भी खासा तेज हो चुका है। मतदाताओं को प्रलोभन देने, डराने धमकाने जैसी शिकायतों के अलावा चुनावी आचार संहिता के उल्लंघन की रोज दर्जनों शिकायते निर्वाचन अधिकारी तक पहुंच रही है। स्थानीय नेताओं के अलावा दोनों दलों के वरिष्ठ नेता जोबट विधानसभा के कट्ठीवाड़ा, उदयगढ़, भाबरा (आजाद नगर) और अम्बाह ब्लॉक में मुस्तेदी से जुटे है।

मैदान में चुस्त नजर आ रही कांग्रेस –
पहली बार कांग्रेस संगठित और मैदान में चुस्त नजर आ रही है। कांग्रेस प्रत्याशी महेश पटेल के नामांकन दर्ज करवाएं जाने के बाद से एक बार भी कमजोरी नजर नहीं आई। स्थानीय नेता शुरूआत से काम में जुट चुके थे अब वे भी इमानदारी से प्रचार में जुटे है जो टिकट ना मिलने से आहत हुए थे। होटल साई पैलेस में बने कंट्रोल रूम की कमान चुनाव प्रभारी और कमलनाथ के विश्वस्त विधायक रवि जोशी के हाथ में है। मैदान में वरिष्ठ नेता कांतिलाल भूरिया, डॉ विक्रांत भूरिया सारे चुनावी सूत्र संभाले हुए है।

विधानसभा क्षेत्र के अलग अलग ब्लॉक की कमान अन्य वरिष्ठ नेताओं के हाथ में है। अलीराजपुर में डॉ विजयलक्ष्मी साधो, जोबट में पूर्व मंत्री हनी बघेल, कट्ठीवाड़ा में पूर्व सांसद गजेंद्र सिंह राजूखेड़ी, उदयगढ़ में उमंग सिंघार तथा भाबरा में बाला बच्चन डटे हुए है। इनके सहयोग के लिए विधायक प्रताप ग्रेवाल, पांचीलाल मेढ़ा, चंद्रभागा किराडे, हिरा अलावा, ग्यारसीलाल रावत, हर्ष गेहलोत, वालसिंह मेढ़ा, वीरसिंह भूरिया, नियल डागा सक्रिय है।

रोज हो रही मानिटरिंग –
कांग्रेस अपनी परम्परा से हट कर काम कर रही है। बाहरी नेताओं का प्रवेश निषेध है और स्थानीय नेताओं के कामकाज की रोज समीक्षा हो रही है। सुबह की दिनचर्या साई पैलेस में नाश्ते के साथ होती है। रात्री भोजन से पहले समीक्षा बैठक और हर दिन की फीड बैक पार्टी अध्यक्ष कमलनाथ को भेजा जाता है। इसके साथ ही अगले दिन की तैयारी हो जाती है।

भाजपा के शक्ति केंद्र पर मंत्री सकलेचा और दत्तीगांव का डेरा –
खट्टाली रोड़ पर स्थित श्रीवास्तव मैरेज गार्डन पर भाजपा का शक्ति केंद्र बना हुआ है। कार्यकर्ताओं के खाने पीने आराम का पूरा इंतजाम इस केंद्र पर है। बीते दस दिनों से मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा और राज्यवर्धनसिंह दत्तीगांव इस केंद्र पर डेरा जमाए हुए है। सुलोचना रावत को प्रत्याशी घोषित किए जाने के बाद जो नाराजी स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं में उभरी थी वह लगभग समाप्त हो चुकी है। इसके पीछे दोनों मंत्रियों के अलावा मुख्यमंत्री और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष का रोल भी अहम रहा है। इंदौर के विधायक रमेश मेंदोला प्रभारी की हैसियत से वही पर डटे है। उनके अलावा सांसद गुमानसिंह डामोर, गजेंद्र पटेल, सुमेर सिंह भी समन्वयक की भूमिका में है। मैदान में पूर्व विधायक माधोसिंह डाबर, मुकामसिंह, नागरसिंह चौहान सक्रिय है। रावत परिवार के वोट बैंक को एकजुट करने की जिम्मेदारी विशाल रावत के उपर है।