JUDA Strike : कोलकाता में जूनियर डॉक्टर के साथ हुई घटना के विरोध में MP में JUDA की बेमुद्दत हड़ताल!
Bhopal : कोलकाता में जूनियर महिला डॉक्टर के साथ हुई दुष्कर्म की घटना और उसकी हत्या के विरोध में प्रदेश भर में जूनियर डॉक्टरों ने हड़ताल कर दी। इन डॉक्टरो ने कहा कि वे इमरजेंसी सेवाओं के अलावा और कोई सेवा नहीं देंगे। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने भी इस बारे में पत्र जारी किया है, जिसके बाद एसोसिएशन की मध्यप्रदेश शाखा ने भी हड़ताल को लेकर पत्र जारी किया। इस हड़ताल से बड़े शहरों के अस्पतालों में हालत बिगड़ गई। कई सर्जरी कैंसिल कर दी गई। सबसे ज्यादा परेशानी ओपीडी के मरीजों को लेकर हो रही। भोपाल के हमीदिया अस्पताल और इंदौर के एमवायएच में मरीजों की भीड़ लग रही है।
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मध्यप्रदेश में आज से जुड़ा (जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन) के आह्वान पर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू हो गई। प्रदेश में करीब 3 हजार डॉक्टर्स हड़ताल पर रहेंगे। भोपाल के हमीदिया अस्पताल प्रबंधन ने सभी डॉक्टर की छुट्टियां कैंसिल कर उन्हें काम पर लौटने के निर्देश दिए हैं। हमीदिया में रोजाना 1000 से अधिक मरीज ओपीडी में आते है। ‘जूड़ा’ ने कल देर रात 12 बजे से अपनी अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी। जीएमसी डीन ने डिपार्टमेंट प्रमुखों को दिए मेडिकल टीचर्स को इमरजेंसी ऑपरेशन थिएटर और वार्ड में तैनात करने के निर्देश दिए हैं।
इंदौर में MY के जूनियर डॉक्टरों ने काम बंद किया
एमजीएम मेडिकल कॉलेज के पीजी स्टूडेंट ने एमवाय अस्पताल में काम बंद कर दिया। सोमवार से एमजीएम मेडिकल कॉलेज और एमवायएच के डॉक्टर सिर्फ इमरजेंसी केस में इलाज कर रहे हैं। बुधवार शाम को मांगों पर कार्रवाई के आश्वासन पर जूनियर डॉक्टरों ने हड़ताल से लौटने पर सहमति जताई थी। लेकिन, बुधवार रात कोलकाता में प्रदर्शन कर रहे चिकित्सकों के साथ हुई हिंसा के बाद अब आंदोलन और तेज हो गया। देर रात प्रदर्शनकारियों के साथ हुई हिंसा के बाद इंदौर में मध्य प्रदेश जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने गुरुवार को एमजीएम डीन को मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्र के नाम ज्ञापन सौंप कर सभी रूटीन चिकित्सा कार्य बंद करने का ऐलान किया है। मध्य प्रदेश में जूनियर डॉक्टरों द्वारा सिर्फ इमरजेंसी सेवाएं दी जाएंगी। आरोपियों पर कार्रवाई नहीं होने पर अग्र आंदोलन करने की बात कही है।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने पत्र लिखकर कहा कि सभी निजी और सरकारी अस्पतालों में ओपीडी बंद रखी जाएगी। केंद्रीय आईएमए के बाद आईएमए की मप्र ब्रांच ने प्रदेश के सभी जिलों के आईएमए को इस संबंध में पत्र जारी किया है।
जूनियर डॉक्टर्स ने इन मांगों के साथ मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया।
1. उचित सबूतों के साथ अगले 48 घंटों के भीतर सभी दोषियों की गिरफ्तारी हो।
2. लिखित माफी और उच्च अधिकारियों (पूर्व प्राचार्य, एमएसवीपी, छात्र मामलों के डीन, एचओडी, चेस्ट मेडिसिन, सहायक) के इस्तीफे का आदेश हो।
3. स्थल को तुरंत सील करने का आदेश दें।
4. मुआवजे की घोषणा की जाए।
5. सभी मेडिकल कॉलेजों में पर्याप्त सुरक्षा के उपाय हो।
6. कोलकाता पुलिस द्वारा मेडिकल छात्रों और जूनियर डॉक्टरों पर किए गए हमले के लिए सार्वजनिक माफी।