

Kailash Mansarovar Yatra 2025: मानसरोवर यात्रा पर जाने से पहले खर्च से लेकर इन इम्पोर्टेन्ट चीजों का रखें ध्यान
मानसरोवर यात्रा के लिए पासपोर्ट होना जरूरी
कैलाश पर्वत, 22,028 फीट ऊँचा एक पत्थर का पिरामिड, जिस पर सालभर बर्फ की सफेद चादर लिपटी रहती है। हर साल कैलाश-मानसरोवर की यात्रा करने, शिव-शंभु की आराधना करने, हजारों साधु-संत, श्रद्धालु, दार्शनिक यहाँ एकत्रित होते हैं, जिससे इस स्थान की पवित्रता और महत्ता काफी बढ़ जाती है।
मान्यता है कि यह पर्वत स्वयंभू है। कैलाश-मानसरोवर उतना ही प्राचीन है, जितनी प्राचीन हमारी सृष्टि है। इस अलौकिक जगह पर प्रकाश तरंगों और ध्वनि तरंगों का समागम होता है, जो ‘ॐ’ की प्रतिध्वनि करता है। इस पावन स्थल को भारतीय दर्शन के हृदय की उपमा दी जाती है, जिसमें भारतीय सभ्यता की झलक प्रतिबिंबित होती है।
सनातन काल से कैलाश मानसरोवर की यात्रा अनेकों मान्यताओं और आस्थाओं का घर है। इस यात्रा की जब भी शुरुआत होती है, देश भर के श्रद्धालुओं में एक खुशी की लहर दौड़ जाती है।इस साल कैलाश मानसरोवर यात्रा 30 जून से शुरू होगी और 25 अगस्त तक चलने वाली है। इस यात्रा की शुरुआत करीब 5 साल बाद हो रही है। खबरों के मुताबिक इस यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू है और अंतिम तारीख 13 मई 2025 है।अगर आप कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करने जा रहे हैं, तो यात्रा में शामिल होने से पहले आपको इन इम्पोर्टेन्ट चीजों को भूलकर भी इग्नोर नहीं करना चाहिए।
कैलाश मानसरोवर यात्रा पर जाने से पहले कई श्रद्धालु सबसे पहले यह सर्च करते हैं कि इस यात्रा में कितना खर्च आएगा। ऐसे में आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कई खबरों के अनुसार इस यात्रा का खर्च आमतौर पर डेढ़ लाख से दो लाख के बीच होता है।
कुछ खबरों के मुताबिक उत्तराखंड के लिपुलेख दर्रा से जाने लिए करीब 1.80 लाख और सिक्किम नाथू-ला दर्रा मार्ग से जाने में करीब 2.50 लाख तक खर्च आ सकता है। ऐसे में यात्रा से पहले खर्च का ध्यान रखना बहुत जरूरी है।
मानसरोवर यात्रा के लिए पासपोर्ट होना जरूरी
कई लोग यह सोचते हैं कि मानसरोवर यात्रा पर जाने के लिए आधार कार्ड, पैन कार्ड आदि ही लगते होंगे, लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस यात्रा का आयोजन विदेश मंत्रालय द्वारा किया जाता है और इस यात्रा के लिए यात्री के पास पासपोर्ट होना जरूरी है। अगर यात्री के पास पासपोर्ट नहीं है, तो इस यात्रा में यात्री शामिल नहीं हो सकता है।
शायद आपको मालूम हो, अगर नहीं मालूम है तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जब यात्री सफल ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर लेते हैं, तो विदेश मंत्रालय द्वारा लकी ड्रॉ निकाला जाता है। ड्रॉ में जिस यात्री का नाम आ जाता है, उसके बाद यात्रा के लिए यात्री को मार्ग और बैच का निर्धारित कर दिया जाता है। इसके लिए यात्री के मोबाइल या ई-मेल पर सूचित कर दिया जाता है।
मेडिकल जांच होती है
कैलाश पर्वत समुद्र तल से करीब 6 से हजार से अधिक मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यहां तक पहुंचने के लिए कई किमी तक ट्रेकिंग करनी पड़ती है। जैसे- लिपुलेख दर्रा से जाने के लिए करीब 200 किमी और नाथु ला दर्रे कैलाश पर्वत जाने के लिए करीब 36 किमी ट्रेकिंग करनी पड़ती है।
इतनी लंबी ट्रेकिंग और ऊंचाई पर चढ़ने के लिए यात्री को फिट रहना बहुत जरूरी है। इसलिए यात्रा पर भेजने से पहले विदेश मंत्रालय द्वारा यात्री की सेहत पूरी जांच होती है। अगर यात्री फिट नहीं है, तो उसे यात्रा में शामिल नहीं किया जाता है।
मानसरोवर यात्रा के लिए उम्र
चल रहे साल की 1 जनवरी से कम से कम 18 वर्ष और अधिक से अधिक 70 वर्ष उम्र होनी चाहिए। आपको यह भी बता दें कि तीर्थयात्री भारतीय नागरिक होना चाहिए।
- नोट: कैलाश मानसरोवर यात्रा से जुड़ी अधिक जानकारी के लिए आप हेल्पलाईन नंबर 011-23088133 पर कॉल कर सकते हैं।
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