
हरदा में नकली हीरे के मामले पर करणी सेना-पुलिस आमने-सामने, लाठीचार्ज, गिरफ्तारी और चक्काजाम से शहर में तनाव
मध्य प्रदेश के हरदा में शनिवार की शाम सिटी कोतवाली क्षेत्र एक बार फिर सुर्खियों में आ गया, जब 22 लाख के नकली हीरे के चर्चित मामले में पुलिस और करणी सेना के बीच जबरदस्त टकराव हो गया। राजपूत समाज के एक व्यक्ति ने इंदौर के व्यापारी से 22 लाख रुपये में हीरा खरीदा था, जो बाद में नकली निकला। फरियादी ने दिसंबर 2024 में सिटी कोतवाली में 420 का केस दर्ज कराया था। शनिवार को पुलिस ने आरोपी को न्यायालय में पेश किया, लेकिन रिमांड की मांग नहीं की, जिससे करणी सेना के पदाधिकारी नाराज हो गए।
करणी सेना जिलाध्यक्ष सुनील सिंह राजपूत के नेतृत्व में कार्यकर्ता थाने का घेराव करने पहुंचे। उनका आरोप था कि पुलिस आरोपी को संरक्षण दे रही है और फरियादी को न्याय नहीं मिल रहा। थाने के बाहर पुलिस और करणी सैनिकों के बीच तीखी बहस और नारेबाजी हुई। इसी दौरान एसडीओपी अर्चना शर्मा के आदेश पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया, जिससे भगदड़ मच गई। लाठीचार्ज के बाद जिलाध्यक्ष सहित पांच लोगों को गिरफ्तार कर 151 में जेल भेजा गया। गिरफ्तारी के समय जिलाध्यक्ष ने सब इंस्पेक्टर को वर्दी उतारकर मिलने की चुनौती दी, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।

गिरफ्तारी की खबर फैलते ही करणी सेना के अन्य कार्यकर्ताओं ने खंडवा बायपास पर चक्काजाम कर दिया। सैकड़ों कार्यकर्ता पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग करते रहे। चक्काजाम के कारण शहर के प्रमुख मार्गों पर लंबा जाम लग गया और आमजन को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। पुलिस बल की अतिरिक्त तैनाती की गई, लेकिन खबर लिखे जाने तक धरना और चक्काजाम जारी था।
करणी सेना का आरोप है कि पुलिस ने एकतरफा कार्रवाई की और आरोपी को बचाने की कोशिश की, जबकि पुलिस का कहना है कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए लाठीचार्ज किया गया। इस पूरे घटनाक्रम ने शहर में तनाव का माहौल बना दिया है, और प्रशासन पर निष्पक्षता को लेकर सवाल उठ रहे हैं।





