Karthikeya’s Campaign is Not for His Father : शिवराज सिंह का बेटा BJP की विचारधारा के लिए प्रचार कर रहा, पिता के लिए नहीं!

कांग्रेस के लिए कार्तिकेय ने कहा 'पहले अपने लोगों को समेटें फिर आरोप प्रत्यारोप का खेल खेलें!'

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Karthikeya’s Campaign is Not for His Father : शिवराज सिंह का बेटा BJP की विचारधारा के लिए प्रचार कर रहा, पिता के लिए नहीं!

Vidisha : विदिशा संसदीय सीट पर 7 मई को मतदान होगा। यहां से प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भाजपा प्रत्याशी हैं। रविवार को शिवराज सिंह चौहान के बड़े बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान सीहोर जिले की बुदनी विधानसभा में प्रचार किया। विधानसभा चुनाव के लिए भी कार्तिकेय चौहान ने पिता के लिए चुनाव प्रचार किया था।

कांग्रेस पर हमला बोलते हुए शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिकेय चौहान ने कहा कि पहले वे नेतृत्व हासिल करें, नीति हासिल करें और पहले पार्टी में विचारधारा लेकर आएं। पार्टी के लोग इन सभी बातों की गैर मौजूदगी में छोड़-छोड़कर भाग रहे हैं। पहले इन लोगों को समेटें फिर आरोप प्रत्यारोप का खेल खेलें। कार्तिकेय चौहान ने आगे कहा कि पिता शिवराज सांसद उम्मीदवार के लिए बेहतर ऑप्शन हैं। सीएम पद पर उन्हें 18 साल का अनुभव है, इसलिए एक प्रत्याशी के रूप में विदिशा संसदीय सीट से वह बेहतर आप्शन भी हैं और बेहतर काम करने का हुनर रखते हैं।

कार्तिकेय सिंह चौहान ने यह भी कहा कि मैं पिताजी के लिए नहीं, पार्टी की विचारधारा के लिए प्रचार कर रहा हूं। पहले पार्टी की विचारधारा उसके बाद कोई रिश्ते होते हैं। हमारी पार्टी की यही संस्कृति है। मैं विदिशा लोकसभा के लिए प्रचार कर रहा हूं और मैं चाहता हूं कि हमारी सरकार बने और हमारे विचार, संस्कृति के माध्यम से हम देश के विकास में योगदान दें।

विधानसभा और लोकसभा चुनाव में अंतर पर कार्तिकेय सिंह चौहान ने कहा कि मैंने 6 महीने पहले ही अपने पिता के लिए विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार किया था। जो कसर विधानसभा चुनाव में बची थी, वह लोकसभा चुनाव में पूरी हो जाएगी। जहां तक बुदनी विधानसभा का सवाल है, विदिशा संसदीय सीट में आठ विधानसभाएं हैं उनमें बुदनी भी सबसे अच्छा प्रदर्शन करेगी।

उन्होंने कहा कि मैं मतदाताओं से कहना चाहता हूं कि मध्य प्रदेश में प्रथम चरण में संतोषजनक मतदान हुआ। छिंदवाड़ा में तो 73% मतदान हुआ। मैं मतदाताओं से यही अपील करता हूं कि लोकतंत्र का महापर्व हैं, आप पांच साल के लिए अपना भविष्य चुनने जा रहे हैं। ऐसे में यदि वोटिंग प्रतिशत कम होता है तो हमारे देश में निर्णायक भविष्य चुनने में तकलीफ होगी। हमारे भविष्य का सवाल है इसलिए अपने घर से दो मिनट के लिए जरूर निकलें और अपने मतदाधिकार का प्रयोग जरूर करें।