Bhopal: मध्यप्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव को खंडवा लोकसभा उपचुनाव में उम्मीदवार नहीं बन पाने का अफसोस तो है। भले ही पारिवारिक कारण बताकर वे टिकट की दौड़ से पीछे हट गए हों, पर सच्चाई सभी जानते हैं। वे खुद दौड़ से हटे या उनको हटने के लिए कहा गया, ये सच कभी न कभी तो सामने आएगा, पर अरुण यादव के दिल में छुपा दर्द अब छलकने भी लगा है।
बुरहानपुर की चुनावी सभा में उन्होंने स्पष्ट तो कुछ नहीं कहा पर इशारों में उन्होंने अपना दर्द बयां जरूर किया। ‘मैं हर बार फसल उगाता हूँ और काटकर कोई और ले जाता है! 2018 में भी यही हुआ। आलाकमान ने कहा कि आपकी फसल किसी और को दे दूं, तो मैंने कहा दे दो, हम फिर उगा लेंगे! जो पार्टी कहती है मैं वही करता हूं!’. https://youtu.be/J724Vqq-LVc
अरुण यादव ने यह बात भले ही सहजता से कही हो, पर इसमें छुपा दर्द समझ आता है कि उन्हें टिकट न मिल पाने का अफसोस तो है। लेकिन, पार्टी के प्रति प्रतिबद्धता को भी उन्होंने खुलकर व्यक्त किया।