खरगोन से आशुतोष पुरोहित की रिपोर्ट
खरगोन: खरगोन में पंचायत चुनाव की आचार संहिता के चलते एक जून को होने वाले मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत सामूहिक विवाह के आयोजन निरस्त हो जाने से बेटियों की शादी के लिए परिजनो को ताबड़तोड़ व्यवस्था जुटाना पढ रही है। स्थानीय इंदिरा नगर के एक गरीब मजदूर को बेटी की शादी के लिये 50 हजार रूपये में मकान तक गिरवी रखना पढा। इंदिरा नगर निवासी युवती बसन्ती के पिता गजानन्द सोलंकी मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करते है। बेटी बसंती की शादी शहर के अानंद नगर मंडी में एक जून को मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत होने जा रही थी।
आवेदन करने के बाद सामूूहिक विवाह में शामिल होने की स्वीकृति भी मिल गई थी। पंजीयन और स्वीकृति के बाद मजदूर परिवार ने सभी तैयारी शुरू कर दी थी। एक जून को इन्दौर से बारात आ रही है। सामूहिक विवाह सम्मेलन निरस्त होने से परिजन चिंतित और परेशान है। पिता गजानन्द के पास फिलहाल शादी के लिए रुपयों की व्यवस्था नही होने अब घर को गिरवी रखकर बेटी की शादी करवा रहे है।
मीडियावाला ने युवती बसंती और पिता गजानंद से खास बातचीत की।
पिता और बेटी बसंती का कहना था शासकीय मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में सामूहिक सम्मेलन में शादी होने वाली थी। अब आयोजन निरस्त हो जाने से 50 हजार रूपये में घर गिरवी रखकर पापा शादी करा रहे है। युवती शिवराज मामा से गिरवी रखे पिता के घर को छूडाने की मांग कर रही है। इधर गजानंद का कहना है की शादी के लिये घर गिरवी रखना मजबूरी थी। पिता भी जिला प्रशासन सहित शासन से आर्थिक सहायता दिए जाने की मांग कर रहा है।
इधर समाजसेवी विजय कोचले का कहना है की समाजिक स्तर पर सभी लोग मदद कर रहे है लेकिन आचार संहिता के बाद युवती बसंती को मुख्यमंत्री कन्यादान योजना की राशि और सामान मिलना चाहिये। जिससे पिता आपना गिरवी घर छूडा ले। हमारे समाज की ओर से 5100 रूपये और विधायक रवि जोशी की ओर से 11 हजार रूपये की मदद की जा रही है।