Khargone News: महेश्वर से ओंकारेश्वर तक तीन दिवसीय 70 किलोमीटर की पैदल माहिष्मती कावड़ यात्रा

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खरगोन से आशुतोष पुरोहित की रिपोर्ट

महेश्वर से ओंकारेश्वर तक तीन दिवसीय 70 किलोमीटर की पैदल माहिष्मती कावड़ यात्रा बम बम भोले के जयघोष के साथ निकली, पूर्व विधायक राजकुमार मेव की अगुवाई में निकली कावड़ यात्रा में प्रदेश के कृषि जिले के प्रभारी मंत्री कमल पटेल सहित हजारों लोग हुए शामिल, 13 वीं माहिष्मति कावड़ यात्रा को लेकर श्रदालुओं में देखी आस्था और श्रद्धा, कोरोना काल के दो वर्ष के बाद बड़ा धार्मिक आयोजन

खरगोन: खरगोन जिले की पवित्र नगरी महेश्वर से आज ओंकारेश्वर तक तीन दिवसीय 70 किलोमीटर की पैदल माहिष्मती कावड़ यात्रा निकली। पूर्व विधायक राजकुमार मेव की अगुवाई में निकली कावड़ यात्रा में प्रदेश के कृषि जिले के प्रभारी मंत्री कमल पटेल सहित हजारों लोग शामिल हुए।

इस दौरान बम बम भोले के जयकारों से महेश्वर शहर गूंज उठा। 13 वीं माहिष्मती कावड़ यात्रा को लेकर श्रदालुओं में जमकर उत्साह देखा गया। पिछले दो वर्षों से कोरोना काल के चलते कावड़ यात्रा नहीं निकल पा रही थी। इस वर्ष लोगों में भगवान भोलेनाथ के प्रति अटूट आस्था, श्रद्धा के साथ भक्ति देखी जा रही है।

जयघोष के नारे और कतारबद्ध कावड़ियों की पैदल यात्रा लंबे समय के बाद महेश्वर और उसके आसपास देखी गई। सुबह नर्मदा नदी के पवित्र आहिल्या घाट पर साधु संत की मौजूदगी में मंत्री कमल पटेल और राजकुमार मेव की मौजूदगी में कावड़ यात्रियों ने नर्मदा का पूजन अर्चना अभिषेक कर चुनरी चढ़ाई।

कावड़ यात्रा निकलने के पूर्व प्रभारी मंत्री कमल पटेल ने भारत की संस्कृति और समाजिक समरसता पर अपने विचार रखे।

इस दौरान मंत्री कमल पटेल का कहना था कि पीएम नरेन्द्र मोदी ने दुनिया में भारत के अपनी अलग पहचान बनाई है। कावड़ यात्रा को देश को आजादी दिलाने के दौरान शहीद हुए शहीदों को समर्पित किया गया।

इस अवसर पर संत द्वारका बापू ने भी कावड़ यात्रियों को संबोधित किया। तीन दिवसीय कावड़ यात्रा का 25 जुलाई को ओंकारेश्वर और ममलेश्वर में कावड़ यात्री नर्मदा जल से अभिषेक करने के साथ ही यात्रा का समापन होगा।

कावड़ यात्रा का शुभारंभ प्रभारी मंत्री कमल पटेल ने कावड़ पूर्व विधायक राजकुमार मेव के कांधे पर रखकर किया।

इस दौरान मंत्री कमल पटेल अपने हाथ में तिरंगा लेकर नर्मदा घाट से जय स्तंभ चौराहे तक कावड़ यात्रियों के साथ एक किलोमीटर पैदल चले। यात्रा का पहला पड़ाव आज रात कतरगांव में होगा। जहाँ कावड़ यात्रियों के लिये भजन संध्या का आयोजन किया गया है। दूसरे दिन पैदल चलकर कावड़िए अगले पड़ाव बड़वाह पहुंचेगे। बड़वाह में रात्रि पड़ाव के बाद 25 जुलाई को कावड यात्रा ओंकारेश्वर पहुंचेगी।