Kharmas 2023 :आज से शुरू हो रहा है ‘खरमास’, इस दौरान भूलकर भी न करें ‘ये’ शुभ कार्य
पंडित अरविन्द तिवारी
15 मार्च को सुबह 6 बजकर 34 मिनट पर सूर्यदेव मीन राशि में प्रवेश कर रहे हैं। 14 अप्रैल की दोपहर 2 बजकर 59 मिनट तक सूर्य, मीन राशि में ही गोचर करते रहेंगे, उसके बाद मेष राशि में प्रवेश कर जाएंगे। ज्योतिष शास्त्र में सूर्य देव को सभी ग्रहों का राजा बताया गया है। इस तरह सूर्य द्वारा किए गए राशि परिवर्तन को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। मालूम हो कि जब सूर्य मीन या धनु राशि में गोचर करते हैं तो इस राशिपरिवर्तन के कारण खरमास शुरू हो जाता है। यानी कि सूर्य के मीन राशि में गोचर करते ही खरमास शुरू हो जाएग।
15 मार्च से शुरू हुआ खरमास 14 अप्रैल तक रहेगा। ज्योतिष शास्त्र में खरमास को अच्छा नहीं माना जाता। इस दौरान कोई भी शुभ कार्य जैसे विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन संस्कार, नई वधू का गृह प्रवेश, सगाई, नया बिजनेस शुरू करना आदि कामों की मनाही होती है.
15 मार्च को लगने वाला खरमास पूरे एक महीने बाद ही खत्म होगा। खरमास 14 अप्रैल 2023 की दोपहर 2 बजकर 59 मिनट तक रहेगा। खरमास के खत्म होते ही फिर से सभी मांगलिक कार्यक्रम जैसे- शादी-विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश आदि शुरू हो जाएंगे
. खरमास के समय आप को भगवान सूर्य और श्री हरि विष्णु की आराधना करनी चाहिए.जब भी हम कोई मांगलिक कार्य करते हैं तो उसके फलित होने के लिए गुरु का प्रबल होना जरूरी है. धनु एवं मीन बृहस्पति ग्रह की राशियां हैं. खरमास के समय सूर्य इन दोनों राशियों में होते हैं, इसलिए शुभ कार्य नहीं होते. खरमास में गृह प्रवेश, गृह निर्माण, नए बिजनेस का प्रारंभ, शादी, सगाई, वधू प्रवेश आदि जैसे मांगलिक कार्य नहीं करना चाहिए.
खरमास में नवरात्रि
इस बार नवरात्रि का प्रारंभ खरमास में हो रहा है. चैत्र नवरात्रि 22 मार्च से प्रारंभ हो रही है. खरमास मीन की संक्रांति 15 मार्च दिन बुधवार प्रातः 06: 33 से 14अप्रैल 2023 की दोपहर 02:59 तक रहेगी इसी बीच में चैत्र नवरात्रि की पूजा पाठ कलश स्थापना 22 मार्च दिन बुधवार को सुबह से ही प्रारंभ हो जाएंगे इस दिन कलश स्थापना के साथ मां दुर्गा की आराधना प्रारंभ होगी. चैत्र नवमी 30 मार्च गुरुवार को होगी.