KISSA-A-IAS : IIT,IIM,लंदन का जॉब छोड़ा, IPS के बाद बनी IAS अफसर

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KISSA-A-IAS : IIT,IIM,लंदन का जॉब छोड़ा, IPS के बाद बनी IAS अफसर

यह कहानी उस महिला IAS अफसर की है जिसकी यात्रा में कई अप एंड डाउन्स आए। वे सबसे पहले IIT फिर IIM में सफल रही। फिर उन्होंने लंदन में सम्मानजनक जॉब किया लेकिन बात नहीं बनी, संतोष नहीं हुआ,मन नहीं लगा। वापस भारत आई। जहां उन्होंने UPSC की तैयारी कर पहले IPS बनी और अंततः फाइनली IAS.

यह कहानी है यूपी के मिर्जापुर जिले की DM दिव्या मित्तल की।अपने शैक्षणिक कैरियर में इतनी डिग्रियां और शिक्षा के विभिन्न क्षेत्रों का अनुभव शायद ही किसी अन्य IAS अधिकारी के पास होगा।

IIT,IIM,लंदन का जॉब छोड़ा, IPS के बाद IAS

IAS अफसर दिव्या मित्तल IIT, IIM करने के बाद देश सेवा के लिए लंदन से लाखों की नौकरी छोड़कर वापस लौटी। अपनी मिट्टी में वापस लौटने के बाद दिव्या मित्तल ने UPSC की तैयारी शुरू की।

उनकी कामयाबी की चर्चा इसलिए भी होती है कि उन्होंने UPSC जैसी मुश्किल परीक्षा के लिए कोई कोचिंग का सहारा नहीं लिया। माना जा सकता है कि देश की सबसे कठिन, बड़ी और महत्वपूर्ण परीक्षा को पास करने के पहले वह कई ऐसी परीक्षाएं पास कर चुकी थी जिसके माध्यम स उनके ज्ञान का भंडार अथाह था और शायद इसीलिए उन्होंने कोई कोचिंग की मदद नहीं ली। वे पहले IPS और अगले साल IAS क्लियर करने में सफल हुई।

IIT,IIM,लंदन का जॉब छोड़ा, IPS के बाद IAS

मिर्जापुर जिले (यूपी) में बतौर कलेक्टर और डीएम तैनात दिव्या मित्तल को लोगों ने अकसर कड़क अंदाज में ही देखा है। तहसील में फाइल गायब होने पर या फिर सीवर बिछाने में लापरवाही बरतने पर दिव्या मित्तल का अंदाज बेहद कड़क रहता है। लेकिन, बच्चों के प्रति उनका व्यवहार बेहद नरम देखा गया। इसलिए कि काम प्रति लापरवाही उन्हें जरा भी पसंद नहीं और यही कारण है कि उन्हें कई जगह ‘कड़क मैडम’ भी कहा गया।

IAS अफसर दिव्या मित्तल IIT, IIM करने के बाद देश सेवा के लिए लंदन से लाखों की नौकरी छोड़कर वापस लौटी। अपनी मिट्टी में वापस लौटने के बाद दिव्या मित्तल ने UPSC की तैयारी शुरू की।

IIT,IIM,लंदन का जॉब छोड़ा, IPS के बाद IAS

उनकी कामयाबी की चर्चा इसलिए भी होती है कि उन्होंने UPSC जैसी मुश्किल परीक्षा के लिए कोई कोचिंग का सहारा नहीं लिया। माना जा सकता है कि देश की सबसे कठिन, बड़ी और महत्वपूर्ण परीक्षा को पास करने के पहले वह कई ऐसी परीक्षाएं पास कर चुकी थी जिसके माध्यम से उनके ज्ञान का भंडार अथाह था और शायद इसीलिए उन्होंने कोई कोचिंग की मदद नहीं ली। वे पहले IPS और अगले साल IAS क्लियर करने में सफल हुई।

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मिर्जापुर की DM IAS दिव्या मित्तल का कड़क अंदाज लोगों को कई बार दिखा। एक बार वे नगर पालिका मिर्जापुर में गंगा प्रदूषण द्वारा कराए जा रहे सीवर और पेयजल आपूर्ति के कार्यों का निरीक्षण करने के लिए निकली थी। इस दौरान खामी मिलने पर उन्होंने जमकर फटकार लगाई। दिव्या मित्तल ने कहा कि निरीक्षण के दौरान खामियां कैसे मिली। उन्होंने शहर में कराए जाने वाले कामकाज की जांच के लिए नोडल अधिकारी भी तैनात किया, ताकि कहीं कोई गड़बड़ी न हो। ये 30 दिन के भीतर अपनी जांच रिपोर्ट सौपते हैं। इससे पहले भी दिव्या मित्तल ने एक लेखापाल को सार्वजनिक रूप से जमकर फटकार लगाई थी, जिसका वीडियो भी वायरल हुआ था।

IIT,IIM,लंदन का जॉब छोड़ा, IPS के बाद IAS

दिव्या मित्तल हरियाणा के रेवाड़ी जिले की निवासी है। उनका जन्म दिल्ली में ही हुआ है, जहां उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा भी पूरी की। 12वीं की परीक्षा के बाद दिव्या ने दिल्ली आईआईटी से बीटेक किया। इसके बाद आईआईएम बेंगलुरु से एमबीए की पढ़ाई की। एमबीए के बाद दिव्या मित्तल की गगनदीप सिंह से शादी हो गई। शादी के बाद गगनदीप और दिव्या दोनों की लंदन में लाखों के पैकेज पर नौकरी लग गई। दोनों ने कुछ दिन तो नौकरी की। लेकिन, ज्यादा दिन वहां उनका मन नहीं लगा। फिर दोनों ने वापस लौटने और कुछ नया करने का फैसला किया और पति-पत्नी एक साथ इस्तीफा देकर वापस आ गए।

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दिव्या बताती हैं कि विदेश में पैसा बहुत था और अच्छी नौकरी छोड़ने का फैसला करना भी मुश्किल था। मोटिवेशन मिलना सफलता की पहली सीढ़ी भले ही हो, लेकिन अच्छी सैलरी वाले सुरक्षित करियर को छोड़ने का फैसला कभी आसान नहीं होता। दिलचस्प है कि खुद भी इंजीनियरिंग के छात्र रह चुके गगनदीप एक IAS अधिकारी हैं, जो फिलहाल कानपुर में तैनात हैं। उनकी तरह दिव्या ने भी सपनों का पीछा करने और लंदन की नौकरी छोड़ने जैसा रिस्क लेने का फैसला लिया।

दोनों ने दिल्ली आकर आईएएस की तैयारी शुरू कर दी। यूपीएससी के लिए उन्होंने और गगनदीप ने कभी कोचिंग नहीं की, घर पर ही पढ़ाई की। गगनदीप ने 2011 में आईएएस क्वालीफाई किया और उन्होंने 2013 में। दोनों को ही यूपी कैडर मिला। पति गगनदीप सिंह आईएएस भारत सरकार की सेवा में कानपुर में पोस्टेड हैं।

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पहले आईपीएस, फिर आईएएस
देश वापस लौटने के बाद दिव्या मित्तल में आईएएस की तैयारी शुरू की। 2012 में दिव्या मित्तल का चयन आईपीएस के तौर पर हो गया, जहाँ उन्हें गुजरात कैडर मिला। आईपीएस की ट्रेनिंग के दौरान 2013 में उन्होंने फिर परीक्षा दी, जहां उनका चयन आईएएस में हो गया। दिव्या मित्तल इससे पहले बतौर वीसी बरेली विकास प्राधिकरण, संयुक्त एमडी यूपीएसआईडीए, सीडीओ गोंडा और मवाना मेरठ के रूप में काम किया है। नीति आयोग में सहायक सचिव के रूप में काम करते हुए दिव्या मित्तल को प्रधानमंत्री को दी गई पांच प्रस्तुतियों में से चुना गया था।

सोशल मीडिया पर फॉलोअर्स
दिव्या मित्तल के सोशल मीडिया पर लाखों फॉलोवर है। ट्विटर पर ही उनके एक लाख 39 हजार फॉलोवर है। इंस्टाग्राम पर 25 हजार से अधिक है। फेसबुक पर भी दिव्या मित्तल के हजारों फॉलोवर है। ट्विटर पर दिव्या मित्तल ज्यादा सक्रिय रहती है, जहां वो यूपीएससी की तैयारी करने वाले बच्चों को ट्रिक देती है और तैयारी करने वालों को मोटिवेट करती है। यही वजह है कि सोशल मीडिया अकाउंट पर लाखों की संख्या में फॉलोवर है। दिव्या आईएएस अधिकारी के साथ मोटिवेशनल स्पीकर के रूप में भी लोकप्रिय हैं। छात्रों को यूपीएससी के लिए प्रेरित करने वाली दिव्या अक्सर उन्हें टिप्स भी देती हैं। उन्होंने एक बार छात्रों से कहा था कि वे कुछ समय के लिए किसी एक बिंदु या टारगेट पर फोकस करने का अभ्यास कर सकते हैं।

Author profile
Suresh Tiwari
सुरेश तिवारी

MEDIAWALA न्यूज़ पोर्टल के प्रधान संपादक सुरेश तिवारी मीडिया के क्षेत्र में जाना पहचाना नाम है। वे मध्यप्रदेश् शासन के पूर्व जनसंपर्क संचालक और मध्यप्रदेश माध्यम के पूर्व एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर रहने के साथ ही एक कुशल प्रशासनिक अधिकारी और प्रखर मीडिया पर्सन हैं। जनसंपर्क विभाग के कार्यकाल के दौरान श्री तिवारी ने जहां समकालीन पत्रकारों से प्रगाढ़ आत्मीय रिश्ते बनाकर सकारात्मक पत्रकारिता के क्षेत्र में महती भूमिका निभाई, वहीं नए पत्रकारों को तैयार कर उन्हें तराशने का काम भी किया। mediawala.in वैसे तो प्रदेश, देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर की खबरों को तेज गति से प्रस्तुत करती है लेकिन मुख्य फोकस पॉलिटिक्स और ब्यूरोक्रेसी की खबरों पर होता है। मीडियावाला पोर्टल पिछले सालों में सोशल मीडिया के क्षेत्र में न सिर्फ मध्यप्रदेश वरन देश में अपनी विशेष पहचान बनाने में कामयाब रहा है।