Kissa-A-IAS/IPS: प्रतिभाशाली पति-पत्नी की अनोखी और अद्भुत जोड़ी
ये हैं IAS सौम्या शर्मा और IPS अफसर अर्चित चांडक की सफलता की अद्भुत कहानी। दोनों बहुत प्रतिभाशाली और अपने काम के प्रति लगनशील हैं। अर्चित चांडक का विवाह सौम्या शर्मा से हुआ, जो IAS हैं और जिला परिषद नागपुर की CEO हैं। दोनों लोगों में काफी लोकप्रिय है। सोशल मीडिया पर इनके फ़ॉलोअर्स की संख्या भी हजारों में है। दोनों ने यूपीएससी भी पहली बार में क्रेक की। पति-पत्नी दोनों एक ही बैच के हैं। फर्क इतना है कि एक IAS है दूसरा IPS।
यूपीएससी परीक्षा में हर साल लाखों कैंडिडेट्स शामिल होते हैं। लेकिन, सभी को सफलता नहीं मिलती। लेकिन, अर्चित चांडक और सौम्या शर्मा की कहानी कुछ अलग। अर्चित चांडक आईआईटी दिल्ली के स्टूडेंट्स रहे और सौम्या शर्मा ने दिल्ली के नेशनल लॉ स्कूल से डिग्री ली।
अर्चित चांडक 2018 बैच के IPS हैं और उनकी पत्नी सौम्या शर्मा भी इसी बैच की महाराष्ट्र कैडर की IAS ऑफिसर। सोशल मीडिया पर इस जोड़ी की खूब चर्चा होती है। इस जोड़ी की फैन फॉलोइंग जबरदस्त रही। दोनों अपनी फोटो को सोशल मीडिया पर शेयर करते रहते हैं। उनकी एक-एक फोटो पर बड़ी संख्या में लाइक और कमेंट्स रहते हैं। ज्यादातर फॉलोवर्स अपना रिएक्शन देना नहीं भूलते। अर्चित चांडक को इंस्टाग्राम पर ही 80 हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं। उनकी हर पोस्ट को लोग पसंद करते हैं। वे अपनी नियमित गतिविधियों को सोशल मीडिया पर साझा करते रहते हैं और काफी सक्रिय भी रहते हैं।
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दिल्ली निवासी सौम्या जब 16 साल की थीं, तब उन्होंने सुनने की क्षमता खो दी। लेकिन, उन्होंने अपने लक्ष्य की तरफ बढ़ना जारी रखा। कानून में करियर बनाने के लिए नेशनल लॉ स्कूल में दाखिला लिया। इसके बाद 2017 में सौम्या ने यूपीएससी परीक्षा देने का फैसला किया। सौम्या ने परीक्षा में बहुत मेहनत की और बिना किसी ट्यूशन के अपने पहले ही प्रयास में इसे पास कर लिया। सिर्फ चार महीने की तैयारी के बाद उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा न सिर्फ पास की, बल्कि ऑल इंडिया 9वीं रैंक हासिल की। वे इस परीक्षा में टॉपर बनी और उनकी सफलता की कहानी लोगों के लिए मोटिवेशन बनी। सौम्या सोशल मीडिया पर एक्टिव हैं और इंस्टाग्राम पर ही उनके करीब ढाई लाख फॉलोवर्स हैं। सौम्या ने जब सुनने की क्षमता खोई तो वे इस सदमे से उबर नहीं पा रही थी। कुछ दिनों बाद उन्होंने इस सच्चाई को स्वीकारा और खुद को समझाया कि अब यही उनका सच है और उन्हें ऐसे ही जीवन काटना है।
इसके बाद से सौम्या हियरिंग ऐड की सहायता से सुनना शुरू किया। सौम्या ने जब यूपीएससी मेंस दी, उस समय उन्हें हाई वायरल फीवर था। उनकी तबियत इतनी खराब थी कि कभी 102 तो कभी 103 डिग्री तक बुखार आ जाता था। लेकिन, सौम्या पढ़ती रहीं और फिर परीक्षा देने भी गईं।
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IPS अर्चित चांडक एक ऐसे शख्स हैं जिन्होंने कई लोगों को प्रेरित किया है। जब चांडक ने जब पहली बार 2018 में यूपीएससी की परीक्षा दी तो उन्होंने एआईआर 184 वीं रैंक हासिल की। उन्हें महाराष्ट्र कैडर मिला और पहली पोस्टिंग भुसावल के बाजारपेठ पुलिस स्टेशन में स्टेशन ऑफिसर नियुक्त किया गया। अब वे अपने गृहनगर नागपुर लौट आए और उन्हें डीसीपी नियुक्त किया गया है। उन्हें साइबर सेल और आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) का नियंत्रण दिया गया। फ़िलहाल उनकी पोस्टिंग नांदेड़ में है।
आईआईटी-दिल्ली से मैकेनिकल इंजीनियरिंग करने वाले अर्चित चांडक का बचपन नागपुर के शंकर नगर में हुआ। उन्होंने आठवीं तक की पढाई भगवानदास पुरोहित विद्या मंदिर, सिविल लाइंस में की। वे वीरेंद्र चांडक और छाया चांडक की इकलौती संतान हैं। उनके माता-पिता एमआईडीसी हिंगना के नागपुर टेक्नो मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक हैं। 2012 में जेईई परीक्षा पास करने के बाद चांडक ने आईआईटी दिल्ली में दाखिला लिया और अच्छी रैंकिंग हासिल की। चांडक ने कॉलेज में रहते हुए सरकार के लिए काम करने और अपने देश की सेवा करने का विकल्प चुना।
चांडक जब कॉलेज में इंटर्न थे, उसी समय एक जापानी कंपनी ने उन्हें 35 लाख रुपए की नौकरी का ऑफर दिया। लेकिन, उन्होंने इस ऑफर को अस्वीकार कर दिया और यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी। आईआईटी की डिग्री लेने के बाद उन्होंने 2016 में अपनी तैयारी शुरू की। उन्होंने तैयारी के लिए पढ़ाई और समीक्षा के लिए अपने आपको व्यवस्थित किया। चांडक के अनुसार, यदि आप अपने लक्ष्य को पाने के लिए पूरी तरह समर्पित हैं, तो आप निराश हुए बिना सभी विषयों के बारे में आपकी सीखने की ललक बनी रहेगी। अर्चित को शतरंज खेलना बेहद पसंद है। उनकी FIDE रेटिंग भी 1820 है। इसके अलावा उन्हें एक्सरसाइज करना भी अच्छा लगता है। उन्होंने 42 किलोमीटर की मुंबई मैराथन भी दौड़ी है।