Kissa-A-IAS: भजनलाल परिवार की बहू बनने वाली है ये IAS!
भारतीय प्रशासनिक सेवा की 2019 बैच की अधिकारी परी विश्नोई इन दिनों विशेष चर्चा में हैं। यह चर्चा उनके प्रशासनिक कार्यों को लेकर ना होकर उनके व्यक्तिगत जीवन पर केंद्रित है।
दरअसल परी की हाल ही में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल के पोते भव्य के साथ सगाई हुई है। कहा जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में इन दोनों की शादी भी होने वाली है।
परी बीकानेर जिले की रहने वाली हैं। परी ने 24 साल की उम्र में IAS बनकर एक मिसाल कायम की। वे अपने बिश्नोई समाज की पहली महिला IAS ऑफिसर हैं। वैसे तो परी विश्नोई सोशल मीडिया पर सुर्खियों में बनी रहती हैं। लेकिन, फ़िलहाल वे एक और कारण से चर्चा में है। उनकी जल्द ही शादी होने वाली है। पिछले महीने ही उन्होंने हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भजनलाल के पोते भव्य बिश्नोई से सगाई की हैं। भव्य विश्नोई हरियाणा की आदमपुर सीट से बीजेपी के विधायक हैं।
परी बिश्नोई के पिता मनीराम बिश्नोई एडवोकेट हैं और उनकी मां सुशीला बिश्नोई अजमेर में जीआरपी की थानाधिकारी हैं। परी के बाबा अपने गांव काकरा के चार बार सरपंच रहे थे।
IAS परी बिश्नोई ने अपनी स्कूली शिक्षा सेंट मैरी कॉन्वेंट स्कूल से ली। उच्चतर पढ़ाई के लिए वो दिल्ली आईं और दिल्ली विश्वविद्यालय के इंद्रप्रस्थ महिला कॉलेज में एडमिशन लिया। पढ़ाई में उनकी शुरू से ही दिलचस्पी रही जिस वजह से उन्होंने पोस्ट ग्रेजुएशन भी किया।
परी बिश्नोई लंबे समय से सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रही थीं। इस बीच उन्होंने नेट जेआरएफ भी क्लियर किया था। उनके पास मौका था कि प्रोफेसर की नौकरी कर बच्चों को पढ़ाएं, लेकिन उन्होंने अपने लक्ष्य के लिए मेहनत की। फिर भी वे पूरी तन्मयता के साथ यूपीएससी की पढ़ाई में लगी रहीं। क्योंकि, वे इसी क्षेत्र में अपना भविष्य बनाना चाहती थीं। आखिरकार, 2019 में परी ने तीसरे प्रयास में यह मुश्किल परीक्षा न केवल पास की, बल्कि 30वीं रैंक के साथ टॉप भी किया।
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अपने को अनुशासित किया
परी बिश्नोई ने यूपीएससी की परीक्षा से पहले अपने आपको अनुशासित किया। सबसे पहले उन्होंने सोशल मीडिया से दूरी बनाई। उन्होंने फोन का इस्तेमाल भी बंद कर दिया। दिन-रात की मेहनत के बाद इस मुकाम को हासिल किया। तैयारी के लिए वे पूरी तरह एक साध्वी का जीवन व्यतीत करती रही। उनकी कहानी इस क्षेत्र में काम करने वाले युवाओं को प्रेरित करने वाली है। परी बिश्नोई को इंस्टाग्राम पर कुल 10 हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं। वो अक्सर अपने अकाउंट पर फोटो और वीडियोज शेयर करती हैं जिसपर जमकर लाइक और कमेंट्स आते हैं।
कामयाबी श्रेय परिवार को
परी बिश्नोई अपनी इस कामयाबी का श्रेय अपने परिवार और खासकर अपनी मां को देती हैं। उन्होंने उनके काम और जज्बे से प्रभावित होकर ही IAS बनने का सपना देखा था। सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के दौरान भी जब वह असफल होती या निराश होतीं तो उनकी मां उन्हें बहुत प्रोत्साहित करती थीं। उन्हें अपनी मां से आत्मनिर्भर बनने की सीख बचपन से ही मिलती रहीं और परी ने हमेशा कुछ बड़ा हासिल करने का मकसद भी रखा। सामान्य परिवार से आने वाली परी विश्नोई वर्तमान में सिक्किम की राजधानी गंगटोक में SDM के पद पर कार्यरत है।
असफलता से निराशा नहीं
परी का मानना है कि जीवन में मिलने वाली किसी भी कठिनाई या असफलता से निराश नहीं होना चाहिए। इसकी जगह पूरी ईमानदारी के साथ प्रयास करते रहना चाहिए। सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी को लेकर परी का कहना है कि उम्मीदवारों को सभी विषय की एनसीईआरटी किताबें पढ़नी चाहिए। इसके साथ ही पिछले साल के पेपर अवश्य हल करना चाहिए और मॉक टेस्ट भी देना चाहिए। सही रणनीति के साथ नियमित रूप से पढ़ाई और आंसर राइटिंग की प्रैक्टिस के अलावा टाइम मैनेजमेंट का भी ध्यान देना जरूरी है।