KOTA Kidnapping Case : अपहरण की झूठी कहानी रचने वाली शिवपुरी की छात्रा इंदौर में पकड़ाई!

पुलिस सख्ती के बाद अमृतसर भाग गए थे, वापस लौटे तो पकड़ा गए!

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KOTA Kidnapping Case : अपहरण की झूठी कहानी रचने वाली शिवपुरी की छात्रा इंदौर में पकड़ाई!

इंदौर। क्राइम ब्रांच की टीम ने मंगलवार को उस लड़की काव्या धाकड़ (20 साल) को आखिर पकड़ ही लिया जिसने अपने अपहरण की फर्जी साजिश रचकर घर वालों को ठगने की कोशिश की थी। उसने पिता से 30 लाख की फिरौती भी मंगवाई थी, पर जयपुर पुलिस को उसकी लोकेशन इंदौर में मिली। लेकिन, उसे पकड़ा जाता उससे पहले ही काव्या और उसका दोस्त हर्षित अमृतसर भाग गए थे। वापस इंदौर लौटकर आए थे पर खुड़ैल में नर्सिंग की एक सहेली के कमरे पर उन्हें पकड़ लिया।

पकड़ी गई छात्रा ने अपने दोस्त के साथ मिलकर खुद के अपहरण की सनसनीखेज झूठी कहानी रची और खुद ही अपने हाथ-पैर बंधवाकर पापा को फोटो भेजकर 30 लाख रुपए की फिरौती मांगी थी। 18 मार्च को शिवपुरी में रहने वाले निजी स्कूल संचालक के फोन पर कुछ फोटो अंजान नंबर से भेजे गए थे। इन फोटो में उनकी बेटी जो कि राजस्थान के कोटा में ‘नीट’ की तैयारी कर रही थी, उसके हाथ-पैर बंधे हुए दिख रहै थे। इतना ही नहीं फोटो भेजने वाले ने बेटी को छोड़ने के बदले 30 लाख रूपए की फिरौती मांगी थी। इस मामले से सनसनी फैल गई थी। पिता ने शिवपुरी पुलिस के साथ ही राजस्थान के कोटा पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई थी।

किडनैपिंग का मामला सामने आते ही केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी इस पर संज्ञान लिया था। सिंधिया ने खुद फोन करके राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा से बात कर छात्रा को सुरक्षित घऱ वापस लाने की बात कही थी। इतना ही नहीं सिंधिया ने छात्रा के पिता से भी फोन पर बात कर उन्हें भरोसा दिलाया था। इसके बाद राजस्थान पुलिस ने ईनाम भी घोषित किया था।

झूठी निकली किडनैपिंग की कहानी

राजस्थान की कोटा पुलिस ने 20 मार्च को छात्रा की किडनैपिंग की मामले में खुलासा करते हुए सभी को चौंका दिया था। पुलिस ने खुलासा किया था कि किडनैपिंग की कहानी झूठी है। छात्रा ने खुद ही अपने दोस्त के साथ मिलकर इसे रचा है। कोटा पुलिस ने बताया था कि छात्रा के अपहरण का जो वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे, वे भी उसके दोस्त के इंदौर स्थित घर के हैं। छात्रा कोटा में किसी भी कोचिंग में नहीं पढ़ रही। वह कोटा में ‘नीट’ की तैयारी करने का कहकर माता-पिता की आंखों में धूल झोंक रही थी। अपहरण की झूठी साजिश रचने के पीछे की वजह विदेश में पढ़ाई करने के लिए पैसों की जरूरत सामने आया था।

20 मार्च को मामले का खुलासा करने के बाद से ही मध्यप्रदेश व राजस्थान पुलिस छात्रा की तलाश में जुटी हुई थी। उसकी झूठी कहानी का पर्दाफाश हो चुका था। लेकिन, छात्रा व उसका दोस्त पुलिस के हाथ नहीं आए। इंदौर में दोस्त के साथ छात्रा के होने की जानकारी मिलने के बाद से इंदौर में लगातार उनकी तलाश की जा रही थी जो अब जाकर खत्म हुई। इंदौर क्राइम ब्रांच की टीम ने छात्रा को पकड़ा है। छात्रा के साथ उसका दोस्त भी पुलिस के हत्थे चढ़ा है।

 

खुड़ैल के एक कमरे में पकड़ाए

क्राइम ब्रांच के एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि पुलिस टीम ने काव्या धाकड़ (20) और उसके दोस्त हर्षित को ढूंढ लिया है। छात्रा और उसके दोस्त देवगुराड़िया (खुड़ैल) के आगे इंडेक्स मेडिकल कॉलेज के समीप छात्रा की सहेली के रूम पर रह रहे थे। एसआई बलराम तोमर की टीम ने दोनों को वहां से पकड़ा। छात्रा की सहेली इंडेक्स कॉलेज से नर्सिंग की पढ़ाई कर रही है।