Kumar Vishwas’s Style : उज्जैन के बाद अब कुमार विश्वास ने कटनी में CM पर मंच से तंज कसे!

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Kumar Vishwas’s Style : उज्जैन के बाद अब कुमार विश्वास ने कटनी में CM और भाजपा पर मंच से तंज कसे!

Katni : उज्जैन में महाकवि कुमार विश्वास ने भाजपा और संघ को लेकर जो टिप्पणी की थी, वो विवाद अभी थमा भी नहीं था कि इस कविराज ने गुरुवार को कटनी में फिर भाजपा और मुख्यमंत्री पर मंच से जबरदस्त हमले किए।

आयोजन की शुरुआत कुमार विश्वास ने ‘मामा’ शब्द से करते हुए की। वे मध्यप्रदेश की राजनीति पर कविता करते भी नजर आए। उन्होंने शुरुआत ही मुख्यमंत्री पर कमेंट करते हुए की। उन्हें भले और भोले बताते हुए अपना पुराना दोस्त बताया। फिर एक प्रसंग सुनाया कि वे और मैं भोपाल के एक इंजीनियरिंग कॉलेज में एक कार्यक्रम में साथ थे। सामने सभी लड़के थे फिर भी शिवराज सिंह 45 मिनिट लाडली लक्ष्मी पर बोले। बोलने के बाद जब मैंने कहा कि ये तो लड़के हैं आप तो लाडली लक्ष्मी पर बोले तो शिवराज जी ने कहा कि मैं तो अभ्यास की वजह से बोल गया।

कार्यक्रम में आगे की कतार में बैठे लोगों पर कमेंट करते हुए कुमार विश्वास ने कहा कि आगे जो बैठे हैं वो किसी न किसी पार्टी के विधायक होंगे। मध्यप्रदेश अजब है, यहां पता ही नहीं चलता कि कौन, कब, कहाँ है। कभी भाजपा में कभी कांग्रेस में।

मध्यप्रदेश की उत्सवधर्मिता पर भी उन्होंने तंज कसा कि मोदी जी को भी चीते छोड़ना थे, तो उन्होंने मध्यप्रदेश को सौंप दिए कि तुम छोड़ो। कुमार विश्वास ने बाद में दिल्ली के मनीष सिसौदिया से लेकर होली तक पर कविता की। भाजपा और मुख्यमंत्री की सार्वजनिक तौर पर खिल्ली उड़ाने के बावजूद कुमार विश्वास भाजपा के प्रिय कवियों में एक हैं। अपमानित होने के बाद भी उन्हें लाखों रुपए फीस देकर बुलाया जा रहा है।

कटनी में हर साल की तरह इस साल भी होली के बाद ‘एक शाम शहीदों के नाम’ कार्यक्रम हुआ। इस अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन फारेस्टर प्ले ग्राउंड में किया गया। इसमें शामिल होने के लिए कवि कुमार विश्वास को आमंत्रित किया गया। उनके साथ कवि सुमन दुबे, कार्यक्रम के संयोजक मनोहर मनोज तिवारी, शंभू शिखर और सुदीप भोला समेत चेतन भी शामिल हुए।

एक शाम शहीदों के नाम और अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन स्व ओमप्रकाश सरावगी और स्वर्गीय शकुंतला सरावगी की पुण्य स्मृति में ओमप्रकाश सरावगी द्वारा नि:शुल्क विद्यालय कटनी और कटनी टेंट लाइट एसोसिएशन मुक्तिधाम विकास समिति ने किया।

कुमार विश्वास के बाद चेतन चर्चित ने मंच पर पहुंचकर पाकिस्तान की तुलना भिखारी से करते हुए कविता शुरू किए। उसके बाद हास्य कवि शंभू शिखर ने होली पर कविता गाकर समा बांध दिया। लोग मस्त मलंग होकर ‘खालो भांग की गोली रसिया, शंभू के संग हंसो- हंसाओ रसिया’ जिसे लोग सुनकर मंधमुक्त हो गए। उसके बाद बिहार के रहने वाले शंभू शिखर ने बिहार की राजनीति पर कहा कि यहां के नेता बहुत ईमानदार होते हैं। जैसे लालू यादव ने जिस जेल का उद्घाटन किया, फिर उसी में जाकर रहे कुछ ऐसा ही हाल दिल्ली में चल रहा है।