Ladli Bahna Yojna : लाडली बहना योजना में फिर सामने आया ‘पात्र हितग्राहियों’ का मामला!
Bhopal : प्रदेश में भाजपा की सरकार फिर बनने और नया मुख्यमंत्री बनाए जाने के साथ ही पार्टी की ‘लाडली बहना योजना’ पर सवाल उठने लगे हैं। यह कयास लगाए जाने लगे कि क्या यह योजना अपने मूल स्वरूप में ही जारी रहेगी या इसमें कोई बड़ा बदलाव होगा। आज एक सरकारी पत्र ने इस योजना पर सवालिया निशान लगा दिया। कांग्रेस विधायक और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने भी जारी हुए पत्र पर सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर टिप्पणी की है।
महिला एवं बाल विकास आयुक्त के जिला कार्यक्रम अधिकारियों को लिखे पत्र में 10 जनवरी को जारी की जाने वाली आर्थिक सहायता राशि के लिए ‘पात्र हितग्राही’ शब्द का उपयोग किया गया है। इससे यह भ्रम फैल रहा है कि क्या योजना में पात्र और अपात्र को लेकर कोई सर्वेक्षण हुआ है या होने वाला है? क्योंकि, योजना के शुरू होने के बाद से कभी ऐसा कोई पत्र सामने नहीं आया और न ‘पात्र हितग्राही’ शब्द का इस्तेमाल हुआ। क्योंकि, यह माना जा रहा है कि जिस भी महिला को यह सहायता दी जा रही है, वो इस योजना के लिए पात्र है।
शुरू हो गई ‘पात्र’ और ‘अपात्र’ की छंटनी !!!
आज महिला एवं बाल विकास आयुक्त ने ‘लाड़ली बहना योजना’ के तहत अजीब सा आदेश निकाला। इस आदेश में जिलों के कार्यक्रम अधिकारियों को ‘पात्र हितग्राहियों’ की सूची बैंकों को भेजने के लिए कहा गया है!
जब पिछले चार-पांच महीनों से जिस सूची के आधार… pic.twitter.com/2cftQosIUM— Umang Singhar (@UmangSinghar) January 5, 2024
‘लाडली बहना योजना’ को पर शुरू से ही उंगली उठ रही है कि इसमें कई अपात्र महिलाओं को भी सरकार से पैसे मिल रहे हैं, जो इस योजना की शर्तों में नहीं आती। कई समृद्ध महिलाएं भी गलत जानकारी देकर इस योजना का लाभ ले रही हैं। विधानसभा चुनाव से पहले जल्दबाजी में शुरू हुई इस योजना को लेकर कई विसंगति भी सामने आई थी, पर उनकी पड़ताल नहीं की गई। अनुमान लगाया जा रहा है कि अब शायद नई सरकार इसे लेकर भौतिक सत्यापन करवाएगी ताकि अपात्रों को योजना से अलग किया जा सके।