अजब-गजब
Lemon vine (Pereskia aculeata) .. मेरे पास है नींबू की बेल, आपने नींबू की बेल नहीं देखी होगी?
महेश बंसल, इंदौर
है ना आश्चर्यजनक .. लेकिन यह सत्य है। नींबू अनेक प्रकार के आते है और उन सभी के पौधे होते हैं, जिन्हें गमलों में भी लगाकर नींबू प्राप्त किए जा सकते हैं । लेकिन नींबू की बेल … जी हां, इसकी बेल भी आती है, जिसे गमलों में लगाकर फूल एवं फ्रूट उगा सकते है।
वस्तुत: यह सजावटी लता कैक्टस है, जिसमें अधिसंख्य फूल एवं यही फूल तीन माह बाद फ्रूट Lemon बन जाते है। फूल में कुछ कुछ दुर्गंध रहती है। साल में दो बार फूल एवं फल आते है। कहने को लेमन वाईन है लेकिन नींबू जैसा रसीला फल नहीं आता… फल आता है पहले हरा, फिर पक जाने पर नारंगी जैसा , लेकिन आकार अंगुर के बराबर , स्वाद हल्का खट्टा, टमाटर और नींबू के मिश्रण जैसा होता है।
कैक्टस परिवार की कांटे युक्त यह लता है.. गुच्छों में खिलने वाले फूल सुबह खिलकर अपराह्न तक मुरझा जाते है। फूल ही तीन महीने में खाने योग्य फल बन जाते है। यह ड्रेगन फ्रूट की तरह कैक्टस है। इसके फ्रूट पर भी पत्तियां रहती है , जो कोरोना के वायरस की तरह प्रतीत होती है। फलों पर उगने वाली छोटी-छोटी पत्तियाँ नींबू के फलों को अनोखा बनाती हैं। इसके ताजा फलों को उबालकर, चीनी मिलाकर जैम या जेली भी बनाया जाता है।
लेमन वाईन के नाम से प्रसिद्ध इसे बारबाडोस गूजबेरी, ब्लेड-ऐप्पल कैक्टस, लीफ कैक्टस, रोज कैक्टस के नाम से भी जाना जाता है।
( चित्र एवं वीडियो मेरे यहां टैरेस पर 16″ गमले में लगे पौधे के है )
महेश बंसल, इंदौर
Miracle Leaf: कुछ ख़ास है कुछ पास है-पत्थर पर गिर जाए तो वहां भी पनप जाय “पत्थरचट्टा