आओ खेलें गिरफ्तारी-गिरफ्तारी और लड्डू-लड्डू

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आओ खेलें गिरफ्तारी-गिरफ्तारी और लड्डू-लड्डू

  क्या पश्चिम बंगाल की राजनीति में दिसम्बर माह में कोई नया खेला होने वाला है और ममता बनर्जी के खेला होवे के उलट उनके पुराने साथी और अब राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेन्दु अधिकारी क्या कोई बड़ा खेला करने वाले हैं। यह खेला होगा कि नहीं यह तो अभी निश्चित तौर पर नहीं कहा जा सकता लेकिन ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी जिस प्रकार दहाड़ रहे हैं और उसके उलट सुवेन्दु अधिकारी गरज रहे हैं उससे तो ऐसा ही कुछ लगता है।

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    अब देखने वाली बात यही होगी कि क्या कुछ होता है या फिर रस्सी बम फुस होकर ही रह जाता है। तृणमूल कांग्रेस नेता और राष्ट्रीय महासचिव सांसद अभिषेक बनर्जी ने चुनौती की मुद्रा में कहा है कि यदि कूवत है तो उन्हें गिरफ्तार करें, वह दो साल से बोल रहे हैं कि कोई गलत काम किया है और यह साबित हो जाता है तो वह सार्वजनिक रुप से फंदे पर झूल जायेंगे। उन्होंने कहा कि यदि तृणमूल कांग्रेस अपना दरवाजा खोल देगी तो बीजेपी नहीं रहेगी और दिसम्बर माह में कुछ समय के लिए दरवाजा खोला जायेगा।

     उन्होंने राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेन्दु अधिकारी पर तीखा शाब्दिक हमला बोलते हुए अधिकारी की तुलना मीर जाफर से करते हुए कहा कि इस जिले को वह विश्वासघातियों से मुक्त करेंगे। उल्लेखनीय है कि इसी दिन सुवेन्दु अधिकारी ने अभिषेक बनर्जी के संसदीय क्षेत्र डायमंड हार्बर में उन पर जमकर हमला बोला था। अभिषेक बनर्जी ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा कि पूर्वी मिदनापुर का यह गद्दार अगले 500 सालों तक मीर जाफर और गद्दार कहलायेगा। मिदनापुर की धरती को गद्दारों व बेईमानों से मुक्त करुंगा।

      पूरे दिसम्बर माह में अभिषेक ने विश्वासघात मुक्त मिदनापुर अभियान चलाने का भी आह्वान किया। उनका आरोप था कि ईडी व सीबीआई से बचने के लिए ही सुवेन्दु ने भाजपा का दामन थामा था। इस राज्य के सबसे बड़े रिश्वत लेने वाले का नाम क्या है यह पूछते हुए उन्होंने कहा कि टीवी पर किसे रिश्वत लेते देखा गया है, सुदीप सेन ने पत्र किसे दिया था, कन्या महाविद्यालय के हास्टल जो 2015 में खोला गया था, उसका एक करोड़ 15 लाख का टेंडर खुला था जिसकी जगह 85 लाख का अधिक भुगतान किया गया, कन्या महाविद्यालय की प्रबंध समिति के अध्यक्ष कौन थे।

     अभिषेक का कहना था कि टीएमसी के कार्यकर्ता उनसे ईमानदारी का पाठ नहीं सीखेंगे, उनका इशारा सुवेन्दु अधिकारी की ओर था। वहीं सुवेन्दु अधिकारी ने कहा कि दिसम्बर माह में विजय समारोह करेंगे और लड्डू लेकर आयेंगे। उन्होंने डायमंड हार्बर में टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी पर जमकर हमला बोला।

     उल्लेखनीय है कि सुवेन्दु अधिकारी लगातार दिसम्बर माह में बड़ा डकैत पकड़ने और ममता सरकार गिरने की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने उनके कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की है उन्हें नहीं छोड़ा जायेगा। सुवेन्दु अधिकारी ने कहा कि हमारे लोगों की 200 गाड़ियों को रोका गया, 100 गाड़ियों के कांच में तोड़फोड सहित कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट भी हुई। इसके खिलाफ वह कोर्ट जायेंगे। अधिकारी ने यह भी कहा कि जिन लोगों को मारा गया वे विश्वास करें कि जिस तरह जुलूस रोकने की कोशिश की गई उसके खिलाफ कोर्ट में अवमानना केस दायर किया जायेगा और पूरा पैसा वसूला जायेगा। उन्होंने कहा कि सभा रोकने की कोशिश करने के बावजूद सभा हुई। आप लोग नामांकन दाखिल करें, उसके बाद आपको खेला दिखाऊंगा, इसी माह फिर आऊंगा, विजय दिवस मनाने आऊंगा और हांडी भर लड्डू लाऊंगा।

      अभिषेक पर गरजते-गरजते सुवेन्दु अधिकारी आखिर गुजरात जा पहुंचे और दावा किया कि गुजरात में भाजपा की सरकार आयेगी। यह पुलिस हमारे अधीन ही काम करेगी, मैं फिनिशिंग करने में विश्वास करता हूं, शुरुआत में विश्वास नहीं करता, धैर्य रखो, विश्वास रखो, मैं इस क्षेत्र में वास्तविक बदलाव दूंगा। कार्यकर्ताओं को भरोसा दिलाते हुए उन्होंने कहा कि जब वे मीटिंग के लिए वहां आयेंगे तो पांच ट्रेने बुक करेंगे और यदि ट्रेन ट्रेक पर लोग बैठे तो उनके कार्यकर्ताओं पर सीआरपीएफ का डंडा पड़ेगा।

     इस प्रकार बंगाल में पंचायत चुनाव में क्या भाजपा कोई खेला कर पायेगी यह तो नतीजों के बाद ही पता चलेगा, लेकिन फिलहाल दोनों ही नेता गरज-बरस रहे हैं। देखने वाली बात यही होगी कि किसके बादल बरसते हैं और किसके बादल केवल गरज कर रह जाते हैं।

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