Letter About Corrupt Officer : खंडवा के कथित भ्रष्ट अधिकारी को लेकर दिग्विजयसिंह ने शिवराज को चिट्ठी लिखी!

चिट्ठी में देखिए, वो कौन अधिकारी है जिसके कारनामों पर CM को लिखा गया!

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Letter About Corrupt Officer : खंडवा के कथित भ्रष्ट अधिकारी को लेकर दिग्विजयसिंह ने शिवराज को चिट्ठी लिखी!

Bhopal : भ्रष्टाचार के आरोपी को सहायक आयुक्त बनाने से भ्रष्टाचारियों के हौसले बुलंद होंगे। दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को पत्र लिखकर इस बात की हिदायत दी है। जनजातीय कार्य विभाग में बृजकांत शुक्ला को प्रभारी सहायक आयुक्त पदस्थ करने के फैसले का पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने विरोध किया। मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर दिग्विजय सिंह ने ब्रजकांत शुक्ला को हटाने की मांग की।
उन्होंने पत्र में लिखा कि भ्रष्टाचार के आरोपी को सहायक आयुक्त बनाने से भ्रष्टाचारियों के हौसले बुलंद होंगे। चुनावी साल में शिवराज सरकार लगातार घिरी हुई है। विपक्षी दल कांग्रेस ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर राज्य सरकार के विरुद्ध मोर्चा खोल रखा है। इस क्रम में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने बृजकांत शुक्ला को प्रभारी सहायक आयुक्त बनाए जाने का विरोध किया।

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सीएम चौहान संबोधित पत्र में दिग्विजय सिंह ने लिखा कि मेरे खंडवा जिले के दौरे पर स्थानीय लोगों ने जनजातीय कार्य विभाग द्वारा सहायक आयुक्त/जिला संयोजक/क्षेत्र संयोजक के स्थानांतरण पद की वरिष्ठता को नजर अंदाज कर अनियमितता किये जाने की शिकायत की है। स्थानीय रहवासियों ने बताया है कि वरिष्ठ आयुक्त एवं सहायक आयुक्त होने के पश्चात भी विभाग द्वारा क्षेत्र संयोजक प्राचार्य एवं मंडल संयोजकों को सहायक आयुक्त एवं प्रभारी संभाग आयुक्त का प्रभार दिया गया है।

उन्होंने आगे लिखा कि जनजातीय कार्य विभाग के आदेश में प्राचार्य पद पर कार्यरत बृजकांत शुक्ला को प्रभारी सहायक आयुक्त धार पदस्थ किया है। जबकि शुक्ला के विरूद्ध पूर्व पदस्थापना के दौरान लाखों रूपये की वित्तीय अनियमितताएं और भ्रष्टाचार के प्रकरण चल रहे है। लोकायुक्त की जांच में दोषी पाये गये है और 38 दिन जेल में भी रहे है। इस तरह की पदस्थापना से आपके द्वारा भ्रष्टाचार के विरूद्ध सख्ती बरते जाने को लोग गंभीरता से नही लेते हैं

दिग्विजयसिंह ने सीएम चौहान को निशाने पर लेते हुए लिखा कि भ्रष्टाचार के आरोपी अधिकारी को सहायक आयुक्त जैसे पद पर पदस्थ करने से भ्रष्टाचारियों के हौसले बुलंद होते हैं। इससे सरकार की मंशा पर भी प्रश्न चिन्ह लगते हैं और ईमानदार अधिकारी हतोत्साहित होते हैं। पूर्व सीएम ने सीएम से मांग की है कि भ्रष्ट अधिकारियों को प्रमुख पदों से हटाये जाने के लिए नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई हेतु संबंधित को समुचित निर्देश प्रदान करने का कष्ट करें।