Bhind : सहकारिता एवं लोक सेवा प्रबंधन मंत्री डॉ अरविंद सिंह भदौरिया ने यहां MPPSC की तैयारी कर रहे छात्रों को अपने अनुभव से सफलता के टिप्स दिए। उन्होंने कहा कि आपको अपना लक्ष्य खुद तय करना होगा। क्योंकि, बिना मंजिल के रास्ते नहीं बनते। अपने जीवन के अनुभव बताते हुए डॉ भदौरिया ने कहा कि स्नातक प्रथम वर्ष में मैं जिससे चुनाव हारा, वह मेरे मित्र राजीव शर्मा आज IAS है। लेकिन, मेरा शुरु से ही टारगेट फिक्स था, इसलिए मैं राजनीति में चला गया और आज राज्य में कैबिनेट मंत्री हूं।
मंत्री डॉ भदौरिया ने छात्रों को लाइफ मैनेजमेंट का फंडा भी समझाया। उन्होंने कहा कि 100 वर्ष की आयु में यदि 8 घंटे प्रति दिन सोते हैं तो जीवन के 33 वर्ष सोने में चले जाते हैं। 15 वर्ष किशोरावस्था तक पहुंचने में चले जाते हैं। 25 वर्ष वृद्धावस्था के कारण कोई कार्य कर पाएंगे। ऐसे में जीवन में जो कुछ भी करना है उसके लिए मात्र 27 वर्ष का समय है। इसलिए लक्ष्य पर ध्यान रखो।
उन्होंने कोचिंग की फैकल्टी से भी कहा कि उन्हें जिस किसी चीज की जरूरत हो, निःसंकोच उन्हें बताएं। कोचिंग के लिए प्रति महीने 50 हजार रुपए की राशि वे अलग से निकाल रहे हैं। मैंने कक्षा 7वीं में पहला चुनाव लड़ा था, पर हार गया। जिससे चुनाव हारा, वह बाद में हमारी भाभी बन गई। लोग कहने लगे लड़की से चुनाव हार गया। लेकिन, मैंने किसी की बात पर ध्यान नहीं दिया। कक्षा 9वीं में फिर चुनाव लड़ा और जीत गया। इसके बाद कक्षा 11वीं में भी चुनाव जीता। अपने जीवन के अनुभव सुनाते हुए कहा कि स्नातक प्रथम वर्ष में मैं फिर चुनाव हार गया, जिससे चुनाव हारा था, वह मेरे मित्र राजीव शर्मा थे, जो आज IAS है। जबकि, मैं राजनीति में चला गया तो आज मंत्री बन गया।
इस कार्यक्रम के दौरान कलेक्टर ने कहा कि इस महाविद्यालय से पढ़कर कई छात्रों ने विभिन्न क्षेत्रों में नाम रौशन किया है। यहां तक कि मंत्री डॉ भदौरिया भी इस महाविद्यालय के पूर्व छात्र हैं। ऐसे में इस कॉलेज की एल्युमिनी को वर्चुअल रूप से जोड़कर उनके अनुभव छात्रों के बीच साझा कराए जा सकते हैं।