धार की तरह उज्जैन में भी मस्जिद की जगह भोजशाला होने का दावा
सुप्रीम कोर्ट की लेंगे शरण – हमे हमारे मंदिर वापस चाहिए – महामंडलेश्वर अतुलेश्वरानंद (आचार्य शेखर)
उज्जैन से सुदर्शन सोनी की रिपोर्ट
बिना नीव की मस्ज़िद के स्थान पर शिव मंदिर होने के प्रमाण,
राज्य शासन को पत्र के साथ सौपेंगे प्रमाण
याचिका दायर करने के साथ ही उच्च स्वर में हनुमान चालीसा पाठ करने की घोषणा
उज्जैन । देश के कई शहरों में मंदिर मस्जिद और लाउडस्पीकर का विवाद बढ़ता जा रहा है। काशी, मथुरा, धार के बाद अब उज्जैन में भी मंदिर-मस्जिद विवाद गहराने लगा है। अखंड हिन्दू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं आव्हान अखाड़े के महामंडलेश्वर श्री अतुलेश्वरानंद (आचार्य शेखर) ने दावा किया है कि उज्जैन के दानी गेट क्षेत्र में स्थित बिना नींव की मस्जिद की जगह पहले राजा भोज द्वारा बनाई गई भोजशाला थी । मुस्लिम आक्रांताओं ने इस जगह को मस्जिद का रूप देने की कोशिश की एवं नमाज पढ़ने लगे ।
उन्होंने दावा किया है कि मस्जिद के अंदर परमार कालीन शिव मंदिर था, जिसका निर्माण राजा भोज ने करवाया था । इस जगह आज भी भगवान गणेश की प्रतिमा और परमार कालीन स्तम्भ देखे जा सकते है।
उन्होंने कहा कि मैंने स्वयं वर्ष 2007 में इस मस्ज़िद का मुआयना किया था एवं अपनी आंखों से प्रमाण देखे थे । आगामी रूपरेखा के तहत महामंडलेश्वर ने कहा है कि हम राज्य शासन को प्रमाणों के साथ पत्र दे रहे है एवं प्रशासन से सर्वे की मांग करेंगे । इसके लिए शीघ्र ही कोर्ट में याचिका भी दायर करेंगे ।
उन्होंने बताया प्रधानमंत्री के उज्जैन प्रवास के बाद हम कोर्ट में याचिका दायर करेंगे उसी दिन नगर भर में उच्च स्वर में हनुमान चालीसा के पाठ का भव्य आयोजन किया जायेगा । महामंडलेश्वर ने कहा कि अभी ऐसे कई देव स्थान है जिन्हें तोड़कर मस्जिद बना दी गई है उन मस्जिदों के नीचे हमारे भगवान दबे हुए है वे अब ऊपर आना चाहते है। इसके लिए हम जहाँ तक संभव हो सकेगा प्रयास करेंगे। महामंडलेश्वर के इस बयान के बाद दानीगेट क्षेत्र की बिना नीव की मस्जिद पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।