Liquor Scam Case : ED की लापरवाही से बवाल मचा, चार्जशीट में संजय सिंह का नाम गलती से लिखा!

केजरीवाल बोले 'अब तो सारे मामले का पर्दाफाश हो गया!

588

Liquor Scam Case : ED की लापरवाही से बवाल मचा, चार्जशीट में संजय सिंह का नाम गलती से लिखा!

New Delhi : दिल्ली शराब घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की लापरवाही से बवाल मच गया। ED ने राहुल सिंह की जगह संजय सिंह का नाम दर्ज कर दिया, जिसके बाद CM केजरीवाल ने तंज कसा और कहा कि ऐसा भी होता है क्या।

ED सूत्रों के मुताबिक, आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह का नाम दिल्ली शराब घोटाले में 4 जगह लिखा गया था। इनमें से एक जगह जहां दिल्ली के एक्साइज कमिश्नर राहुल सिंह की जगह संजय सिंह लिखा गया, जो कि टाइप की गलती के कारण हुआ। अब इसे लेकर बवाल मचा हुआ है।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को कहा कि शराब का पूरा मामला फर्जी है, यह साबित हो गया। क्योंकि, चार्जशीट में आप सांसद संजय सिंह का नाम ‘गलती से’ आ गया। क्या गलती से चार्जशीट में किसी का नाम आ जाता है? इससे साफ है कि पूरा मामला फर्जी है।

CM केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर लगाया आरोप
केजरीवाल ने तंज कसा और कहा ‘प्रधानमंत्री ऐसा सिर्फ देश की सबसे ईमानदार पार्टी को बदनाम करने और गंदी राजनीति के तहत सबसे तेजी से उभरती पार्टी को रोकने के लिए कर रहे हैं। उन्हें यह शोभा नहीं देता।’ केजरीवाल ने संजय सिंह के इस दावे के बाद ट्वीट किया कि ईडी ने उन्हें एक पत्र लिखकर सूचित किया है कि उनका नाम गलती से रखा गया था।

संजय सिंह ने ED निदेशक को पत्र लिखा
संजय सिंह ने केंद्रीय वित्त सचिव को पत्र लिखकर ईडी के निदेशक संजय कुमार मिश्रा और सहायक निदेशक जोगेंद्र सिंह के खिलाफ ‘जान बूझकर’ संजय सिंह के खिलाफ ‘झूठे, मानहानिकारक और अपमानजनक’ बयान देने के लिए मुकदमा चलाने की मंजूरी मांगी है। ‘आप’ के सांसद ने कहा कि वे पहले ही अधिकारियों को खुली और सार्वजनिक माफी मांगने के लिए कानूनी नोटिस भेज चुके हैं।

ईडी के सूत्रों ने बताया कि चार्जशीट में संजय सिंह का नाम चार बार आया, जिसमें से एक संदर्भ गलत है और अनजाने में टाइप किया गया था। एजेंसी ने कहा कि उसने गलती सुधारने के लिए अदालत में एक याचिका दायर की है।

राघव चड्ढा का भी नाम
राघव चड्ढा को आबकारी नीति की चार्जशीट में नामित किया गया था, जिसे चड्ढा ने खारिज कर दिया और कहा कि यह उनकी प्रतिष्ठा और विश्वसनीयता को नुकसान पहुंचाने के लिए प्रचार का हिस्सा था। राघव चड्ढा को आरोपी के रूप में नहीं बल्कि एक बैठक में भाग लेने वाले के रूप में नामित किया गया था।

जबकि, रिपोर्ताज में कहा गया कि मुझे प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दायर एक शिकायत में एक आरोपी के रूप में नामित किया गया। तथ्यात्मक रूप से गलत, प्रेरित और भ्रामक और मीडिया का उपयोग करके मेरी प्रतिष्ठा और विश्वसनीयता को नुकसान पहुंचाने के लिए प्रचारित प्रतीत होते हैं। मैं चाहता हूं कि स्पष्ट करें कि चल रही जांच में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दर्ज की गई किसी भी शिकायत में मुझे आरोपी या संदिग्ध या गवाह के रूप में नामित नहीं किया गया है।