Lookout Circular Issued : सौरभ शर्मा के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी, भारत लौटते ही गिरफ्तार किया जाएगा!

करोड़ों केश, सोना और चांदी जब्ती के बाद शिकंजा कसा, कांग्रेस हमलावर!

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Lookout Circular Issued : सौरभ शर्मा के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी, भारत लौटते ही गिरफ्तार किया जाएगा!

Bhopal : परिवहन विभाग के पूर्व कॉन्सटेबल सौरभ शर्मा के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया है। जानकारी के मुताबिक वो इस समय देश से बाहर है। उसके भारत लौटते ही जांच एजेंसियां उसे सीधे गिरफ्तार कर लेगी। इनकम टैक्स विभाग ने लुकआउट नोटिस जारी करने की सिफारिश की थी। भोपाल में उसके ठिकानों पर छापेमारी में करोड़ों की अवैध संपत्ति लोकायुक्त और इनकम टैक्स विभाग को मिली थी। सौरभ शर्मा अभी फरार है।

इनकम टैक्स विभाग ने एक इनोवा कार से 52 किलो सोना और 10 करोड़ नकद बरामद किए थे। उससे पहले लोकायुक्त पुलिस की छापेमारी के दौरान सौरभ शर्मा के घर से भी नकद राशि, सोना और चांदी की सिल्लियां जब्त की गई थी। डीजीपी जयदीप प्रसाद ने जानकारी देते हुए बताया था कि सौरभ शर्मा के पिता आरके शर्मा एक सरकारी डॉक्टर थे और 2015 में उनकी मृत्यु हो गई। इसके बाद सौरभ शर्मा को 2015 में अनुकंपा के आधार पर राज्य परिवहन विभाग में एक कांस्टेबल के रूप में नियुक्त किया गया था। उसने 2023 में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली थी।

भ्रष्ट तरीकों से धन अर्जित किया

डीजीपी ने ये भी कहा कि पूर्व आरटीओ कांस्टेबल सौरभ शर्मा ने स्कूल और होटल बनाने के लिए भ्रष्ट तरीकों से अर्जित धन का इस्तेमाल किया। तलाशी के दौरान मिले बैंक डिटेल्स और जमीन के दस्तावेजों की जांच की जा रही है।

कई रसूखदारों के सौरभ से जुड़े होने की आशंका

परिवहन विभाग के पूर्व कांस्टेबल सौरभ शर्मा की काली कमाई के खुलासे से कई रसूखदारों के भी जांच के घेरे में आने के कयास लगाए जा रहे हैं। इनमें कुछ बड़े अफसरों और नेताओं के नाम भी सामने आ रहे हैं। छापे में एक संदिग्ध डायरी भी जांच एजेंसियों के हाथ लगी है जिसमें संदिग्ध लेनदेन के साथ अफसरों और नेताओं के नाम भी हैं।

कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर हमला बोला

इस मामले को लेकर कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर हमले करना शुरू कर दिए। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस संबंध में पत्र भी लिखा है। उन्होंने प्रधानमंत्री से परिवहन घोटाले की हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की निगरानी में जांच कराने की मांग की। उन्होंने यह भी कहा कि जांच में प्राप्त बेनामी संपत्तियां कुर्क की जाए और धनराशि शासकीय खजाने में जमा की जाए। उन्होंने जांच का दायरा बढ़ाने और आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की भी मांग की।