

“शिव-साधना में रचा-बसा प्रेम और विश्वास” 33 साल बाद भी दोनों की जोड़ी प्यार, भरोसे और साथ निभाने की मिसाल
– राजेश जयंत की विशेष रिपोर्ट
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज अपनी धर्मपत्नी साधना सिंह के जन्मदिन पर X पर दो खास संदेश साझा किए, जो रिश्तों और जिम्मेदारी की गहराई को खूबसूरती से दर्शाते हैं।
भारतीय नारी समर्पण, निष्ठा और त्याग का प्रतीक होती है। वह स्वयं हर कष्ट सह लेती है, पर परिवार पर आँच नहीं आने देती। संस्कार, सहनशीलता और प्रेम से भरी नारी ही परिवार की असली शक्ति होती है।
मेरी धर्मपत्नी साधना भी इन्ही गुणों का उदाहरण हैं। वर्षों से उनका स्नेहिल साथ मुझे जीवन में… pic.twitter.com/NoAHPWy6Ya
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) June 10, 2025
पहली पोस्ट में उन्होंने साधना जी के साथ एक पुरानी फोटो शेयर की और लिखा कि साधना जी उनके जीवन की असली शक्ति, सच्ची हमसफर और हर सफर की प्रेरणा हैं- वो साथी, जिनके बिना जिंदगी अधूरी है।
दूसरी पोस्ट में परिवार संग पौधारोपण करते हुए उन्होंने रिश्ते में हरियाली और ताजगी का नया रंग भर दिया, और सभी को खास पलों को पौधा लगाकर यादगार बनाने का संदेश दिया।
आज धर्मपत्नी श्रीमती साधना जी के जन्मदिन के शुभ अवसर पर सपरिवार पौधरोपण किया।
प्रकृति से जुड़ने का यह छोटा-सा प्रयास हम सभी के भविष्य को हरियाली और स्वच्छता से भर सकता है।
आप सभी से अनुरोध है कि अपने जीवन के विशेष अवसरों को यादगार बनाने के लिए एक पौधा अवश्य लगाएं।… pic.twitter.com/nUO5vQPiQS
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) June 10, 2025
इन संदेशों में जिम्मेदारी के साथ-साथ वो गहरा प्यार भी झलकता है, जो वक्त के साथ और मजबूत हुआ है।
अब अगर बात करें इनकी लव स्टोरी की, तो ये वाकई बेहद दिलचस्प और रोमांटिक है।
शिवराज जी ने बचपन में शादी न करने की कसम खा ली थी, लेकिन 1991 में सांसद बनने के बाद बहन की जिद पर साधना जी से मिले। पहली मुलाकात में ही दोनों एक-दूसरे के स्वभाव और ईमानदारी से प्रभावित हो गए।
शिवराज जी ने साधना जी को एक लव लेटर लिखा, जिसमें अपने व्यस्त सार्वजनिक जीवन के बावजूद हमेशा दिल से साथ निभाने का वादा किया। शादी से पहले दोनों ने साथ में होली भी मनाई, और धीरे-धीरे दोस्ती प्यार में बदल गई।
6 मई 1992 को दोनों ने शादी कर ली। शादी के बाद साधना जी हर कदम पर शिवराज जी के साथ रहीं—राजनीति, सामाजिक काम या परिवार, हर जगह उनका साथ और समर्थन बना रहा। लाड़ली लक्ष्मी, बेटी बचाओ और लाड़ली बहना जैसी योजनाओं में भी साधना जी ने शिवराज जी का पूरा साथ दिया।
शिवराज जी खुद कहते हैं, “मेरी सफलता के पीछे मेरी पत्नी का बड़ा हाथ है। उन्होंने हर मुश्किल में मेरा साथ दिया और मुझे आगे बढ़ने की ताकत दी।”
33 साल बाद भी दोनों की जोड़ी प्यार, भरोसे और साथ निभाने की मिसाल है।