वो जिसे देखते ही लाखों दिलों की धड़कने थम जाती थी, जिसके अभिनय के ही नहीं लोग खूबसूरती के भी कायल थे आज उनका जन्मदिन है। बॉलीवुड में मधुबाला का नाम हमेशा के लिए अमर है। मधुबाला का जन्म 14 फरवरी के दिन ही हुआ था। एक्ट्रेस की जिंदगी में कई लोग आए और गए। इन लोगों में अभिनेता दिलीप कुमार का नाम भी आता है। आज भी दोनों के प्यार के किस्से लोगों को याद है। आज मधुबाला के जन्मदिन के मौके पर हम आपको एक्ट्रेस और दिलीप कुमार से जु़ड़े कुछ अनसुने किस्सों के बारे में बताने जा रहे हैं। एक वक्त मधुबाला और दिलीप कुमार के बीच अनबन इतनी ज्यादा बढ़ गई थी कि अभिनेत्री ने दिलीप से अपनी सगाई तोड़ दी थी और एक्टर से कोर्ट के चक्कर तक लगवाने को मजबूर कर दिया था।
मधुबाला और दिलीप कुमार की टूट गई थी सगाई
बता दें कि मधुबाला और दिलीप कुमार करीब 9 सालों तक दूसरे के साथ रहे, दोनों ने शादी करने का भी फैसला भी ले लिया था और सगाई भी कर ली थी। लेकिन जिंदगी का दस्तूर ही कुछ ऐसा है जो सोचते वो होता कहां है, कुछ ऐसा ही मधुबाला के साथ हुआ और उनकी शादी किशोर कुमार के साथ हो गई।
मधुबाला के पिताजी भी यह नहीं चाहते थे कि उनकी शादी दिलीप कुमार से हो। वो तो यह तक नहीं चाहते थे कि मधुबाला और दिलीप एक साथ काम करें। इसी बीच फिल्म निर्माता बीआर चोपड़ा ने नया दौर फिल्म के लिए मधुबाला और दिलीप को एक साथ साइन कर लिया। मधुबाला के पिताजी ने एक्ट्रेस को इस फिल्म की शूटिंग के लिए मध्य प्रदेश जाने की अनुमति नहीं दी। जिसके कारण बीआर चोपड़ा ने मधुबाला की जगह वैजयंतीमाला को बतौर हिरोइन साइन कर लिया।
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जब फिल्म की शूटिंग खत्म हुई तो प्रमोशन के लिए मेकर्स ने अखबारों में वैजयंतीमाला की जगह मधुबाला की फोटो पब्लिश करवा दी, जिसपर मधुबाला भड़क गई और इस मामले को कोर्ट रूम तक ले गई। इस केस में दिलीप कुमार की भी गवाही ली गई जिसके लिए उन्हें भी कोर्ट आना पड़ा।
कई सालों तक बीमारी से जूझने के बाद 23 फरवरी 1969 को मधुबाला ने दुनिया को अलविदा कह दिया। कहा जाता है कि दिल की बीमारी वाली बात उन्होंने दुनिया से काफी समय तक छुपाई भी थी, लेकिन जब बीमारी नासूर बन गई तो उन्हें दुनिया को बताना ही पड़ा। ऐसा कहा जाता है कि पुरानी हीरोइनों में आज भी उनके फोटो सबसे ज्यादा बिकते हैं।
मधुबाला बिमल रॉय की फिल्म ‘बिराज बहू’ में काम करना चाहती थीं। उन्होंने बिमल रॉय के दफ्तर के कई चक्कर लगाए, लेकिन बिमल दा उन्हें कास्ट नहीं कर पाए। इस बात का अफसोस उन्हें ताउम्र रहा।