अपराध, भ्रष्टाचार और कर्ज से मुक्त होकर ही बनेगा विकसित और आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश…

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अपराध, भ्रष्टाचार और कर्ज से मुक्त होकर ही बनेगा विकसित और आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश…

कौशल किशोर चतुर्वेदी

यहां बात मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष की नहीं है, यहां बात पक्ष और विपक्ष की नहीं है, यहां बात भाजपा और कांग्रेस की नहीं है… यहां बात 9 करोड़ की आबादी वाले मध्य प्रदेश की है। जब मध्य प्रदेश का 70वां स्थापना दिवस समारोह मनाया जा रहा है, अनेकों सांस्कृतिक कार्यक्रम मध्य प्रदेश की इस उत्साह से भरी यात्रा के साक्षी बन रहे हैं… तब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार अपने-अपने मन की बात कहने के साथ गर्व का अनुभव भी कर रहे हैं। मध्य प्रदेश का मुखिया होने के नाते डॉ. मोहन यादव प्रदेश की विकास यात्रा को विकसित मध्य प्रदेश और आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश तक ले जाने के लिए उत्साह से भरे हुए हैं तो नेता प्रतिपक्ष होने के नाते उमंग सिंघार भी उन संकल्पों की बात कर रहे हैं जिनके बिना विकसित और आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश की सोच अधूरी है। सिक्के के दो पहलू हैं पक्ष और विपक्ष, मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष। कर्तव्यों के निर्वहन में दोनों का अपना-अपना दृष्टिकोण है। तटस्थ होकर मध्य प्रदेश का आकलन करने के लिए दोनों की राय की उपेक्षा नहीं की जा सकती। देश में तेज गति से विकास यात्रा में शामिल मध्यप्रदेश गौरवान्वित होने के श्रेष्ठ अवसर हमें प्रदान कर रहा है तो कर्ज, अपराध और भ्रष्टाचार मुक्त मध्यप्रदेश की अपेक्षा विकसित मध्यप्रदेश को भी है। और अगर मध्यप्रदेश यानि हम सभी मिलकर इन तीनों दीवारों को ढहा देते हैं तब ऐसा कोई नहीं होगा जो उमंग और उत्साह से झूम न उठे। तब वास्तव में स्वतंत्र, समृद्ध और सशक्त मध्यप्रदेश नाच उठेगा, झूमने लगेगा और हर जिम्मेदार का माथा चूमने लगेगा।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि हम हमारी गौरवशाली विकास यात्रा का 70वां स्थापना दिवस मना रहे हैं। 1 नवंबर 1956 को बना यह राज्य न केवल भारत के हृदय में स्थित है, बल्कि इसने देश के विकास मानचित्र पर अपनी विशिष्ट पहचान भी बनाई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश की यह 70 वर्ष की यात्रा समर्पण, संकल्प और निरंतर विकास की सुखद यात्रा रही है। यह दिन हमें हमारे पूर्वजों के परिश्रम, उनकी लगन, जनभागीदारी और लोकतांत्रिक मूल्यों के माध्यम से विकास के प्रति उनकी और हम सभी की आस्था और निष्ठा की याद दिलाता है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि पिछले सात दशकों में मध्य प्रदेश ने हर क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है। कभी बीमारू कहे जाने वाले इस राज्य ने आज कृषि, सिंचाई, उद्योग, दंड, स्वास्थ्य, अधोसंरचना, महिला सशक्तिकरण और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं। हमारा मध्य प्रदेश आज देश का “अन्न भंडार” कहलाता है, जहाँ खाद्यान्न उत्पादन में आत्मनिर्भरता के साथ-साथ किसानों की आय दोगुनी करने की दिशा में अनेक योजनाओं का सफलतापूर्वक क्रियान्वयन किया गया है। “देवी अहिल्या नारी सशक्तिकरण मिशन” और “लाड़ली लक्ष्मी योजना” जैसी योजनाएँ महिला सशक्तिकरण की मिसाल बन गई हैं। “मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना” और “स्टार्टअप मध्य प्रदेश” जैसे कार्यक्रम युवाओं के लिए रोजगार और नवाचार के नए द्वार खोल रहे हैं। साथ ही, प्रदेश में सुशासन और नवाचारों ने सरकार को जनता के द्वार तक पहुँचाने का अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश अब “विकसित भारत @ 2047” के विजन और संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है। स्मार्ट सिटी, हरित ऊर्जा, जल संरक्षण, डिजिटल गवर्नेंस और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में तेजी से कार्य हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास” के मंत्र को अपनाते हुए मध्य प्रदेश आज एक आत्मनिर्भर प्रदेश के रूप में उभर रहा है। अब मध्य प्रदेश न केवल भौगोलिक दृष्टि से, बल्कि सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और पर्यटन की दृष्टि से भी देश की धड़कन बन रहा है। विकास के संबंध में हमारी दिशा और लक्ष्य स्पष्ट है कि प्रदेश के प्रत्येक नागरिक को विकास का लाभ मिले, हर हाथ को काम मिले, हर घर खुशहाल हो और हर मन मध्य प्रदेश का निवासी होने पर गर्व महसूस करे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश का यह 70वाँ स्थापना दिवस अतीत की उपलब्धियों को स्मरण करने और भविष्य के लिए स्वर्णिम लक्ष्य निर्धारित करने का अवसर है। स्थापना दिवस के अवसर पर, मुख्यमंत्री ने सभी प्रदेशवासियों का आव्हान किया कि वे एकजुट होकर “विकसित, आत्मनिर्भर और सशक्त मध्य प्रदेश” के निर्माण में अपनी सक्रिय भूमिका निभाएँ। सामूहिक भागीदारी से अपनी माटी, अपनी मातृभूमि, अपने प्रदेश को हर क्षेत्र में अग्रणी बनाने का यह सही अवसर है।

मध्यप्रदेश के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने प्रदेशवासियों को स्थापना दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा है कि मध्य प्रदेश की पहचान सिर्फ नक्शों में नहीं, बल्कि हर नदी, हर घाटी और हर शहर की रगों में बसती है। यह प्रदेश अपने जंगलों, नदियों और जीवन से धन्य है। यहां हर धर्म, हर जाति, हर भाषा और हर समुदाय मिलकर इस प्रदेश की अनोखी पहचान बनाते हैं। हमें ऐसा मध्य प्रदेश बनाना है जहाँ हर बच्चे को शिक्षा, हर महिला को सुरक्षा, हर हाथ को काम और हर दिल को सम्मान मिले। स्थापना दिवस पर आइए, हम सब संकल्प लें — अपने इस मध्य प्रदेश को समृद्धि, समानता और संवेदना की मिसाल बनाएंगे।

तो संकल्प हम सभी को लेना है, तो जिम्मेदार हम सभी को होना है और मध्यप्रदेश को कर्ज,भ्रष्टाचार और अपराध मुक्त बनाने में वास्तव में हम सभी की भूमिका है। जब बात मध्यप्रदेश की होती है तो पक्ष और विपक्ष की दीवार खत्म हो जाती है और मध्यप्रदेश की पूरी 9 करोड़ आबादी सामूहिक रूप से जिम्मेदार हो जाती है। अगर कर्ज लिया जा रहा है तो वह पूरी आबादी के हिस्से में आ रहा है। अगर भ्रष्टाचार हो रहा है तो मध्य प्रदेश की पूरी 9 करोड़ आबादी उसका खामियाजा भुगत रही है और भ्रष्टाचार के लिए जिम्मेदार भी है। अगर अपराध हो रहे हैं तो बारी-बारी से पूरा मध्यप्रदेश दुखी और पीड़ित हो रहा है। यह तीन दीवारें अगर टूट जाएं, नष्ट हो जाएं, नेस्तनाबूत हो जाएं तो मध्यप्रदेश को विकसित और आत्मनिर्भर बनने के लिए 2047 तक का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। तब मध्यप्रदेश 75 वां स्थापना दिवस समारोह, विकसित और आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के रूप में मनाने में सफल हो जाएगा। शायद मध्यप्रदेश के मुखिया डॉ. मोहन यादव और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार का भाव भी यही है। तो आओ हम सब मिलकर यह संकल्प लें कि हम 5 साल में मध्य प्रदेश को विकसित और आत्मनिर्भर बनाने में अपना पूरा योगदान देंगे…और इसके लिए अपराध, भ्रष्टाचार और कर्जमुक्त स्वतंत्र, समृद्ध और सशक्त मध्यप्रदेश बनाने के संकल्प पर खरे साबित होंगे।

 

 

लेखक के बारे में –

कौशल किशोर चतुर्वेदी मध्यप्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार हैं। प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में पिछले ढ़ाई दशक से सक्रिय हैं। पांच पुस्तकों व्यंग्य संग्रह “मोटे पतरे सबई तो बिकाऊ हैं”, पुस्तक “द बिगेस्ट अचीवर शिवराज”, ” सबका कमल” और काव्य संग्रह “जीवन राग” के लेखक हैं। वहीं काव्य संग्रह “अष्टछाप के अर्वाचीन कवि” में एक कवि के रूप में शामिल हैं। इन्होंने स्तंभकार के बतौर अपनी विशेष पहचान बनाई है।

वर्तमान में भोपाल और इंदौर से प्रकाशित दैनिक समाचार पत्र “एलएन स्टार” में कार्यकारी संपादक हैं। इससे पहले इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में एसीएन भारत न्यूज चैनल में स्टेट हेड, स्वराज एक्सप्रेस नेशनल न्यूज चैनल में मध्यप्रदेश‌ संवाददाता, ईटीवी मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ में संवाददाता रह चुके हैं। प्रिंट मीडिया में दैनिक समाचार पत्र राजस्थान पत्रिका में राजनैतिक एवं प्रशासनिक संवाददाता, भास्कर में प्रशासनिक संवाददाता, दैनिक जागरण में संवाददाता, लोकमत समाचार में इंदौर ब्यूरो चीफ दायित्वों का निर्वहन कर चुके हैं। नई दुनिया, नवभारत, चौथा संसार सहित अन्य अखबारों के लिए स्वतंत्र पत्रकार के तौर पर कार्य कर चुके हैं।