

Mahisagar River Bridge Collapsed : गुजरात में 43 साल पुराना पुल ढहा, कई वाहन नदी में गिरे, 9 की मौत, 6 घायल!
नदी में गिरे वाहनों और उसमें फंसे लोगों को निकालने का कार्य युद्धस्तर पर जारी
Vadodara : गुजरात में एक बड़ा हादसा हुआ। बड़ोदरा और आणंद के बीच महिसागर नदी पर बना 43 साल पुराना पुल अचानक भरभराकर गिर गया। इससे उस पर से गुजर रहे कई वाहन नदी में जा गिरे। इस दर्दनाक घटना में अब तक 9 लोगों की मौत की खबर है, जबकि कई अन्य लोगों को नदी से सुरक्षित बाहर निकाला गया है। यह हादसा उस वक्त हुआ जब वडोदरा और आणंद को जोड़ने वाले इस महत्वपूर्ण पुल पर भारी ट्रैफिक था।
अचानक पुल के ढह जाने से कई गाड़ियां जिनमें संभवतः कारें और ट्रक शामिल थे महिसागर नदी में गिर गईं। घटनास्थल से सामने आई तस्वीरों और वीडियो में एक ट्रक आधे-टूटे पुल पर खतरनाक ढंग से लटका हुआ दिखाई दे रहा है जो हादसे की भयावहता को बयां कर रहा है। घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय प्रशासन मौके पर पहुंचा और तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया।
हालांकि, नदी में पानी का स्तर कम होने और कीचड़ का जमा होना रेस्क्यू टीम के लिए बड़ी चुनौती बन गया। अधिकारी नावों के जरिए घटनास्थल तक पहुंचने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन नदी के कीचड़ भरे पानी में यह प्रक्रिया बेहद मुश्किल साबित हो रही थी। हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन और पुलिस की टीमें तुरंत मौके पर पहुंच गईं। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और अन्य बचाव दल भी रेस्क्यू ऑपरेशन में जुट गए हैं। नदी में गिरे वाहनों और उसमें फंसे लोगों को निकालने का कार्य युद्धस्तर पर जारी है।
घायलों को तुरंत पास के अस्पतालों में ले जाया जा रहा है। यह पुल 43 साल पुराना था और इसके अचानक ढह जाने से पुराने ढांचों की सुरक्षा और रखरखाव पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। इस बात की जांच की जाएगी कि पुल के ढहने का क्या कारण रहा। यह संरचनात्मक खराबी थी, रखरखाव में कमी थी या किसी अन्य वजह से यह हादसा हुआ। इस हादसे ने एक बार फिर पुलों और अन्य बुनियादी ढांचों की नियमित जांच और सुरक्षा ऑडिट के महत्व को रेखांकित किया है खासकर उन ढांचों की जो दशकों पुराने हैं और जिन पर भारी ट्रैफिक का दबाव रहता है।
गिरे वाहनों को निकाला जा रहा
रेस्क्यू टीम अब तक पानी में डूबे वाहनों को निकालने में जुटी है। एक अधिकारी के मुताबिक, ट्रक को रस्सी से बांधकर ऊपर लाने की कोशिश की जा रही है, इसके लिए क्रेन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। रेस्क्यू ऑपरेशन में पुलिस टीम भी शामिल है और वे कीचड़ से वाहनों को निकालने का प्रयास कर रहे हैं। मृतकों और घायलों की स्थिति वडोदरा के कलेक्टर अनिल धमेलिया ने बताया कि इस हादसे में अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है और 6 लोग घायल हुए।
घायलों में से दो लोगों को बेहतर इलाज के लिए वडोदरा के एसएसजी अस्पताल रेफर किया गया है। रेस्क्यू ऑपरेशन अभी भी जारी है और मौके पर एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन की टीमें मौजूद हैं, जो स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश कर रही हैं।
पुल गिरने की वजह और जांच इस हादसे की वजह पुल का अचानक टूटना बताया जा रहा है, लेकिन यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है कि पुल में किसी प्रकार की दरार थी या फिर यह गिरने का कारण कुछ और था। कलेक्टर ने बताया कि जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और विशेषज्ञों द्वारा पुल के गिरने के कारणों की समीक्षा की जाएगी।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल का बयान घटना पर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने गहरा दुख जताया है और उन्होंने तत्काल प्रभाव से पुल के डिजाइन टीम, मुख्य इंजीनियर और विशेषज्ञों को घटनास्थल पर भेजने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने हादसे की विस्तृत रिपोर्ट भी मांगी है, ताकि ऐसी घटनाओं से बचने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा सकें।
पुल की मरम्मत और नए पुल का निर्माण
गौरतलब है कि गंभीरा पुल को पिछले साल मरम्मत किया गया था और पुल पर बढ़ते हुए ट्रैफिक को देखते हुए राज्य सरकार ने तीन महीने पहले 212 करोड़ रुपये की लागत से एक नए पुल के निर्माण को मंजूरी दी थी। इस नए पुल के लिए डिजाइन और टेंडरिंग की प्रक्रिया भी शुरू हो गई थी, लेकिन इस दुर्घटना ने प्रशासन की चिंता को और बढ़ा दिया है।