Major Accident Averted : ओंकारेश्वर में बांध का पानी छोड़ने से 40 लोग फंसे!

पानी छोड़ने से पहले सायरन बजाने का दावा, फंसे लोगों को नाविकों ने बचा लिया!

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Avoid a Major Accident : ओंकारेश्वर में बांध का पानी छोड़ने से 40 लोग फंसे!

Indore : ओंकारेश्वर में रविवार को एक बड़ा हादसा होते होते बच गया। यहां बांध का पानी एकाएक छोड़ने के कारण नर्मदा नदी में स्नान कर रहे 30 से ज्यादा लोग डूबने की कगार पर पहुंच गए। कई लोगों ने चट्टानों पर चढ़कर अपनी जान बचाई। हालांकि, तुरंत ही नाविक बचाव के लिए पहुंच गए। नाव और रस्सियों की मदद से नदी में फंसे सभी लोगों को बाहर निकाल लिया गया।

रविवार होने की वजह से ओंकारेश्वर में काफी भीड़ थी। कई लोग नर्मदा नदी में स्नान कर रहे थे। बताया जा रहा है कि इनकी संख्या 30 से ज्यादा थी। सायरन बजने के बाद बांध से पानी छोड़े जाने से नदी का जलस्तर बढ़ गया। इससे नर्मदा में स्नान कर रहे 30 से ज्यादा लोग फंस गए और डूबने की कगार पर पहुंच गए। इन्हें सायरन बजने का मतलब पता नहीं था।

कई लोग चट्टानों पर चढ़े और अपनी जान बचाई, लेकिन सबसे राहत की बात यह रही कि वहां मौजूद नाविकों ने तत्काल रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया और रस्सियों की मदद से सभी को नाव तक पहुंचा कर सुरक्षित रूप से किनारे पर लेकर आए।

देखिये वीडियो-

ये श्रद्धालु अलग-अलग चट्टानों पर फंसे थे। जिस वक्त यह घटनाक्रम हुआ, तब नदी में बोटिंग भी हो रही थी। गोताखोरों ने श्रद्धालुओं को रस्सी पकड़ाई, इसके सहारे सभी को एक-एक कर किनारे पर लाया गया। टीआई बलजीत सिंह बिसेन के मुताबिक, महाराष्ट्र के 14 युवा श्रद्धालु ओंकारेश्वर दर्शन करने आए थे। इनके अलावा कुछ और श्रद्धालु भी थे। सभी नर्मदा में चट्टानों पर जाकर स्नान कर रहे थे। बांध से पानी छोड़े जाने के कारण नदी में बहाव तेज हो गया। पानी का बहाव इतना तेज था कि श्रद्धालुओं के कदम डगमगाने लगे। वे चट्‌टानों के सहारे खड़े हो गए। इधर, पानी का लेवल भी बढ़ता जा रहा था।

40 से ज्यादा को बचाया गया

एसडीएम चंदरसिंह सोलंकी के मुताबिक, ओंकारेश्वर विद्युत परियोजना के चार टर्बाइन चल रहे थे। इन्हीं टर्बाइन से नर्मदा में एक-एक घंटे के अंतराल से पहली बार सुबह 9 बजे पानी छोड़ा गया था। बांध प्रशासन ने टर्बाइन से पानी छोड़ने के साथ सायरन भी बजाए, लेकिन बाहरी श्रद्धालु स्थानीय स्थिति से वाकिफ नहीं थे। 20 से ज्यादा श्रद्धालुओं को रेस्क्यू किया गया। जबकि, नाविकों का कहना है कि उन्होंने 40 से ज्यादा श्रद्धालुओं को बचाया है। नदी में फंसे एक व्यक्ति ने बाहर आकर बताया कि नहाते-नहाते बीच नदी में निकल गए थे। पानी आ गया तो किनारे जाने के लिए बढ़े, लेकिन पानी तेज हो गया। ऐसे में पानी के बीच में पत्थर पर खड़े हो गए। नाव वाले आए और उन्होंने रस्सी फेंकी फिर वे किनारे तक लाए।

बचाव दल ने तत्काल मोर्चा संभाला

श्रद्धालुओं को बचाने वाले एक नाविक ने बताया कि पानी कम होने से लोग पत्थरों पर नहाने के लिए चले। ओंकारेश्वर डैम से पानी छोड़ा गया, तो नर्मदा नदी में पानी बढ़ने लगा। लोग घबराने लगे, हाथ देकर मदद के लिए चिल्लाने लगे। गोताखोर ने हमें भेजा। लोग नाव लेकर गए, दूसरे लोग भी नाव लेकर पहुंचे। सबसे पहले हमने उन्हें लाइफ जैकेट और रस्सा दिया। फिर 5-5, 7-7 लोगों को बाहर निकालकर लाए। लोग बचाओ-बचाओ चिल्ला रहे थे। वे पत्थर पर खड़े थे। हम लोग भी अपनी नाव लेकर गए। एक बार में 11, दूसरी बार में 7 से 8 लोगों को बचाकर लाए।

पानी छोड़ने की सूचना दी

पानी छोड़ने से पहले बांध प्रशासन ने सायरन भी बजवाया। इसके बाद पानी छोड़ा गया। इन युवाओं को स्थानीय लोगों ने आवाज देकर बाहर बुलाने की कोशिश भी की। बताया भी कि सायरन बज चुका है, अब पानी छोड़ा जाएगा, लेकिन वे नहीं माने और नहाते रहे। जब नदी में अचानक पानी बढ़ा तो सभी बचाने की गुहार लगाने लगे। नाविकों ने उन्हें बचाकर सुरक्षित बाहर निकाला।