

जल गंगा संवर्धन अभियान में जलसंरक्षण का संदेश देने बनाए रील, पाएं पुरस्कार
भोपाल: मध्यप्रदेश सरकार द्वारा चलाए जा रहे जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत अब जल संरक्षण का संदेश देने रील बनाकर पांच से पंद्रह हजार रुपए तक का पुरस्कार जीता जा सकता है। इस प्रतियोगिता में सभी नागरिक भाग ले सकते है।
मध्यप्रदेश सरकार द्वारा तीस मार्च से तीस जून के बीच जल गंगा संवर्धन अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत प्रदेश के सभी जिलों में नदी तालाबों, कुओं, बावड़ियों सहित जल स्रोतों के जीर्णोद्धार एवं साफ सफाई का काम किया जा रहा है। जल संरक्षण में जनसहभागिता बढ़ाने और अधिकाधिक जल संरचनाओं के निर्माण की मूल मंशा से जुड़ा यह अभियान तीस जून तक चलाया जाएगा इस अभियान के दौरान जल बचाने कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। जल गंगा संवर्धन अभियान एवं जल संरक्षण से जुड़ी गतिविधियों , कार्यो में आमजन की सहभागिता कराने मध्यप्रदेश सरकार रील मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है।
प्रतियोगिता में शामिल होंने के लिए साठ से नब्बे सेकंड तक का एचडी फार्मेट में पोट्रेट फार्मेट में सरल हिंदी भाषा में जन सहभागिता से जल स्रोतों का संवर्धन एवं संरक्षण , जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत जल संरक्षण से जुड़ी गतिविधियों, नदियों, तालाबों, कुओं और बावड़ियों का संरक्षण और जलसंसाधनों के पुनर्जीवन हेतु किए गए प्रयासों पर वीडियो रील तैयार करना होगा और इस वीडियो रील को अपने फेसबुक, यूटॅयूब और इंस्टाग्राम पर शेयर करना होगा। उसे एमपी माय गॉव को टैग करना होगा और लिंक को एमपी माय गॉव डॉट इन पर सबमिट करना होगा।
जो रील आम नागरिक बनाएंगे प्रतियोगिता में शामिल होंगे उनमें से प्रथम पुरस्कार के रुप में चयनित रील को पंद्रह हजार, द्वितीय पुरस्कार के रुप में चयनित रील पर दस हजार और तृतीय पुरस्कार के रुप में चयनित रील पर पांच हजार रुपए का पुरस्कार दिया जाएगा। प्रतियोगिता में छात्र,छात्राएं, युवा, प्रोफेशनल्स, ब्लॉगर्स, सामाजिक संगठन और सभी आयु वर्ग के नागरिक भाग ले सकेंगे। रील ओरिजनल और हाल ही में बनाई होना चाहिए। रील में म्यूजिक, टेक्स्ट और विजुअल इफेक्ट्स का इस्तेमाल किया जा सकता है लेकिन वह सकारात्मक और सभ्य होना चाहिए। रील के साथ स्थान, तारीख और छोटा विवरण होड़ना आवश्यक है। रील एचडी क्वालिटी की होना चाहिए। प्रतिभागी को अपनी प्रविष्टि के साथ अपना नाम, पता और मोबाइल नंबर एवं ईमेल आईडी जरुर लिखना होगा। प्रविष्टियों का चयन विशेषज्ञ पैनल द्वारा किया जाए और और अंतिम निर्णय पैनल का ही मान्य होगा।प्रचारक लिंक वाली प्रविष्टियां रद्द कर दी जाएंगी। सभी प्रविष्टियां सिर्फ आॅनलाईन ही स्वीकार की जाएंगी। प्रतियोगिता के विषय के लिए रचनात्मक, अभिनव और प्रासंगिक होंना चाहिए। प्रतियोगिता से जुड़े सभी प्रतिभागियों को एमपी डाूट माय गाव डॉट इन पोर्टल पर रजिस्टर्ड होंना अनिवार्य है। प्रतिभागी और प्रोफाइल क्रिएटर एक ही होना चाहिए।