Mamta’s Change of Heart : ममता बैनर्जी क्यों बदली, RSS की तारीफ, PM मोदी का बचाव!
Kolkata : इन दिनों एक सवाल राजनीति के हलकों में खदबदा रहा है कि ममता बैनर्जी का हृदय परिवर्तन होता क्यों दिखाई दे रहा है! दो ऐसे प्रसंग आए जब ममता बैनर्जी ने अपने धुर विरोधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बचाव किया और RSS की जमकर तारीफ की।
PM का समर्थन करते हुए उन्होंने अपने भाषण में बीजेपी को सुनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी! पर, केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग के मामले में वे PM मोदी का बचाव करती नजर आईं! ऐसा क्यों किया और उनका इशारा किसकी और रहा, ये भी एक बड़ा सवाल है। ममता बैनर्जी विधानसभा में केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग के खिलाफ लाए गए प्रस्ताव के दौरान चल रही बहस में हिस्सा ले रही थीं। इस दौरान उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं लगता है कि प्रधानमंत्री मोदी का इसके पीछे हाथ हैं!
पश्चिम बंगाल की विधानसभा में ममता बनर्जी ने कहा कि मुझे नहीं लगता है कि PM मोदी सीबीआई, ईडी का दुरुपयोग कर रहे हैं। बल्कि, कुछ बीजेपी नेता अपने हितों के लिए ऐसा कर रहे हैं। मैं नरेंद्र मोदी से सरकार और पार्टी के कामकाज को अलग-अलग रखने का आग्रह करती हूं, ये देश के लिए अच्छा नहीं होगा!
इससे पहले CM ममता बनर्जी ने कोलकाता में आयोजित एक कार्यक्रम में RSS की तारीफ करते हुए कहा था कि RSS में सभी खराब नहीं हैं। उसमें ऐसे कई लोग हैं जो भारतीय जनता पार्टी का समर्थन नहीं करते! RSS इतनी बुरी नहीं है, कुछ लोग अब भी संघ में ऐसे हैं जो बीजेपी की तरह नहीं सोचते! संघ में ऐसे लोग हैं, जो BJP की राजनीति को स्वीकार नहीं करते।
अपने इस बयान के बाद ममता बैनर्जी विपक्ष के कई नेताओं के निशाने पर आ गईं। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने तो ममता बनर्जी के साल 2003 में दिए गए एक बयान की याद दिलाई। ओवैसी ने कहा कि 2003 में ममता ने RSS को देशभक्त कहा था। इसके बदले में RSS के नेताओं ने उनको ‘दुर्गा’ कहा था। RSS हिंदू राष्ट्र चाहता है। आरएसएस का इतिहास मुस्लिम से नफरत का रहा है। गुजरात दंगों के बाद ममता ने BJP सरकार का संसद में बचाव किया था। उम्मीद है कि TMC के मुस्लिम चेहरे उनकी ईमानदारी और संगति की तारीफ करेंगे!
ममता के इस बयान पर कांग्रेस भी TMC को घेरने में पीछे नहीं रही। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि ममता एक बार फिर बेनकाब हो गई। वे वोटों के लिए कभी हिंदू कट्टरपंथियों तो कभी मुस्लिमों को रिझाती हैं। पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के कट्टर दुश्मन पार्टी माकपा के नेता सुजान चक्रवर्ती ने कहा कि साबित हो गया कि उनके रिश्ते RSS से हैं।
ममता के मन में आखिर क्या!
राजनीति में कोई भी स्थाई दोस्त या दुश्मन नहीं होता। भारतीय राजनीति में यह आम बात है और बिहार में हाल का सबसे बड़ा उदाहरण है। पश्चिम बंगाल में ममता बैनर्जी की पार्टी TMC की मुख्य प्रतिद्वंदी पार्टी अब BJP ही है। लोकसभा चुनाव से लेकर विधानसभा चुनाव तक टीएमसी के बाद बीजेपी दूसरे नंबर पर ही है। वाम दल और कांग्रेस मिलकर भी कहीं न ठहर पाए। फिर ममता बनर्जी अचानक से RSS और PM नरेंद्र मोदी को लेकर नरम रुख क्यों अपना रही हैं!