

Management Monitoring System Questioned: कूनो नेशनल पार्क से एक साथ कैसे निकले 5 चीते? 150KM दूर गांव में चीतों को देखा तो दहशत में आए ग्रामीण!
मुरैना। Management Monitoring System Questioned: कूनो नेशनल पार्क से एक साथ कैसे निकले 5 चीते? 150KM दूर गांव में चीतों को देखा तो ग्रामीणों दहशत में आ गए हैं।
मुरैना जिले के जौरा इलाके में रविवार सुबह कूनो नेशनल पार्क से निकले पांच चीते पगारा बांध के पास नजर आए। चीतों को खुले में घूमता देख राहगीरों और ग्रामीणों में दहशत है।स्थानीय लोगों ने वन विभाग को सूचना दी। इसके बाद टीम जौरा पहुंची है।
बताया गया है कि सुबह सैर पर निकले राहगीरों ने जब अचानक चीतों को देखा तो कुछ लोग दहशत में जहां तहां छिप गए, जबकि कुछ ने चीतों का वीडियो बनाया। चीते कूनो नेशनल पार्क से निकलकर पगारा बांध की ओर बढ़ते हुए दिखाई दिए।
वन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि आज सुबह कैलारस से आए चीते जौरा के पगारा डैम की कोठी पर देखे गए। जौरा वन क्षेत्र के स्टाफ को लोकेशन मिलते ही टीम तुरंत मौके पर पहुंच गई। चीते अभी भी पगारा डैम की कोठी पर बैठे हुए हैं। चीता मित्र उनके पास मौजूद हैं और डिप्टी रेंजर विनोद उपाध्याय भी कुछ दूरी पर निगरानी कर रहे हैं।
वन विभाग की टीम ने इलाके को घेरकर निगरानी शुरू कर दी है। ये चीते कूनो नेशनल पार्क श्योपुर से कैलारस होते हुए जौरा क्षेत्र में पहुंचे हैं।वर्तमान में सभी चीते पगारा डैम, कोठी और जोगी देवगढ़ गांव की घटिया के ऊपरी क्षेत्र में आराम कर रहे हैं। बताया गया है कि चीतों के साथ चार चिता मित्र भी मौजूद हैं।चीतों के गले में ट्रैकिंग कॉलर लगे हैं, जिनसे उनकी लोकेशन की जानकारी मिलती रहती है। वन विभाग की टीम चीतों के साथ साथ चल रही है और उनकी गतिविधियों पर नजर रख रही है। अब तक चीतों ने किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया है।
विशेषज्ञों के अनुसार, चीतों का नेशनल पार्क से बाहर आना असामान्य नहीं है,लेकिन एक साथ पांच चीतों का बाहर निकलना चिंताजनक है। लोगों ने बताया कि इससे न केवल जनसुरक्षा बल्कि पार्क प्रबंधन की निगरानी व्यवस्था पर भी सवाल उठ रहे हैं।जौरा और आसपास के ग्रामीण इलाकों में दहशत का माहौल है।लोग समूह में ही बाहर निकल रहे हैं और बच्चों को घरों में रखा जा रहा है।चीतों के वीडियो वायरल होने के बाद यह मामला पूरे जिले में चर्चा का विषय बन गया है।
विभाग ने ग्रामीणों से सतर्क रहने की अपील की है।विभाग ने लोगों को खेतों में अकेले न जाने, बच्चों को बाहर खेलने से रोकने और चीतों की लोकेशन की जानकारी तत्काल वन विभाग या स्थानीय प्रशासन को देने का निर्देश दिया है।