Mandsaur Madhya Pradesh- डेंगू के बढ़ते प्रकोप से लोग त्रस्त- प्रशासन आया हरकत में

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Mandsaur Madhya Pradesh

मंदसौर से डॉ. घनश्याम बटवाल की रिपोर्ट

Mandsaur Madhya Pradesh: प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के दावों की हकीकत के बीच रोजाना बढ़ते डेंगू बुखार के प्रकोप से लोग त्रस्त हो रहे हैं ।
शुक्रवार की शाम तक कोई 45 से अधिक नये डेंगू पीड़ित चिन्हित हुए । जिले का आंकड़ा बढ़कर 800 पार पहुंच गया है । जो प्रदेश के 52 जिलों में सर्वाधिक है । आमजन की चिंता बढ़ती जारही है । जिला अस्पताल में रोगियों को भर्ती होने में परेशानी आरही है ।

आंकड़े बताते हैं कि प्रदेश में डेंगू मरीज़ लगभग 2300 चिन्हित हुए हैं जबकि मंदसौर जिले में यह संख्या 825 पहुंच रही है । महानगरों जबलपुर में 300 + , तो रतलाम में 230 + , भोपाल में 150 + , इंदौर में 100 + रोगी मिले हैं ।
मंदसौर में प्रतिदिन प्रकोप बढ़ रहा । प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के दावों के इतर समस्या विकराल होरही । भोपाल से आई तीन सदस्यों के विशेषज्ञ दल ने नियंत्रण और रोकथाम के उपायों को नाकाफ़ी बताया है ।

डेंगू बुखार के मरीजों की चिकित्सा में भी कठिनाई सामने आई है । जिले के भर्ती मरीजों के लिये औसतन 75 से 85 लोगों को त्वरित उपचार के लिये 100 यूनिट ब्लड प्लेटलेट्स की जरूरत पड़ रही है , इसकी तुलना में जिला अस्पताल की मशीन से लगभग 50 – 55 यूनिट प्लेटलेट्स मिल पा रहे हैं । भर्ती रोगियों के अटेंडेंट अपने स्रोतों से मनमानी राशि चुकाकर झालावाड़ , कोटा , उदयपुर , इंदौर आदि स्थानों से ब्लड प्लेटलेट्स जुटा रहे हैं ।
इस जद्दोजहद के बीच जिला अस्पताल में ब्लड खरीद – बिक्री भी उजागर हुई । जब स्वयं को चिकित्सा कर्मी बता कर ग्राम पिपलिया जोधा निवासी नरेंद्र राठौर को बुधवार को पकड़ा गया जब वह एक यूनिट ब्लड के 1100 रुपये लेरहा पाया गया । हॉस्पिटल स्टॉफ ने उसे पकड़ पुलिस के हवाले किया और रुपये वापसी कराए । जिला अस्पताल में निःशुल्क ब्लड देने की व्यवस्था है ।
अस्पताल में डेंगू प्रकोप को देखते हुए और बढ़ी ब्लड की मांग होने से रक्तदाताओं की भी भीड़ उमड़ रही है

जिला अस्पताल में लगभग 500 बेड हैं , रोगियों की संख्या बढ़ने से अतिरिक्त साधन जुटाए हैं । ओपीडी में औसतन 300 – 400 मरीज़ आते हैं वह आंकड़ा भी बढ़कर डेंगू व मौसमी बीमारियों को लेकर एक हजार पार पहुंच गया है ।
चिकित्सकों की व अन्य उपलब्ध स्टॉफ की कमी के चलते काम का अतिरिक्त दबाव भी बढ़ गया है ।

नवागत कलेक्टर गौतमसिंह ने जिला शान्ति समिति की मीटिंग उपरांत पहला काम जिला चिकित्सालय पहुंच कर किया और हालातों को देखा , भर्ती मरीजों और परिजनों से बात की । जरूरी व्यवस्था के निर्देश सिविल सर्जन और जिला स्वास्थ्य अधिकारी को दिये ।
कलेक्टर श्री सिंह ने माना कि जिले में डेंगू प्रकोप तेज़ है । नियंत्रण और रोकथाम के लिये महाअभियान शुरू कर रहे हैं । सात विशेष दल गठित किये जो शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में सर्वे कर जिले को डेंगू मुक्त करेंगे ।

शुक्रवार को दिल्ली से लौटे सांसद सुधीर गुप्ता ने जिला मुख्यालय पर हुई जिला विकास , समन्वय एवं निगरानी समिति की बैठक में डेंगू प्रकोप की चर्चा की और विभिन्न विभागों व अन्य को तत्काल नियंत्रण किये जाने के निर्देश दिये । नगरपालिका व जिले की नगर पंचायतों के लिये सी ई ओ जिला पंचायत कुमार सत्यम को जरूरी कदम उठाने का बताया ।

कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप वैक्सीनेशन लगातार होने से नियंत्रित हुआ है तो डेंगू और मौसमी बीमारियों से मंदसौर , सीतामऊ , पिपलिया , मल्हारगढ़ , सुवासरा , शामगढ़ , भानपुरा आदि स्थानों पर भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है ।
प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने मलेरिया व डेंगू की रोकथाम के लिये एक माह की अस्थायी नियुक्तियों के लिये 3 सुपीरियर फ़ील्ड वर्कर व 15 फ़ील्ड वर्कर्स की विज्ञप्ति जारी की है । 12 सितम्बर तक आवेदन मांगे गए हैं ।
जनप्रतिनिधियों , प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा संयुक्त अभियान की शुरूआत शनिवार को मंदसौर से की गई । सांसद सुधीर गुप्ता , वरिष्ठ विधायक यशपालसिंह सिसौदिया , कलेक्टर गौतमसिंह , CMHO डॉ राठौर , सी ई ओ कुमार सत्यम , सिविल सर्जन डॉ डी के शर्मा , सी एम ओ प्रेमकुमार सुमन एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में डेंगू के विरुद्ध युद्ध महाअभियान हरी झंडी बता कर की ।