Mandsaur News – मामला गैंगरेप पीडिता परिवार को स्कूल प्रबंधन द्वारा 14 लाख के नोटिस का
मंदसौर से डॉ घनश्याम बटवाल की रिपोर्ट
मंदसौर। जून 2018 में मंदसौर में मानवता को शर्मसार करने वाले बालिका गैंगरेप के मामले में पीडिता एवं उसके परिवार को राहत हेतु जो घोषणाये मध्यप्रदेश सरकार के तत्कालिन मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान द्वारा की गयी थी उस पर अमल नही होने के मामले में मंदसौर विधायक श्री विपिन जैन ने प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को पत्र लिखकर मानवीय पहलु से जुडे राहत मामले में पूर्व मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चैहान की घोषणा के अनुरूप अमल कराने की अपील की है ।
विधायक श्री विपिन जैन ने बताया कि मिडीया के माध्यम से प्राप्त सूचना अनुसार गैंगरेप पीडिता एवं उसकी बड़ी बहन की स्कूल फिस एवं अन्य खर्च की राशि बकाया होने एवं स्कूल प्रबंधन द्वारा 14 लाख रूपये की राशि का नोटिस का मामला संज्ञान में लाये जाने के उपरांत मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को पत्र के माध्यम से मंदसौर की गैंगरेप पीडिता मासुम बालिका के लिये तत्कालिन मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चैहान द्वारा की गयी घोषणा पर पूर्ण करने की अपील की है।
श्री जैन ने कहा कि मासुम बालिका एवं उसके परिवार के साथ घटी घटना मानवीय संवेदना से जुडा विषय है जिस पर राजनिति कदापि उचित नही है किन्तु यह बताते हुये अत्यंत असहज महसुस हो रहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री की हर घोषणा की तरह यह घोषणा भी अधुरी रह गयी है। पीडिता के अभिभावक को इंदौर स्कूल प्रबंधन द्वारा 14 लाख की राशि जमा करने का नोटिस थमाया गया है यह कही न कही मानवीयता को शर्मसार करने वाला प्रसंग निर्मित होता दिख रहा है।
विधायक श्री जैन ने पत्र के माध्यम से मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव से कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान द्वारा ली गयी जिम्मेदारी को सरकार ने गंभीरता से नही लिया है, हो सकता है कि इसका जिम्मेदारी अधिकारियो पर डाली जाये किन्तु मेरा आपसे आग्रह है कि इस संबंध में पीडिता एवं उसके परिवार के लिये लंबित घोषणाओ पर आवश्यक जांच कर पीडिता एवं उसके परिवार के अन्य सदस्य के लिये अन्य खर्च राशि जमा करवाने के लिये कदम उठाया जाना चाहिये।
उन्होनें मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव से तत्काल पीडिता के परिवार के लिये शिक्षा एवं अन्य मद में खर्च राशि जमा करने के निर्देश सक्षम अधिकारियो को देने का आग्रह किया है।🔸
प्रदेश कांग्रेस ने भी इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री एवं वर्तमान सरकार पर तंज कसा है ।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कांग्रेस ने घोषणा मशीन की करतूतें देखिए गैंगरेप पीड़िता को भी नहीं छोड़ा ।
पढ़ाई और अन्य मदद की घोषणा ही रही , हकीकत में कुछ नहीं
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इधर पूर्व विधायक एवं भाजपा प्रदेश प्रवक्ता यशपालसिंह सिसोदिया ने मामले में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव से इंदौर के स्कूल प्रबंधन के विरुद्ध कार्यवाही की मांग करते हुए कहा है कि मानवीय संवेदना के विषय और नियमों के विरुद्ध नोटिस द्वारा गैंगरेप पीड़िता के नाम सामने रखे हैं । यह उचित नहीं है ।
यह है मामला – – –
मंदसौर में 26 जून 2018 को स्कूली छात्रा को लड्डू का लालच देकर बुलाया और दो दरिंदों ने दुष्कर्म कर पास की झाड़ियों में डाल फेंका ।
घटना से सारे अंचल में आक्रोश की लहर व्याप्त होगई। नगर बंद रहा , विभिन्न सामाजिक संस्थाओं ने विरोधी प्रदर्शन किये ।
पुलिस और प्रशासन ने अलग अलग दो दर्ज़न टीमें गठित कर आरोपियों की धरपकड़ की और न्यायालय में पेश किया । अपराध स्वीकार होने पर दो आरोपियों को न्यायालय ने फांसी की सजा सुनाई है ।
इसी बीच इंदौर एमवायएच में उपचाररत पीड़िता से तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान मिले और सुरक्षा , शिक्षा और मदद का आश्वासन दिया ।
स्कूल प्रबंधन की हठधर्मिता के चलते पिछले वर्ष पीड़िता और उसकी बड़ी बहन की राशि जमा नहीं होने पर रिजल्ट भी रोक दिया । पुनः मुख्यमंत्री श्री चौहान के हस्तक्षेप से परिणाम प्राप्त हुआ ।
स्कूल प्रबंधन के मुताबिक पहले रेडक्रॉस सोसायटी के माध्यम से दोनों बहनों के प्रति कुछ राशि मिली थी । उसके बाद से कोई पेमेंट नहीं मिला है इस बारे में बालिकाओं के पेरेंट्स को बकाया 14 लाख रुपये का सूचक पत्र दिया गया है । 2018 से 2023 – 24 की अवधि की राशि शेष है ।