Mandsaur News -सरहद का सिनेमा के साथमालवा मेवाड़ लघु फिल्म उत्सव सम्पन्न
मंदसौर से डॉ घनश्याम बटवाल की रिपोर्ट
मंदसौर । नगर में पहली बार ” सरहद का सिनेमा ” थीम पर विशिष्ट फ़िल्म उत्सव आयोजित हुआ ।
विश्व सिनेमा दिवस अवसर पर मंदसौर शहर में सेंट्रल इंडिया फिल्म एसोसिएशन ( CIFA ) द्वारा मालवा मेवाड़ लघु फिल्म उत्सव का आयोजन सिनेमा सेंसरशिप के लेखक डॉ मनीष जैसल ,कृषि वैज्ञानिक नरेंद्रसिंह सिपानी , सीफा के राज्य संयोजक प्रदीप शर्मा , फ़िल्म अभिनेता शिवा कुंदर, डायरेक्टर कौशल राज रांका चेन्नई उद्यानिकी महाविद्यालय प्रोफेसर रूपेश चतुर्वेदी , मालवा मेवाड़ फिल्म उत्सव समिति अध्यक्ष रमेशचंद्र गंगवानी ,लता मंगेशकर शासकीय संगीत महाविद्यालय,मंदसौर जन भागीदारी अध्यक्ष नरेंद्र कुमार त्रिवेदी की गरिमामय उपस्थिति में हुआ।
तीन सत्रों में सम्पन्न हुए फ़िल्म प्रदर्शन समारोह के साथ अंचल की स्थापित और उभरती प्रतिभाओं ने नृत्य , गीत , संगीत , कला , कविता , मिमिक्री , वाद्य वादन सहित प्रस्तुत किया ।
आरम्भ में दादा साहब फाल्के तथा शोमैन अभिनेता राज कपूर के चित्र एवं सरस्वती प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। सरस्वती वंदना गरिमा प्रहलाद शर्मा ने प्रस्तुत की ।
अतिथि परिचय नंदकिशोर राठौर ने एवं स्वागत भाषण रमेश चंद्र गंगवानी ने दिया।
समारोह उद्घाटन अवसर पर बोलते हुए ग्वालियर से आये सिनेमा सेंसरशिप के विशेषज्ञ एवं लेखक डॉ मनीष जैसल ने कहा कि सिनेमा समाज का दर्पण होता है जिसमें स्थानीय परिवेश लोक संस्कृति तथा सामाजिक रीति कुरीतियों का प्रतिबिंब नजर आता है । आपने नार्थ – ईस्ट राज्यों के फिल्म निर्माण , कथानक , भूमिका , प्रभाव और कलाकारों के बारे में बताते हुए अनुभव सामने रखे । असम , त्रिपुरा , नागालैंड , मणिपुर आदि का विशेषताओं के साथ उल्लेख किया ।
फ़िल्म अभिनेता शिवा कुंदर ने कहा कि किसी किरदार को अंदर उतर कर अभिनय करना पागलपन सा लगता है ,यदि आप एक्टर बनना चाहते हैं तो आपके अंदर यही पागलपन होना चाहिए। जुनून होना सफलता का प्रथम सौपान है । पात्र को जिएंगे तो स्वाभाविक प्रभाव दर्शकों पर पड़ेगा तभी सराहना मिलेगी ।
अभिनेता श्री कुंदर ने अपने अनुभव भी साझा किये ।
आयोजन समिति प्रमुख एवं फिल्मकार प्रदीप शर्मा ने कहा कि विश्व सिनेमा दिवस पर कई कार्यक्रम होते हैं इस वर्ष मंदसौर में मालवा मेवाड़ लघु फिल्म उत्सव आयोजित करने का प्रयास किया है जिससे इस क्षेत्र में फिल्म निर्माण की गतिविधियों के साथ स्थानीय कलाकारों लेखकों गीतकारों एवं निर्माताओं को क्षेत्र की होनहार प्रतिभाओं को निखारने का अवसर मिलेगा।
आज का प्रयास मालवा मेवाड़ की फिल्मों के लिए “सरहद का सिनेमा ” मंदसौर एडिशन प्रथम मील का पत्थर साबित होगा। पहली बार मे ही मंदसौर के इस समारोह को बहुत अच्छा प्रतिसाद मिला है । देश के विभिन्न हिस्सों से लगभग 30 शॉर्ट फिल्मों की एंट्री हुई । मुंबई , भोपाल , ग्वालियर , उज्जैन , उदयपुर , चेन्नई आदि स्थानों के कलाकार , निर्माता , स्वयं समारोह में शामिल हुए हैं ।
सूत्रधार एवं संगीत महाविद्यालय जनभागीदारी समिति अध्यक्ष नरेंद्र कुमार त्रिवेदी ने कहा
यह राजस्थान और मध्य प्रदेश का प्रतिनिधि फिल्म उत्सव है ऐसे आयोजन
महानगरों में ही प्रस्तावित होते थे यह पहला अवसर है मंदसौर शहर के लिए शॉर्ट फिल्म उत्सव सेंट्रल इंडिया फ़िल्म एसोसिएशन (CIFA ) द्वारा आयोजित किया गया जिससे स्थानीय स्तर की और अंचल के टैलेंट को आगे बढ़ने में सहायता मिलेगी साथ ही नए अवसर भी प्राप्त होंगे। विशेष रूप से
नवोदित निर्देशकों कलाकारों को अच्छा मौका मिलने का अवसर है।
कार्यक्रम के प्रथम सत्र में मंच के समक्ष संगीत एवं साहित्य की प्रस्तुतियां हुई जिसमें किशोर बालक गीत अखंड ने तबला वादन , बालकवि ध्रुव तारा ने देश प्रेम की कविता, स्वरांजल सूफी बैंड समूह कव्वाली गायक परवेज़ मीर, आसिफ़ मीर, अज़हर मीर, सैफ अली ,आयुष्यमान मकवाना,मोहम्मद अज़ान, सादिक मीर,वैभव असवार, विश्वेश पंवार,आशीष मराठा ने गीत
“तेरी दीवानी “प्रस्तुत कर सभी को झुमाया । फिटनेस लाउंज के रॉकी सोनी ने डांस की प्रस्तुति से सबका मन मोह लिया । आर्टिस्ट अमित सोनी ने अपने मिमिक्री से प्रभावित किया । प्रियांशी गेहलोत की नृत्य प्रस्तुति एवं वर्णिका सक्सेना, अथर्वा जोशी ,धनिष्ठा व्यास एवं मासूम देववाणी ने कथक की संयुक्त प्रस्तुति देकर प्रभावित किया साथ ही नृत्य नाद निकुंज संस्था के मनन जैन, नयन चौहान और राहुल सोनी ने शास्त्रीय गायन से सभी को मंत्र मुग्ध कर दिया।
द्वितीय साहित्य सत्र में सिफ़ा संयोजक प्रदीप शर्मा ने फ़िल्म एवं टीवी विशेषज्ञ डॉ मनीष जैसल ( ग्वालियर ) से सिनेमा और साहित्य टीवी ,ओटीटी प्लेटफॉर्म विषय पर
सार्थक टॉक शो
के माध्यम से उपस्थित सुधीजनों की जिज्ञासाओं को शांत किया ।
इसी सत्र में नीमच के वरिष्ठ कवि प्रमोद रामावत ने गज़ल सुनाकर दाद बटोरी , नागौर राजस्थान के गीतकार मुकुंद मधुर ने गीत “दिवला जला रे सारी रात ” प्रस्तुत कर सदन को ताली बजाने पर मजबूर कर दिया।
डीजे सिंह ने शायरी सुनाई।
आयोजन के तीसरे सत्र में देश के विभिन्न स्थानों से प्राप्त 27 फिल्मों में चयनित 12 लघु फिल्मों का प्रदर्शन बड़े पर्दे पर हुआ जिसमें ज्यूरी मेंबर शिक्षाविद श्रीमती उर्मिलासिंह तोमर , वरिष्ठ पत्रकार , समीक्षक एवं जनपरिषद संयोजक
डॉ घनश्याम बटवाल , प्रेस क्लब अध्यक्ष ब्रजेश जोशी द्वारा फिल्मों की स्क्रीनिंग की ।
निर्णायक समिति द्वारा प्रथम विजेता फिल्म ” जिम जाम ” नितिन त्रिवेदी ,भोपाल की रही । द्वितीय रतलाम के बंटी लुईस की फिल्म
“सॉरी पापा ” रही । तृतीय राकेश प्रभु की फिल्म”कारियो बनेगा सरपंच “रही इन फिल्मों के कलाकारों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया ।
अंतिम सत्र में मालवा मेवाड़ फिल्म उत्सव समिति के द्वारा तीनों फिल्मों के निर्माता एवं कलाकारों को शील्ड एवं प्रशस्तिपत्र प्रदान किए गए ।
आयोजन समिति के द्वारा दो लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार में पहला पुरस्कार एंकर एवं शायर चंद्रशेखर नागदा को पिछले 30 वर्षों से कार्यक्रम संचालन में महारत के लिए दिया गया दूसरा आर्टिस्ट राकेश सोनी को 35 वर्षों से 500 से अधिक ग्रामों में रामलीला का मंचन एवं विशेष कर रावण के किरदार को जीवंत रखने के लिए दिया गया ।
समिति ने नगर के लाफ्टर फेम हास्य कवि मुन्ना बैटरी को नागरिक सम्मान प्रदान करते हुए अभिनंदन पत्र मोमेंटो एवं शॉल श्रीफल से उनका स्वागत किया ।
इस अवसर पर सम्मानित कलाकारों चन्द्रशेखर नागदा , मुन्ना बैटरी और राकेश सोनी ने अपनी प्रस्तुति करते हुए सम्मान के साथ न्याय किया और भरपूर सराहना प्राप्त की ।
संस्था ने फ़िल्म एवं टीवी आर्टिस्ट विपिन जोशी को फिल्मों और टीवी में मंदसौर का गौरव बढ़ाने पर निर्णायक समिति एवं अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया ।
अखिल भारतीय मारवाड़ी युवा मंच के दिलीप सेठिया,ऋषभ पोरवाल ,सौरभ सोमानी द्वारा म्हारो मंदसौर में थाको अभिनंदन फेम आशीष मराठा और वैभव त्रिवेदी अक्षय यादव कोरियोग्राफर का संगीत गायन में और नृत्य में उत्कृष्ट प्रदर्शन हेतु सम्मानित किया ।
समिति द्वारा अतिथियों एवं ज्यूरी मेंबर को भी स्मृति चिन्ह तथा फिल्मों में सहभागी सभी कलाकारों को मंच पर प्रशस्तिपत्र से सम्मानित किया ।
धार्मिक ,सामाजिक, साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्थाओं के प्रतिनिधि एवं कला प्रेमी गणमान्यजन उपस्थित रहे साथ ही उद्यानिकी
महाविद्यालय के छात्र छात्राएं भी बड़ी संख्या में उपस्थित थे
कार्यक्रम का संचालन श्रीमती छवि तोमर एवं नरेंद्र कुमार त्रिवेदी ने किया आभार स्वाति रिछावरा ने माना।