Mandu Festival : पर्यटकों के मनोरंजन के लिए कला प्रदर्शन और नृत्य-संगीत के कार्यक्रम

'मांडू महोत्सव' का आयोजन 30 दिसंबर से 3 जनवरी तक, तैयारियां जारी

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Mandu Festival : पर्यटकों के मनोरंजन के लिए कला प्रदर्शन और नृत्य-संगीत के कार्यक्रम

Mandu (Dhar) : ऐतिहासिक नगरी मांडू में 30 दिसंबर से 03 जनवरी 2022 तक ‘मांडू महोत्सव’ (Mandu Festival) का आयोजन किया जा रहा है। मध्य प्रदेश पर्यटन विभाग (MP Tourism Department) ने अतिथियों के स्वागत की तैयारी कोरोना के प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए जारी है।

इस 5 दिवसीय ऐतिहासिक महोत्सव का आयोजन मध्य प्रदेश सरकार और ई-फैक्टर एंटरटेनमेंट द्वारा किया जा रहा है।

ऐतिहासिक शहर मांडू अपनी पुरातन विरासत, संस्कृति, वास्तुकला और जीवाश्म विज्ञान के इतिहास के लिए प्रसिद्ध है। इस महोत्सव का उद्घाटन प्रदेश की पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर करेंगी। विशेष अतिथि राजवर्धन सिंह होंगे।

Mandu Festival : पर्यटकों के मनोरंजन के लिए कला प्रदर्शन और नृत्य-संगीत के कार्यक्रम

‘मांडू महोत्सव’ ( Mandu Festival) का मुख्य आकर्षण इसके ऐतिहासिक गलियारों की सैर, साइकिल यात्राएं, पारंपरिक लोक कलाएं, फोटोग्राफी प्रतियोगिताएं, एकखंबा महल में योग अभ्यास, पाक कला, शिल्पकला और कला, नृत्य व संगीत के रंगारंग कार्यक्रम आदि होंगे।

महोत्सव में हॉट-एयर-बैलून से शहर के किलों और खंडहरों के कई फ़ीट ऊंचाई से दर्शन का आकर्षण होगा। रेवाकुंड में शाम को माँ नर्मदा की आरती महोत्सव में चार चांद लगाएगी।

Mandu Festival : पर्यटकों के मनोरंजन के लिए कला प्रदर्शन और नृत्य-संगीत के कार्यक्रम

मध्य प्रदेश पर्यटन तथा ई-फैक्टर एंटरटेनमेंट ने आमंत्रित सभी पर्यटकों के लिए सुबह से रात तक भव्य कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की है।

Mandu Festival : पर्यटकों के मनोरंजन के लिए कला प्रदर्शन और नृत्य-संगीत के कार्यक्रम

दिन की शुरुआत एक खंभा महल में योग अभ्यास और साइकिलिंग टूर से होगी। हेरिटेज वॉक और इंस्टाग्राम टूर करने का प्रबंध भी किया गया है।

ग्रामीण पर्यटन कार्यक्रम, पर्यटकों को शहर के विभिन्न ऐतिहासिक स्थलों के प्रति आकर्षित करेगा, डायनासोर पार्क में सितारों को देखने का अनुभव भी निश्चित ही अद्धभुत होगा।

Mandu Festival : पर्यटकों के मनोरंजन के लिए कला प्रदर्शन और नृत्य-संगीत के कार्यक्रम

56 महल परिसर में आयोजित होने वाले ऐतिहासिक कहानियाँ सुनाने का दौर केवल हमारे इतिहास के ज्ञान को ही बढ़ाने में सहायक नहीं होगा, अपितु हमारी संस्कृति के रोचक पहलुओं से भी अवगत कराएगा।

आयोजकों ने अतिथियों के मनोरंजन का भी पूरा ध्यान रखा है। प्रत्येक संध्या को विभिन्न कलाकारों द्वारा रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन सुनिश्चित किया गया है।

प्रथम संध्या में नूपुर कला केंद्र द्वारा नृत्य कला के प्रदर्शन का आयोजन रखा गया है। अंतिम संध्या को कवि सम्मेलन के आयोजन द्वारा सुसज्जित किया गया है।

Mandu Festival : पर्यटकों के मनोरंजन के लिए कला प्रदर्शन और नृत्य-संगीत के कार्यक्रम

इस कवि सम्मेलन में पद्मश्री डॉ सुरेंदर दुबे, संदीप शर्मा, कवियत्री डॉ रूचि चतुर्वेदी, अशोक सुंदरी, पार्थ नवीन, पंकज प्रसून, अशोक चरण, लोकेश जड़िया तथा धीरज शर्मा। इशिका मुख़ाति, अंचल सचान, कैलाश मालीवाड़, आनंदीलाल तथा कैलाश आदि जैसे देश के दिग्गज कलाकारों द्वारा नृत्य व संगीत के रंगारंग कार्यक्रम भी पेश किए जाएंगे।

‘मांडू महोत्सव’ (Mandu Festival) का आकर्षण स्थानीय कलाकारों द्वारा विभिन्न प्रस्तुतिकरण भी होंगे। जिसमें जमनिया मांडू से लाइव पेरफरोमिंग आर्टिस्ट श्यामलालजी मिनामी, तेनसिंग, बंदु भाई, आनसिंह छाबड़ी तथा गोवर्धन अपनी कला का प्रस्तुतिकरण करेंगे।

संगीत के बिना कोई भी महोत्सव जैसा अधूरा होता है अतः कंडलीपुरा मांडू से नानूराम व तुलसीराम बूंदड़ जो स्थानीय वादक कलाकार है, अपने संगीत वाद्य का प्रस्तुतिकरण करेंगे।

आधुनिक जीवन शैली में आजकल ट्राइबल कैनवास आर्ट का काफी चलन है, इस कला का प्रदर्शन करने के लिए धामनोद से कमल आर्ट समूह और उन्दा खो से बंदु भूरिया अपने कला का प्रदर्शन करेंगे।

मूर्तिकार को सबके सामने मिट्टी को आकार देंगे। ‘मांडू महोत्सव’ (Mandu Festival) के आयोजकों ने आमंत्रित अतिथियों के लिए बाग से कमल किन्जा, झाबुआ से शिवगंगा के तीन मूर्तिकारों तथा कंडलीपुरा मांडू से संतोष भाबर जैसे मूर्तिकारों को आमंत्रित किया है, जो अपनी कला को अतिथियों के सामने प्रदर्शित करेंगे।

आधुनिक संगीत कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया, जिसमें नवराज हंस, अजित सोलंकी का गायन, मृगया बैंड, प्रेम जोशुआ व बैंड तथा मुक्त बैंड जैसे अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कलाकार भी पर्यटकों का मनोरंजन करेंगे।