मंत्री बंगलों के लिए जोड़तोड़ , 5-5 च्वाईस दे रहे मंत्री

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मंत्री बंगलों के लिए जोड़तोड़ , 5-5 च्वाईस दे रहे मंत्री

भोपाल: विधानसभा चुनाव में पहले टिकिट के लिए जद्दोजहद, इसके बाद मंत्री पद और फिर मलाईदार विभागों के लिए जोर आजमाईश और अब मंत्री बनने के बाद सरकारी बंगलों के लिए मंत्रियों को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। पूर्व मंत्रियों ने बंगले खाली नहीं किए है। हालात यह है कि मंत्री बनने के बाद अब मंत्रियों को बंगले लेने के लिए एक नहीं 5-5 बंगलों की च्वाईस देनी पड़ रही है।

सूत्रों के मुताबिक पूर्व मंत्रियों द्वारा सरकारी बंगले खाली नहीं किए जाने के कारण अब मंत्रियों ने मुख्यमंत्री सचिवालय से लेकर गृह मंत्रालय तक बंगलों पाने के लिए सीधे अर्जियां दी है। पहले मंत्रियों के लिए चिन्हित बंगले पूर्व मंत्रियों से खाली करा लिए जाते थे लेकिन इस बार कई वरिष्ठ पूर्व मंत्रियों को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिल पाई है लेकिन उन्होंने बंगले खाली नहीं किए है। इसलिए मंत्रिमंडल में जगह पाने वाले मंत्रियों को सरकारी बंगले नहीं मिल पा रहे है।

*एक नहीं पांच बंगलों की च्वाइस, कोई तो मिल जाए-* 

संस्कृति, पर्यटन, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार धर्मेन्द्र लोधी ने पांच बंगलों की लिस्ट देकर उनमें से कोई एक आवंटित करने की मांग की है। उन्होंने चार इमली में बी-1, चौहत्तर बंगले में बी-28, बी-11, बी-25, बी-27 बंगले में से कोई एक बंगला मांगा है। राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा ने चार इमली में बी-10, बी-20 और बी-22 नंबर के बंगले में से कोई एक मांगा है। महिला एवं बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया ने चौहत्तर बंगले में बी-25 मांगा है। सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन कल्याण और उद्यानिकी तथा खाद्य प्रसंस्करण मंत्री नारायण सिंह कुशवाह ने चार इमली स्थित बी-5 और बी-11 नंबर के बंगले में से कोई एक मांगा है। वन एवं पर्यावरण मंत्री दिलीप अहिरवार ने चौहत्तर बंगले स्थित सी-8 नंबर का बंगला मांगा है। ये बंगले खाली हो तो मंत्रियों को आवंटित किए जाएं। अन्य नये मंत्रियों को भी सुसज्जित बड़े बंगलों की दरकार है।

*दो नये मंत्रियों को ही मिले बंगले-* 

लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह को चार इमली में बी-10 और संसदीय कार्य मंत्री, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय को चार इमली में बी-17 नंबर का आवास आवंटित कर दिया गया है।

*ये पूर्व से आवंटित बंगलों में ही काबिज-* 

जबकि उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, उप मुख्य मंत्री राजेन्द्र शुक्ल, जलसंसाधन मंत्री तुलसी सिलावट, उर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर,खेल एवं सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग, पिछड़ा वर्ग एवं अल्प संख्यक कल्याण राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार कृष्णा गौर उन्हें पूर्व से आवंटित बंगलों में रह रहे है। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल उनके भाई जालम सिंह पटेल को आवंटित बंगले में रह रहे है। विंध्य कोठी से मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव अभी शिफ्ट नहीं हुए है।